2027 वर्ल्ड कप में खेलने के लिए कुछ भी करेंगे रोहित शर्मा! BCCI के फरमान के बाद लिया यह बड़ा फैसला- कोहली पर सस्पेंस बरकरार
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने बीसीसीआई के निर्देश के बाद विजय हजारे ट्रॉफी 2025 में खेलने की पुष्टि कर दी है. बोर्ड ने सीनियर खिलाड़ियों को चेतावनी दी है कि अगर वे भविष्य में भारत के लिए वनडे या 2027 वर्ल्ड कप में खेलना चाहते हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट में भाग लेना अनिवार्य होगा. वहीं, विराट कोहली की उपलब्धता को लेकर अभी संशय बना हुआ है. चयनकर्ताओं का फोकस अब दोनों दिग्गजों के घरेलू प्रदर्शन और फिटनेस पर रहेगा.
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा एक बार फिर घरेलू क्रिकेट में वापसी करने जा रहे हैं. उन्होंने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) को सूचित किया है कि वह विजय हजारे ट्रॉफी 2025 में खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे. यह फैसला बीसीसीआई के उस सख्त निर्देश के बाद आया है जिसमें बोर्ड ने साफ कहा था कि जो भी सीनियर खिलाड़ी भविष्य में भारत की वनडे टीम या 2027 वर्ल्ड कप में खेलना चाहते हैं, उन्हें घरेलू क्रिकेट में भाग लेना अनिवार्य होगा.
बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट ने स्पष्ट कर दिया है कि चाहे रोहित शर्मा हों या विराट कोहली, अब कोई खिलाड़ी सिर्फ नाम के दम पर चयनित नहीं होगा. बोर्ड ने दोनों दिग्गजों से कहा है कि अगर वे भारत के लिए वनडे फॉर्मेट में खेलना जारी रखना चाहते हैं, तो उन्हें घरेलू टूर्नामेंट्स में भी हिस्सा लेना होगा ताकि उनकी मैच फिटनेस बनी रहे.
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने The Indian Express से कहा, “दोनों खिलाड़ियों को बता दिया गया है कि घरेलू क्रिकेट खेले बिना वे भारत के लिए नहीं खेल पाएंगे.”
रोहित की तैयारी शुरू, 24 दिसंबर से मुंबई की मोर्चाबंदी
रिपोर्ट के मुताबिक, रोहित शर्मा ने मुंबई की टीम के साथ खेलने की पुष्टि कर दी है. मुंबई की विजय हजारे अभियान की शुरुआत 24 दिसंबर से होगी- यानी यह वही एकमात्र घरेलू एकदिवसीय विंडो है जो भारत की दक्षिण अफ्रीका (3–9 दिसंबर) और न्यूजीलैंड (11 जनवरी से) के बीच के अंतराल में उपलब्ध है.
रोहित फिलहाल मुंबई के शरद पवार इंडोर अकादमी में अभ्यास कर रहे हैं. यह भी बताया जा रहा है कि वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (26 नवंबर से) में भी हिस्सा ले सकते हैं ताकि वनडे से पहले उन्हें पर्याप्त मैच प्रैक्टिस मिल सके.
विराट कोहली पर अभी सस्पेंस
हालांकि, विराट कोहली की उपलब्धता को लेकर अभी कोई स्पष्टता नहीं है. सूत्रों के अनुसार, 37 वर्षीय कोहली, जो अब लंदन में रह रहे हैं, ने अब तक दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) को अपने प्लान्स की जानकारी नहीं दी है. दोनों खिलाड़ियों ने टेस्ट और टी20 इंटरनेशनल से रिटायरमेंट ले लिया है और अब सिर्फ 50 ओवर फॉर्मेट पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
अजित अगरकर बोले- डोमेस्टिक खेलना नॉन-नेगोशिएबल है
राष्ट्रीय चयन समिति के चेयरमैन अजित अगरकर ने हाल ही में दोहराया कि जब खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय ड्यूटी पर नहीं हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना ही होगा. उन्होंने कहा, “हमने पहले भी स्पष्ट किया था कि जब भी खिलाड़ी उपलब्ध हों, उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए. यही तरीका है खुद को शार्प और गेम में बनाए रखने का...”
अगरकर ने यह भी स्पष्ट किया कि रोहित और कोहली किसी ट्रायल पर नहीं हैं, लेकिन उनके फिटनेस और फॉर्म का मूल्यांकन घरेलू प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा. उन्होंने कहा, “दोनों ने अपने करियर में सब कुछ हासिल कर लिया है- ट्रॉफियां भी और रन भी, लेकिन 2027 वर्ल्ड कप अभी दूर है, इसलिए लगातार खेलते रहना जरूरी है.”
चयनकर्ताओं की नजरें विजय हजारे पर
क रिपोर्ट में कहा गया है कि चयन समिति चाहती है कि रोहित और कोहली दोनों विजय हजारे ट्रॉफी में कम से कम 3–4 मैच खेलें, ताकि न्यूजीलैंड के खिलाफ जनवरी में शुरू होने वाली वनडे सीरीज से पहले उनकी लय बरकरार रहे. दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड सीरीज के बीच दिल्ली और मुंबई- दोनों टीमों को छह राउंड मैच खेलने हैं, जिससे दोनों अनुभवी खिलाड़ियों के पास मैच प्रैक्टिस का पर्याप्त मौका रहेगा.
हालिया फॉर्म और वापसी
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में रोहित शर्मा प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे थे. उन्होंने दूसरे और तीसरे मैच में क्रमशः अर्धशतक और शतक जड़ा था. वहीं, विराट कोहली ने पहले दो मैचों में शून्य पर आउट होने के बाद अंतिम मैच में नाबाद अर्धशतक लगाया. रोहित इस साल की शुरुआत में 10 साल बाद रणजी ट्रॉफी में मुंबई के लिए खेले थे — और अब घरेलू वनडे में उतरने जा रहे हैं, जो उनके करियर के अगले चरण का अहम संकेत है.
बीसीसीआई के इस रुख ने साफ कर दिया है कि 2027 वर्ल्ड कप की राह सिर्फ नाम या अनुभव से नहीं, बल्कि घरेलू प्रदर्शन और निरंतरता से होकर जाएगी. रोहित की घरेलू वापसी इसका पहला संकेत है - अब नज़रें विराट कोहली के फैसले पर टिकी हैं.





