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'बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस का साथ जरूरी...', किसने और क्यों दी AAP को यह सलाह?

दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी में यह बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या उसने कांग्रेस के साथ गठबंधन न करके कहीं गलती तो नहीं की. कई सीटों पर कांग्रेस की वजह से AAP को नुकसान उठाना पड़ा है. पिछले चुनाव में 62 सीटें जीतने वाली AAP इस बार महज 22 सीटों पर सिमट कर रह गई. इस बीच, उसके एक नेता ने सलाह दी है कि बीजेपी को हराने का एकमात्र रास्ता कांग्रेस के साथ गठबंधन है.

बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस का साथ जरूरी..., किसने और क्यों दी AAP को यह सलाह?
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( Image Source:  ANI )

Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में आम आदमी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा. उसका लगातार तीसरी बार सत्ता पर कब्जा करने का सपना टूट गया. AAP को 70 सीटों में से महज 22 पर जीत मिली है, जबकि बीजेपी 48 सीटों पर जीत दर्ज करने में सफर रही. AAP की हार के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस के साथ गठबंधन न करके उसने बड़ी गलती की है. इन सबके बीच गोवा के पार्टी चीफ अमित पालेकर ने बड़ा बयान दिया है.

इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए अमित पालेकर ने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन से दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी AAP को कुछ हद तक मदद मिल सकती थी. कुछ सीटों पर हार का अंतर कम रहा है. अगर दोनों पार्टियां एक साथ चुनाव लड़तीं तो इससे मदद मिलती. हमने कुछ चीजों को कम करके आंका. यह परिणाम अप्रत्याशित था.

'वोटों का बंटवारा करके जीतती है BJP'

अमित पालेकर ने कहा कि कांग्रेस और AAP के केंद्रीय नेतृत्व को यह समझना चाहिए कि BJP वोटों का बंटवारा करके जीतती है. दिल्ली चुनाव में ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने भाजपा की टीम के लिए खेला... प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष या किसी भी तरह से. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सोचती है कि हम उनके सबसे बड़े दुश्मन हैं, जबकि यह अनदेखा कर रही है कि भाजपा हम सभी की सबसे बड़ी दुश्मन है, लेकिन हम 2027 के चुनावों (गोवा में) को अलग तरह से देख रहे हैं. हमारा उनके स्थानीय नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं.

गोवा में 2027 में होगा विधानसभा चुनाव

बता दें कि गोवा में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं और वह 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाने की कोशिश कर रही है. गोवा में अपने पहले प्रयास में, AAP को 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी. हालांकि, पार्टी ने 2020 में बेनाउलिम जिला पंचायत सीट जीतकर गोवा में अपनी पैठ बनाई. 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने दक्षिण गोवा में दो सीटें, वेलिम और बेनाउलिम जीतीं।

'गोवा में आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता कांग्रेस के साथ गठबंधन है'

दिल्ली चुनाव का गोवा में प्रभाव पड़ने की किसी भी संभावना को खारिज करते हुए पालेकर ने कहा कि गोवा अलग है. यहां के लोग अलग तरह से वोट करते हैं. उन्होंने कहा कि गोवा में आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता कांग्रेस के साथ गठबंधन है.

'AAP पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का दिल्ली चुनाव में नहीं पड़ा असर'

पालेकर ने कहा कि दिल्ली की आबकारी नीति को लेकर AAP पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का दिल्ली चुनाव में उसके प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ा है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है कि प्रथम दृष्टया कोई सबूत या कोई संबंध नहीं है. ये सिर्फ आरोप हैं. उन्होंने कहा कि गोवा में भाजपा के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं. लोग इन सब बातों को समझ रहे हैं.

पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने गोवा की दोनों सीटों, उत्तरी गोवा और दक्षिण गोवा पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इस चुनाव में AAP ने INDIA गठबंधन के हिस्से के रूप में कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार किया. इसका नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस ने दक्षिण गोवा सीट जीत ली, लेकिन उसे उत्तरी गोवा में बीजेपी से हार का सामना करना पड़ा. हालांकि,इसके तीन हफ्ते बाद AAP ने बेनाउलिम जिला पंचायत सीट जीती

गोवा के मुख्यमंत्री ने क्या कहा?

इस बीच गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने AAP के कुप्रबंधन और घोटाले से भरे मॉडल को खारिज कर दिया है. मैं जीतने वाले सभी उम्मीदवारों, चुनाव लड़ने वाले और भाजपा के समर्पित कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं, जो भाजपा के संदेश के साथ दिल्ली के कोने-कोने तक पहुंचे. उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि डबल इंजन सरकार अपने वादों को पूरा करेगी और दिल्ली के विकास को आगे बढ़ाएगी.

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