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बिहार में 'SIR' पर कांग्रेस ने पलट दी बाजी! नेताओं के बयान चौंकाने वाले, एक गुट ने कहा - डर गई बीजेपी, NDA नेता बोले - 'ये तो लकड़बग्घों...'

बिहार की राजनीति में ‘SIR’ मुद्दे पर कांग्रेस और आरजेडी ने बीजेपी पर पलटवार किया है. कांग्रेस नेताओं के बयान जहां बीजेपी और एनडीए पर सीधा हमला बोलते दिखे, वहीं एनडीए खेमे ने कांग्रेस की रणनीति को ‘ लकड़बग्घों की राजनीति’ करार दिया है. बयानबाजी के इस दौर से बिहार की सियासत और गरमा गई है. दोनों पक्ष के नेता पीछे हटने को तैयार नहीं हैं.

बिहार में SIR पर कांग्रेस ने पलट दी बाजी! नेताओं के बयान चौंकाने वाले, एक गुट ने कहा - डर गई बीजेपी, NDA नेता बोले - ये तो लकड़बग्घों...
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बिहार की राजनीति में आए दिन नए-नए मुद्दे ने चुनावी जंग को दिलचस्प बना दिया है. ताजा मामला पीएम मोदी की मां को गाली देने को लेकर उठ खड़ा हुआ है, जिस पर महागठबंधन और एनडीए के नेता और कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए हैं. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस मुद्दे से बीजेपी हार के डर से घबराई हुई है. एनडीए नेताओं ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर दिया. दोनों तरफ से हो रही तीखी बयानबाजी ने माहौल को पूरी तरह से गरमा दिया है.

गाली विवाद के बाद बिहार में बवाल

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की 'वोट अधिकार यात्रा' के दौरान 28 अगस्त को दरभंगा रैली में पीएम मोदी और उनकी मां को गाली देने की घटना हुई. उसके बाद से बिहार में सियासी बवाल के हालात बन गए हैं. बीजेपी के नेताओं ने इसके खिलाफ 29 अगस्त को पटना स्थित सदाकत आश्रम यानी कांग्रेस हेडक्वार्टर में मारपीट की घटना को अंजाम दिया है. बीजेपी LJPR के नेता राहुल गांधी से माफीनामे की मांग कर रहे हैं. दूसरी तरफ बीजेपी और एनडीए नेताओं के उग्र विरोध के बाद यह सवाल भी चर्चा में है कि क्या राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने बिहार की चुनावी बाजी पलट दी?

अगर ऐसा नहीं है तो बीजेपी ने उग्र रूप अख्तियार कर क्यों किया? चर्चा तो यह भी है कि वोट अधिकारी यात्रा से उत्साहित कांग्रेस नेताओं ने पहले से ज्यादा सीटों की मांग अंदर खाते शुरू कर दी है. आइए, जानते हैं कि बिहार के अलग-अलग दलों के नेता इस मसले पर क्या कहते है?

बिहार के लिए काला दिन, 14 करोड़ लोग शर्मसार - गुरु प्रकाश

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने कांग्रेस के मंच ये दरभंगा में प्रधानमंत्री मोदी और उनकी मांग को गाली देने की घटना सख्त प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, 'पीएम की मां को गाली देने वाली घटना बिहार के लिए काला दिन है. पीएम मोदी जी की दिवंगत माता को गाली देकर कांग्रेस ने 14 करोड़ बिहारियों को शर्मसार किया है.'

इससे पहले गुरुप्रकाश पासवान ने एक्स पर पोस्ट में कहा था, “पीएम मोदी का अपमान कर वे लोग 140 करोड़ भारतीयों का अपमान कर रहे हैं. क्या यही उनका ‘गाली मॉडल’ है? तुरंत माफी मांगें कार्रवाई करें.बिहार...”

BJP दंगाई पार्टी, अब वोट के अधिकार पर संकट : नवल किशोर

राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रोफेसर नवल किशोर यादव का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां को राहुल गांधी या तेजस्वी यादव ने नहीं दिया है. मंच पर मौजूद किसी व्यक्ति ने ऐसा किया है तो एक्शन करे बिहार सरकार. कोई गलत करता है तो आप नियमानुसार कार्रवाई कीजिए. इससे किसी ने रोका है क्या? कांग्रेस और आरजेडी के नेता तो खुद ही गाली देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. हमारी भी मांग है कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई हो.

प्रदेश सरकार ऐसा नहीं कर रही है. इसके उलट, बीजेपी खुद दंगा पर उतारू हो गई है. बीजेपी के मंत्रियों और नेताओं की भाषा कैसी है? बीजेपी दंगाई पार्टी है. खुद पीएम मोदी ने विपक्षी मित्रों को कौन-कौन सी गाली दी, ये बात भी किसी से छिपी नहीं है. बीजेपी के नेताओं ने कर्पूरी ठाकुर को गाली देने का काम किया. बीजेपी के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी ने धर्म के नाम पर संसद के अंदर क्या कहा था? अनुराग ठाकुर के बयान को याद कीजिए. लोग उसे भूले नहीं हैं. हकीकत यह है कि बीजेपी और जेडीयू की बेचैनी बढ़ गई है. वे लोग हार के डर से घबरा गए हैं. पटना में कांग्रेस मुख्यालय में घुसकर बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मारपीट की. ऐसा कौन करता है?

जहां तक एसआईआर (SIR) की बात है तो केंद्र और राज्य सरकार ने ऐसा करने से पहले किसी भी विरोधी पार्टी से संपर्क नहीं किया. विरोधी पार्टी लोकतांत्रिक व्यवस्था में स्टेक होल्डर होते हैं. इसके खिलाफ महागठबंधन की ओर से दायर याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने सही माना है. इसके बावजूद चुनाव आयोग उसे स्वीकार करने को तैयार नहीं है. इस मामले में चुनाव आयोग का रवैया बहुत खराब है. वोट डालना हर नागरिक का मौलिक अधिकार है. अब तो वोट के अधिकार पर संकट हैं. ऐसे में एसआईआर का विरोध करना विरोधी दलों का कर्तव्य है. महागठबंधन के नेताओं ने वही किया है.

राहुल ने मातृत्व का किया अपमान, माफी के लाय नहीं - डॉ. विभय कुमार झा

लोजपा रामविलास युवा के के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पार्टी के प्रवक्ता डॉ. विभय कुमार झा ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा, ' राहुल गांधी ने परिश्रम कर अपने बच्चों को संस्कारित करने वाली एक मां का अपमान करने की सभी सीमाएं लांघ दी है. मिथिला संस्कारों की भूमि रही है. यहां के लोग इस तरह की नीचता को बर्दाश्त नहीं कर सकते. चुनाव में प्रदेश के मतदाता इसका करारा जवाब देंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिथिला प्रेम किसी से छिपा नहीं है. पूरा देश को उनके नेतृत्व में नई ऊंचाई मिली है.

डॉ. विभय कुमार झा ने कहा कि राजनीति में इससे बड़ा पतन और क्या हो सकता है? मातृत्व का अपमान न केवल महिलाओं का बल्कि पूरे समाज के संस्कार और मूल्यों का अपमान है. भारतीय संस्कृति में मां को सर्वोच्च स्थान दिया गया है, लेकिन कांग्रेस की सोच उसी के खिलाफ है. बिहार की जनता ऐसी राजनीति को हमेशा के लिए नकारने का काम करेगी.

उन्होंने आगे कहा, 'कांग्रेस नेताओं की सोच कितनी गिरी हुई है, वो इससे पता चलता है कि जिस नेता ने बिहारियों और बिहार की अस्मिता का अपमान किया, उन नेताओं को राहुल गांधी अपनी रैलियों में लिए घूम रहे हैं. चाहे तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी हों या तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन. इन लोगों ने हर समय बिहारियों का अपमान किया है. ये सब माफी के लायक नहीं हैं. इस बात को मिथिला सहित पूरा बिहार जानती है. आने वाले चुनाव में हर बिहारी हमारे नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट मूल मंत्र के साथ है.'

'राहुल और अखिलेश की जोड़ी...' रंजन सिंह

उत्तर प्रदेश में कभी दो लड़कों की जोड़ी जो चुनाव जितने चले थे, अब यह जोड़ी बिहार की धरती पर बोट अधिकार यात्रा में निकाल रहे हैं. उस समय भारतीय मीडिया ने दोनों को नाम दिया था दो लड़कों की जोड़ी, लेकिन यूपी की जनता ऐसा नहीं मानती. बिहार की जनता जानती है, "यह दो लड़कों की जोड़ी नहीं, दो लकड़बग्घों की जोड़ी है." क्योंकि, एक की पृष्ठभूमि देश के दलित महिला और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री को गेस्ट हाउस में 2 जून 1995 को बाल घसीट कर मारने की कोशिश की थी. दूसरा लड़का मिथिला की धरती से खुलेआम प्रधानमंत्री की मां को गाली देने का काम करता है. वहीं जंगलराज के युवराज की उपस्थिति में 2024 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उनके कार्यकर्ता हमारे एलजेपीआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के मां को गाली दिया गया था.'

उन्होंने आगे कहा, वोट अधिकार यात्रा में शामिल होने वाले नेताओं में किसी ने बिहारी को गाली दिया तो किसी ने सनातन को गाली दिया और किसी ने भगवान श्री राम के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करने का काम किए. अब यही लोग आज मां सीता से आशीर्वाद लेने सीतामढ़ी पहुंचे हैं. महिलाओं एवं माताओं के लिए ऐसे मानसिकता वाले नेताओं को बिहार समेत समस्त देश की महिलाएं कभी नहीं माफ करेगी.

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