जुबीन गर्ग मेमोरियल मैनेजमेंट को लेकर क्यों हो रहा विवाद? नई समिति के गठन पर भी उठे सवाल
सोनापुर के हातिमुरा स्थित जुबीन क्षेत्र में दिवंगत गायक जुबीन गर्ग के मेमोरियल मैनेजमेंट को लेकर विवाद छिड़ गया है. पुराने स्वयंसेवकों ने दावा किया कि उन्हें स्मारक स्थल पर अपने दैनिक रखरखाव कार्य करने से रोका गया. गायक के अंतिम संस्कार के दिन से ही परिसर की सफाई और रखरखाव में लगे स्वयंसेवकों ने कहा कि उन्हें नई समिति से जुड़े लोग चेतावनी देकर बाहर कर दिया.
सोनापुर के हातिमुरा स्थित जुबीन क्षेत्र में दिवंगत गायक जुबीन गर्ग के मेमोरियल मैनेजमेंट को लेकर नया विवाद उत्पन्न हो गया है. स्थानीय समूहों और स्वयंसेवकों के बीच मतभेद उस समय बढ़े जब आरोप लगे कि स्मारक के दैनिक रखरखाव में लगे पुराने स्वयंसेवकों को प्रवेश से रोका गया और नई समिति ने गलत तरीके से अपने पदों का गठन किया, मामला वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के साथ जुड़ने से और संवेदनशील हो गया है.
स्थानीय निवासियों ने चिंता जताई है कि स्मारक स्थल, जो राज्यभर से प्रशंसकों का केंद्र बन गया है, उसको राजनीतिक या व्यक्तिगत विवादों में न घसीटा जाए. उनका कहना है कि जुबीन क्षेत्र का प्रबंधन पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ होना चाहिए ताकि कलाकार की विरासत सुरक्षित रहे.
नई समिति पर उठे सवाल
विवाद तब शुरू हुआ जब कई पुराने स्वयंसेवकों ने दावा किया कि उन्हें स्मारक स्थल पर अपने दैनिक रखरखाव कार्य करने से रोका गया. गायक के अंतिम संस्कार के दिन से ही परिसर की सफाई और रखरखाव में लगे स्वयंसेवकों ने कहा कि उन्हें नई समिति से जुड़े लोग चेतावनी देकर बाहर कर दिया. हालांकि, नई समिति के प्रतिनिधियों ने इस आरोप से इनकार किया. कमरकुची पंचायत अध्यक्ष मृदुला इंगजाले ने कहा, "स्वयंसेवकों को रोका या धमकाया नहीं गया. यह पूरी तरह से अफवाह है."
दान के पैसे के हिसाब में गड़बड़ी
स्थानीय निवासियों के एक अन्य वर्ग ने पूर्ववर्ती प्रबंधन पर वित्तीय कुप्रबंधन का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कलाकार के निधन के बाद शुरुआती 40 दिनों में पूर्ववर्ती समिति द्वारा संग्रहित दान 4.5 लाख रुपये था, जबकि नई समिति द्वारा 2 नवंबर से 19 दिन तक दर्ज की गई राशि 4.63 लाख रुपये रही. समूह ने कहा, "यह पैटर्न संदिग्ध है। नई समिति के गठन से पहले आगंतुकों द्वारा दिए गए दान का सही हिसाब नहीं रखा गया." उन्होंने मामले की जांच और न्याय की मांग की है.
स्थानीय निवासियों की चिंता
स्थानीय निवासियों ने अपील की है कि स्मारक स्थल किसी राजनीतिक या व्यक्तिगत विवाद का हिस्सा न बने. उनका कहना है, "जुबीन क्षेत्र बहुत कम समय में जनभावना का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है. इसका प्रबंधन पारदर्शिता और तटस्थता के साथ किया जाना चाहिए ताकि कलाकार की विरासत सुरक्षित रहे."





