तेजस्वी यादव की राह में ‘किशोर’ कांटे! राघोपुर में होगा हाईवोल्टेज मुकाबला? जानिए कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस
बिहार चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन में सीट बंटवारे पर सहमति बन गई है, जिसमें कांग्रेस लगभग 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव 15 अक्टूबर को राघोपुर सीट से नामांकन दाखिल करेंगे, जो यादव परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है. इस बार राघोपुर में प्रशांत किशोर के उतरने की संभावना ने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है. बिहार की 243 सीटों पर मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा, जबकि नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.

Bihar Election 2025 Tejashwi Yadav Raghopur Congress seat sharing: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन (Mahagathbandhan) में सीट बंटवारे पर अब लगभग सहमति बन गई है. कांग्रेस को इस गठबंधन में करीब 60 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिल सकता है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच ज्यादातर सीटों पर समझौता हो गया है, केवल दो-तीन सीटों पर चर्चा बाकी है. आधिकारिक घोषणा 14 अक्टूबर तक होने की संभावना है.
महागठबंधन में सीट बंटवारे के बीच आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपने चुनावी मैदान की पुष्टि कर दी है. वह एक बार फिर वैशाली जिले की राघोपुर सीट से नामांकन दाखिल करेंगे. बताया जा रहा है कि तेजस्वी 15 अक्टूबर को अपना नामांकन भरेंगे. इस मौके पर समर्थकों ने पोस्टर और अपील जारी की है, जिसमें लोगों से नामांकन समारोह में शामिल होने की अपील की गई है.
राघोपुर सीट का लालू परिवार से गहरा रिश्ता
राघोपुर सीट का लालू परिवार से गहरा रिश्ता है. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी दोनों इस सीट से विधायक रह चुके हैं. 2015 और 2020 के चुनावों में तेजस्वी यादव ने यहीं से जीत दर्ज की थी.
प्रशांत किशोर दे सकते हैं तेजस्वी को टक्कर
इस बार राघोपुर सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है. जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने हाल ही में संकेत दिया है कि वे राघोपुर से चुनाव लड़ सकते हैं. शनिवार को क्षेत्र के दौरे के दौरान उन्होंने कहा, “मैं लोगों से मिल रहा हूं, उनकी राय जान रहा हूं. इसके बाद पार्टी की केंद्रीय समिति उम्मीदवार तय करेगी.”
प्रशांत किशोर ने साथ ही दावा किया कि अगर वे मैदान में उतरे तो तेजस्वी यादव को 'दो सीटों से चुनाव लड़ने पर मजबूर होना पड़ सकता है', और इस स्थिति की तुलना उन्होंने राहुल गांधी की अमेठी हार (2019) से की. इस संभावना ने राघोपुर को बिहार की सबसे हाई-वोल्टेज सीटों में से एक बना दिया है.
महागठबंधन में सुलह का फार्मूला
कांग्रेस और आरजेडी के बीच लंबे समय से जारी सीट बंटवारे की बातचीत अब लगभग सुलझ गई है. सूत्रों के मुताबिक, आरजेडी ने शुरू में कांग्रेस को 52 सीटें ऑफर की थीं, लेकिन कांग्रेस 60 सीटों पर अड़ी हुई थी. अब दोनों के बीच समझौते का फॉर्मूला तय हो गया है.
कांग्रेस सूत्रों ने कहा, “महागठबंधन में किसी तरह का विवाद नहीं है. ज्यादातर सीटों पर सहमति बन चुकी है, कुछ सीटों पर अंतिम चर्चा चल रही है.” कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी मतभेद की खबरों को नकारते हुए कहा, “बीजेपी यह उम्मीद कर रही थी कि सीट शेयरिंग में रुकावट आएगी, लेकिन ऐसा नहीं है. सभी पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी.”
महागठबंधन के अन्य सहयोगी
महागठबंधन में कांग्रेस और आरजेडी के अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और वामदल (Left Parties) भी शामिल हैं. JMM ने 12 सीटों की मांग की है. CPI ने 24 उम्मीदवारों की सूची पहले ही तेजस्वी यादव को सौंप दी है.
2020 के आंकड़े और 2025 की चुनौती
2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उसे केवल 19 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं, आरजेडी 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. इस बार गठबंधन की रणनीति पहले से ज्यादा सटीक और स्थानीय समीकरणों पर आधारित बताई जा रही है.
चुनाव की तारीखें
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए दो चरणों में मतदान होगा —
- पहला चरण: 6 नवंबर
- दूसरा चरण: 11 नवंबर
- मतगणना: 14 नवंबर