जुबिन गर्ग को असम साहित्य सभा का ट्रिब्यूट, शताब्दी समारोह में स्थापित की जाएगी गायक की प्रतिमा
असम साहित्य सभा के शताब्दी समारोह का आयोजन अगले महीने होगा. इस दौरान सभा परिसर में दिवंगत गायक जुबीन गर्ग की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी. डॉ. गोस्वामी ने इसकी जानकारी दी है.
असम साहित्य सभा ने माजुली में आयोजित भव्य “सुआग टोला” कार्यक्रम के माध्यम से अपने शताब्दी समारोह का एक महत्वपूर्ण क्षण दर्ज किया. इस अवसर पर सभा के अध्यक्ष डॉ. बसंत कुमार गोस्वामी ने घोषणा करते हुए बताया कि दिसंबर में सभा परिसर में दिवंगत सिंगर जुबीन गर्ग की प्रतिमा का उद्घाटन किया जाएगा.
माजुली की सभी शाखा साहित्य सभाओं के सदस्य और स्थानीय निवासी इस समारोह में शामिल हुए, जो सभा के केंद्रीय कार्यालय, चंद्रकांत हांडिक भवन की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किया गया था. राधाकांत सांडीकोई द्वारा अपने पुत्र की स्मृति में दान कर यह ऐतिहासिक मुख्यालय बनवाया गया था.
डॉ. गोस्वामी ने मीडिया से की बातचीत
मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ. गोस्वामी ने बताया कि "मैंने आज की क्षोभा यात्रा जैसा जुलूस पहले कभी नहीं देखा. असम साहित्य सभा के इतिहास में यह एक दुर्लभ दृश्य है. चंद्रकांता हांडिक भवन शताब्दी के अवसर पर एक लंबे समय से देखे गए सपने को वास्तविकता में बदल दिया है."
इस दिन होगा शताब्दी समारोह का आयोजन
डॉ. गोस्वामी ने जुबीन गर्ग की विरासत पर विचार करते हुए कलाकारों और सांस्कृतिक प्रतीकों के सम्मान पर भी काफी जोर दिया. उनका कहना है कि "जो राष्ट्र अपने कलाकारों और लेखकों का सम्मान नहीं करता है, उसको कभी सभ्य नहीं कहा जाएगा." इसके अलावा गोस्वामी ने घोषणा करते हुए बताया कि असम साहित्य सभा अपना शताब्दी समारोह 2 और 3 दिसंबर को जोराहट स्थित केंद्रीय कार्यालय में मनाएगी.
प्रतिमा के लिए भूमि का हुआ चयन
डॉ. गोस्वामी ने बताया कि सभा परिसर में जुबीन गर्ग की प्रतिमा लगाने के लिए भूमि का भी चयन हो चुका है. जिसको दिसंबर में स्थापित किया जाएगा. जहां लोगों को वहां रुककर श्रद्धांजलि अर्पित करने की भी सुविधा मिलेगी.





