INDvsENG: एजबेस्टन में बुमराह ने बल्ले से बनाया था वर्ल्ड रिकॉर्ड, ब्रायन लारा भी पीछे छूटे
2022 में एजबेस्टन टेस्ट में जसप्रीत बुमराह ने बल्लेबाज़ी से इतिहास रच दिया था. इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में उन्होंने 37 रन ठोक दिए, जो टेस्ट क्रिकेट का वर्ल्ड रिकॉर्ड है. इस कारनामे से उन्होंने ब्रायन लारा का 28 रन का रिकॉर्ड तोड़ दिया. उस मैच में बुमराह भारत के कप्तान भी थे और पूरे सीरीज़ में सबसे ज़्यादा 23 विकेट लेकर 'प्लेयर ऑफ़ द सिरीज़' बने. हालांकि भारत मैच हार गया और सीरीज़ 2-2 से बराबरी पर खत्म हुई.;
बर्मिंघम के एजबेस्टन में गुरुवार से भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच शुरू होने वाला है. इस मैच में तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह के खेलने को लेकर सस्पेंस बरकरार है. इंग्लैंड की अंतिम प्लेइंग सामने आ गई है लेकिन टीम इंडिया ने इसकी घोषणा अभी नहीं की है. उम्मीद है कि हेडिंग्ले टेस्ट की तरह ही मैच से ठीक पहले इसकी घोषणा की जाएगी. बात जब एजबेस्टन और बुमराह की आती है तो 2022 के दौरे पर वो मैच याद आ जाता है जिसमें बुमराह ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया था.
2022 में बुमराह का इंग्लैंड में प्रदर्शन
2022 में इंग्लैंड में बुमराह का प्रदर्शन दमदार रहा था. इसकी शुरुआत ट्रेंटब्रिज टेस्ट से हुई थी जहां उन्होंने कुल 9 विकेट लिए थे. लॉर्ड्स के दूसरे टेस्ट में 0 और 3. हेडिंग्ले के तीसरे टेस्ट में 3 विकेट. किंग्स्टन ओवल में खेले गए चौथे टेस्ट में 2 और 2 विकेट. तो अंतिम टेस्ट एजबेस्टन में 3 और 2 विकेट चटकाते हुए सिरीज़ में दोनों टीमों में सबसे अधिक 23 विकेट चटकाए थे. टीम इंडिया हेडिंग्ले में पारी के अंतर से हारी थी, लेकिन लॉर्ड्स और ओवल पर मैच जीत कर 2-1 से आगे रहते हुए एजबेस्टन के अंतिम टेस्ट मैच में सिरीज़ पर क़ब्ज़ा करने की उम्मीद से उतरी थी. रोहित शर्मा की जगह जसप्रीत बुमराह टीम की बागडोर संभाल रहे थे.
कैसे बनाया था बुमराह ने वर्ल्ड रिकॉर्ड?
इंग्लैंड ने टॉस जीत कर भारत को पहले बल्लेबाज़ी के लिए उतारा. टीम इंडिया ने ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा के शतकों की बदौलत एक बड़ा स्कोर खड़ा किया लेकिन यह स्कोर नहीं बनता अगर उस दिन जसप्रीत बुमराह का बल्ला न चला होता. टी20 मैच के एक ओवर में युवराज सिंह के छह छक्के समेत 36 रन तो आपको ज़रूर याद होंगे. पर क्या टेस्ट मैच के एक ओवर में 37 रन बनाने के वर्ल्ड रिकॉर्ड का कारनामा भी आपको याद है? ये रिकॉर्ड रोहित शर्मा या उन जैसे किसी विस्फ़ोटक बल्लेबाज़ के नाम नहीं है, बल्कि भारत के तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने ये रिकॉर्ड बनाया था. 371 रन पर भारत का आठवां विकेट गिरा था और कप्तान बुमराह 10वें नंबर पर बैटिंग करने उतरे थे. अगले तीन ओवरों में केवल छह रन जोड़े गए और पारी की 83वें ओवर में रवींद्र जडेजा शतक जमा कर आउट हो गए थे. तब तक बुमराह सात गेंदें खेलने के बावजूद अपना खाता नहीं खोल सके थे. लेकिन जैसे ही 84वां ओवर डालने स्टुवर्ड बोर्ड आए उन्होंने इस ओवर में जबरदस्त बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन किया और 37 रन बटोर लिए.
बुमराह के बल्ले से निकला वो ओवर...
- पहली गेंद पर 4 रन: बल्ले का ऊपरी किनारा लेते हुए सीमा रेखा के बाहर चार रन के लिए गई.
- दूसरी गेंद वाइड 5 रन: विकेटकीपर नहीं पकड़ सके और गेंद सीमा रेखा के बाहर चली गई.
- दूसरी गेंद नो बॉल 7 रन: फ़ाइन थर्ड पर छक्का.
- दूसरी गेंद पर 4 रन: फुल टॉस गेंद पर बुमराह का ज़ोरदार प्रहार, मिड ऑन बाउंड्री पर शानदार चौका.
- तीसरी गेंद पर 4 रनः बल्ले का बाहरी किनारा लगते हुए गेंद फ़ाइन लेग पर चौके के लिए गई.
- चौथी गेंद पर 4 रनः डीप स्क्वायर लेग पर एक और दमदार शॉट और गेंद सीमा रेखा के पार.
- पांचवीं गेंद पर 6 रनः डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर दमदार छक्का.
- छठी गेंद पर 1 रन.
लारा का वर्ल्ड रिकॉर्ड पीछे छूटा
इस ओवर में 4, 5 वाइड, 7 नो बॉल, 6, 4, 4, 4, 6, 1 समेत कुल 37 रन जुटा कर बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट के एक ओवर में सबसे अधिक रन का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिया, जो तब ब्रायन लारा के नाम था. लारा ने 2003-04 में जोहांसबर्ग टेस्ट में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ मैच के दौरान एक ओवर में 28 रन बनाए थे. बुमराह की बैटिंग की वजह से उस दिन भारत ने 400 रन का स्कोर पार किया जो इंग्लैंड के लिए उनकी पहली पारी में विशाल साबित हुआ.
पर आगे क्या हुआ?
जॉनी बेयरेस्टो ने इंग्लैंड की तरफ से सेंचुरी जड़ी पर उनकी टीम भारत के कुल स्कोर से 132 रन पीछे रह गई. पूरी टीम 284 रन पर आउट हो गई. लेकिन इसके बाद जो हुआ वो आज भी टीम इंडिया की टीस का कारण बना हुआ है. दरअसल टीम इंडिया ने दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत के अर्धशतकों की मदद से चार विकेट पर 190 रन बना लिए थे लेकिन यहां से इंग्लैंड के गेंदबाज़ों मैथ्यू पॉट्स और बेन स्टोक्स ने बहुत सधी हुई गेंदबाज़ी की जिससे भारतीय पारी चरमरा गई. अगले 55 रन जोड़ने में बाकी के छह बल्लेबाज़ पवेलियन लौट गए और दूसरी पारी में केवल 245 रन ही जोड़े जा सके.
इस तरह टीम इंडिया ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 378 रनों का लक्ष्य रखा. इससे पहले इंग्लैंड की टीम चौथी पारी में इतना बड़ा स्कोर बना कर कभी अपने देश में नहीं जीती थी. पर उस टेस्ट मैच की चौथी पारी में इंग्लैंड ने पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाई और जब 107 से 109 रन के बीच तेज़ी से तीन बल्लेबाज़ आउट हो गए तो जो रूट, जॉनी बेयरेस्टो के साथ ऐसे जमे कि चौथे विकेट के लिए 269 रनों की नाबाद साझेदारी निभा दी और इंग्लैंड को ऐतिहासिक जीत दिला दी. रूट ने नाबाद 142 रन तो बेयरेस्टो ने नाबाद 114 रन बनाए. भारत मैच हारा और एक लगभग जीत चुकी सिरीज़ 2-2 से बराबरी पर छूटी. जसप्रीत बुमराह को उनके 23 विकेटों के लिए 'प्लेयर ऑफ़ द सिरीज़' चुना गया.