दिल्ली विधानसभा चुनाव भारतीय लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जहां दिल्ली के नागरिक हर पांच साल में अपने प्रतिनिधियों को चुनते हैं. यह चुनाव 70 विधानसभा सीटों के लिए होता है, जिनमें से प्रत्येक सीट का प्रतिनिधित्व एक विधायक करता है. दिल्ली विधानसभा चुनाव आमतौर पर राजनीतिक दलों के बीच कम्पीटशन का प्रतीक होता है.
पिछले चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस प्रमुख दावेदार रही है. आप ने 2015 और 2020 के चुनावों में बड़े बहुमत के साथ जीत हासिल की थी. अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आप ने बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर मतदाताओं का समर्थन जीता.
चुनाव प्रक्रिया भारतीय चुनाव आयोग द्वारा आयोजित की जाती है, जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है. मतदाताओं के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और वोटर वेरिफायड पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) का उपयोग किया जाता है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव केवल स्थानीय मुद्दों तक सीमित नहीं रहते, वे राष्ट्रीय राजनीति पर भी प्रभाव डालते हैं, क्योंकि दिल्ली देश की राजधानी होने के कारण विशेष महत्व रखती है. इस चुनाव में नागरिकों की भागीदारी लोकतंत्र को मजबूत बनाती है