ज़ुबिन गर्ग, जिनका असली नाम जुबिन बर्थाकुर था, 18 नवम्बर 1972 को मेघालय के तुरा में जन्मे थे. उन्होंने असमिया, हिंदी और बांग्ला सहित 40 से अधिक भाषाओं में 38,000 से अधिक गीत गाए. उनकी आवाज़ ने असम की सांस्कृतिक पहचान को मजबूती दी और वे असम के सबसे अधिक भुगतान पाने वाले गायक के रूप में प्रसिद्ध हुए. 2006 में फिल्म 'गैंगस्टर' के गीत "या अली" से उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा, जो हिट हुआ और उन्हें राष्ट्रीय पहचान मिली.
ज़ुबिन गर्ग ने संगीतकार, गीतकार, निर्माता, अभिनेता और फिल्म निर्देशक के रूप में भी कार्य किया. उन्होंने असमिया फिल्म 'कंचनजंघा' में भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाया और असम में हुए विरोध प्रदर्शनों में सक्रिय रूप से भाग लिया. उनकी संस्था 'कलागुरु आर्टिस्ट फाउंडेशन' ने असम में बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत कार्य किए.
19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में एक स्कूबा डाइविंग दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई. उनकी मृत्यु के बाद, असम सरकार ने उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी. उनकी याद में असम और जोरत में स्मारक बनाने की मांग की जा रही है.