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2025 में पुजारा ने ही नहीं इन दिग्गजों ने भी लिया संन्यास, अब ये 7 क्रिकेटर भी कर सकते हैं एलान

पिछले दिनों चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट के सभी फ़ॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी. इसके साथ ही चेतेश्वर पुजारा साल 2025 में क्रिकेट के किसी फ़ॉर्मेट से संन्यास की घोषणा करने वाले 18वें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर बन गए हैं. चलिए एक एक कर बताते हैं उन खिलाड़ियों के बारें में जिन्होंने इस साल संन्यास लिया है और साथ ही बात उनकी भी करेंगे जिनकी आने वाले वक़्त में संन्यास लेने की पूरी संभावना है.

2025 में पुजारा ने ही नहीं इन दिग्गजों ने भी लिया संन्यास, अब ये 7 क्रिकेटर भी कर सकते हैं एलान
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अभिजीत श्रीवास्तव
By: अभिजीत श्रीवास्तव

Updated on: 26 Aug 2025 3:27 PM IST

पिछले दिनों भारत के भरोसेमंद बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट के सभी फ़ॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी. उनके रिटायरमेंट के साथ ही एक सुनहरा अध्याय समाप्त हुआ, जिसमें पुजारा को टेस्ट क्रिकेट का असली योद्धा माना जाता रहा. वह साल 2025 में क्रिकेट के किसी भी फ़ॉर्मेट से संन्यास लेने वाले 18वें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर बन गए हैं.

इस साल अब तक दुनिया भर के कई दिग्गज खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा है. किसी ने अपने बल्ले से आखिरी रन बनाया, तो किसी ने गेंद से आखिरी विकेट लिया और फिर मैदान को हमेशा के लिए छोड़ दिया. पुजारा का नाम भी अब इसी सूची में जुड़ गया है.

आने वाले समय में भी कई बड़े खिलाड़ियों के रिटायरमेंट की चर्चा तेज है. कुछ खिलाड़ी अपने करियर के आखिरी दौर में हैं और उनकी उम्र और फ़िटनेस को देखते हुए माना जा रहा है कि वे भी जल्द क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं.

आइए, एक-एक करके नज़र डालते हैं उन क्रिकेटरों पर जिन्होंने 2025 में रिटायरमेंट लिया है, और साथ ही उन पर भी जिनसे उम्मीद है कि आने वाले वक्त में वे भी इस फेहरिस्त का हिस्सा बन सकते हैं.

मार्टिन गप्टिल

इस साल सबसे पहला रियाटरमेंट न्यूज़ीलैंड के मार्टिन गप्टिल ने लिया. उन्होंने इसकी घोषणा जनवरी में की. गप्टिल के नाम क्रिकेट वर्ल्ड कप में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड दर्ज है. उन्होंने 2015 के वर्ल्ड कप में नाबाद 237 रनों की पारी खेल कर उसी वर्ल्ड कप में क्रिस गेल के 215 रनों को पीछे छोड़ा था. बता दें कि इन दोनों के अलावा ग्लेन मैक्सवेल (नाबाद 201) ही वनडे वर्ल्ड कप में दोहरा शतक जमाने वाले तीसरे बल्लेबाज़ हैं. गप्टिल ने वनडे करियर में 18 शतकों की मदद से 7346 रन, 47 टेस्ट मैचों में 2586 रन तो 122 टी20 में दो शतकों समेत 3531 रन बनाए हैं. न्यूज़ीलैंड के लिए वनडे में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में गप्टिल, रॉस टेलर (8607 रन) और स्टीफ़न फ़्लेमिंग (8037 रन) के बाद तीसरे पायदान पर हैं.

वरुण एरोन

10 सालों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट नहीं खेल रहे भारत के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ वरुण एरोन ने भी इसी साल संन्यास लेने का एलान कर दिया. अब क्रिकेट की कमेंट्री करते हुए टीवी स्क्रीन पर देखे जा रहे वरुण एरोन ने भारत के लिए 2011 से 2015 के बीच 9 टेस्ट और इतने ही वनडे खेल चुके हैं. कभी 150 किलोमीटर की रफ़्तार से गेंद डाल चुके वरुण का करियर चोट की वजह से पूरी तरह प्रभावित रहा और वो आगे नहीं खेल सके.

तमीम इक़बाल

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के अनुरोध पर पहली बार संन्यास लेकर दोबारा टीम में लौटे तमीम इक़बाल ने भी इसी साल जनवरी में दूसरी बार संन्यास की घोषणा कर दी. उन्होंने दो साल पहले सितंबर 2023 में आख़िरी बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हिस्सा लिया था. वे बांग्लादेश के लिए वनडे में सबसे अधिक 8357 रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं. उन्होंने वनडे में बांग्लादेश के लिए 14 शतक भी जमाए हैं, अन्य किसी बांग्लादेशी बल्लेबाज़ के नाम 10 शतक भी नहीं हैं.

शपूर ज़़दरान

बाएं हाथ के लंबे गेंदबाज़ शपूर ज़रदान अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट के शुरुआती वर्षों के अहम हिस्सा रहे हैं. 2015 के वनडे वर्ल्ड कप में जब पहली बार अफ़ग़ानिस्तान को स्कॉटलैंड पर जीत मिली थी तब ज़रदान ने अहम किरदार निभाया था. उनके नाम 44 वनडे और 36 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 80 विकेट हैं.

रिद्धिमान साहा

रिद्धिमान साहा का वास्तविक टेस्ट करियर तो धोनी के संन्यास लेने के बाद शुरू हुआ. आईपीएल में ओपनिंग करते हुए उन्होंने कई अच्छी पारियां खेली हैं साथ ही वो विकेट के पीछे बेहद कुशल हैं. उनकी विकेटकीपिंग बेदाग हैं तो मैदान में जब वो विकेटकीपिंग करते हैं तो विकेट के दोनों ओर उनकी फ़ूर्ती देखते ही बनती है. साहा ने 40 मैचों में 29.39 की औसत से 1,353 टेस्ट रन बनाए हैं.

दिमुथ करुणारत्ने

श्रीलंका के लिए 100 टेस्ट मैच खेलने वाले दिमुथ करुणारत्ने केवल सातवें क्रिकेटर हैं. 7,222 रनों के साथ यह पूर्व कप्तान टेस्ट मैचों में अपने देश के लिए चौथे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. साथ ही 50 एकदिवसीय मैचों में 11 अर्धशतकों के साथ 1,316 रन भी करुणारत्ने ने बनाए हैं. इसी साल फ़रवरी में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ गॉल टेस्ट के बाद उन्होंने संन्यास की घोषणा कर दी थी.

महमदुल्लाह

इस साल चैंपियंस ट्रॉफ़ी में बांग्लादेश के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद महमदुल्लाह ने क्रिकेट के सभी फ़ॉर्मेट से संन्यास ले लिया. टेस्ट मैचों से उन्होंने 2021 में ही संन्यास का एलान कर दिया था. उनके नाम वनडे वर्ल्ड कप में सबसे अधिक तीन शतक जमाने वाले बांग्लादेशी बल्लेबाज़ होने का रिकॉर्ड दर्ज है. तो छह टेस्ट और 43 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में महमदुल्लाह ने बांग्लादेश के टीम की कप्तानी भी की है.

हेनरिक क्लासेन

दक्षिण अफ्रीका के मिडिल ऑर्डर के सुपरस्टार और आईपीएल में अपनी विस्फ़ोटक पारी से अक्सर मैच का रुख़ बदलने में माहिर 33 वर्षीय हेनरिक क्लासेन ने भी इसी साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया. अब वो अपनी फ्रेंचाइज़ी के लिए खेलते हुए दिखेंगे पर अपने परिवार को अधिक समय देना चाहते थे इसलिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को उन्होंने अलविदा कह दिया.

निकोलस पूरन

इस साल अब तक का सबसे ज़्यादा हैरान करने वाले संन्यास की घोषणा वेस्ट इंडीज़ के निकोलस पूरन की ओर से आई जिन्होंने सिर्फ़ 29 साल की उम्र में यह एलान किया. उनके नाम वेस्ट इंडीज़ के लिए सबसे अधिक टी20 मैच खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूरन को 2018 में जबरदस्त सफलता मिली जब उन्होंने भारत के ख़िलाफ़ चेन्नई में केवल 24 गेंदों पर शतक जमा दिया. वनडे में बहुत कम अनुभव के बावजूद उन्हें वेस्ट इंडीज़ की राष्ट्रीय टीम में वर्ल्ड कप के लिए चुन लिया गया. वहां उन्होंने अफ़ग़ानिस्ता और इंग्लैंड के ख़िलाफ़ हाफ़ सेंचुरी तो श्रीलंका के ख़िलाफ़ दमदार सेंचुरी ठोंक डाला. 2022 में उन्हें व्हाइट बॉल के फ़ॉर्मेट में वेस्ट इंडीज़ का कप्तान बनाया गया पर उस साल वेस्ट इंडीज़ की टीम ने टी20 वर्ल्ड कप में बेहद ख़राब प्रदर्शन किया और सुपर 12 के लिए क्वालीफ़ाई भी नहीं कर सकी. उसी साल नवंबर में पूरन ने कप्तानी छोड़ दी. 2019 के सीज़न में आईपीएल से जुड़ने वाले पूरन ने अब तक पंजाब, हैदराबाद और लखनऊ के लिए 90 मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है. उनका स्ट्राइक रेट 168.98 है तो वो आईपीएल में चौके (156) से अधिक छक्के (167) जमाने वाले क्रिकेटर हैं.

मार्कस स्टोइनिस

इस ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ने चैंपियंस ट्रॉफ़ी से ठीक पहले वनडे क्रिकेट से अचानक संन्यास ले लिया. न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ अपने पहले मैच में नाबाद 146 रन बनाकर करियर की शुरुआत करने के बाद स्टोइनिस ने इस फ़ॉर्मेट में 71 मैच खेले और 1495 रन बनाने के साथ ही 48 विकेट भी चटकाए. 2023 के वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के ख़िताब जीतने के अभियान के वो अहम हिस्सा रह चुके हैं.

स्टीव स्मिथ

चैंपियंस ट्रॉफ़ी में ऑस्ट्रेलिया को सेमीफ़ाइनल तक पहुंचाने के बाद, स्मिथ ने वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी. स्थिम ने 2011, 2015, 2019, 2023 में वनडे का वर्ल्ड कप खेला. 2015 में एक शतक और चार अर्धशतकों की बदौलत 452 रन बनाए. उस वर्ल्ड कप के सेमीफ़ाइनल से भारत को बाहर करने में स्मिथ का ही सबसे बड़ा हाथ था. उन्होंने 105 रनों की पारी खेली जिसकी बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 328 रनों की विशाल स्कोर खड़ा किया और भारत धोनी के सर्वाधिक 65 रन बनाने के बावजूद वो मैच हार गया. स्मिथ प्लेयर ऑफ़ द मैच चुने गए. स्मिथ के नाम वर्ल्ड कप में 1136 रन तो वनडे में 5800 रन दर्ज हैं, जहां उन्होंने 12 शतक जमाए हैं. उन्होंने अपने पांच वनडे शतक तो बतौर कप्तान बनाए हैं.

मुशफिकुर रहीम

2022 में टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद बांग्लादेश के मुशफ़िकुर रहीम ने अब वनडे से भी संन्यास ले लिया है. वह टेस्ट मैचों से पहले ही संन्यास ले चुके हैं. वनडे में उन्होंने बांग्लादेश के लिए 7,795 रन बनाए हैं. तमीम इक़बाल के बाद मुशफ़िकुर वनडे में सबसे अधिक रन बनाने वाले बांग्लादेशी बल्लेबाज़ हैं.

ग्लेन मैक्सवेल

इस विस्फोटक सफ़ेद गेंद के ऑलराउंडर ने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने के बाद अपने वनडे करियर को अलविदा कह दिया।

टेस्ट क्रिकेट से संन्यास

रोहित शर्मा

पिछले साल न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से लगातार टेस्ट सीरीज़़ हारने के बाद भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में क्वालीफ़ाई नहीं कर सका तो इसके बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी. रोहित ने पिछले ही साल टी20 वर्ल्ड कप जीतने के साथ ही इस फ़ॉर्मेट से संन्यास का एलान कर दिया था. टेस्ट क्रिकेट में वो लगातार ख़राब फ़ॉर्म से जूझ रहे थे और जब बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के बीच में ही उन्होंने ख़ुद को मैच से अलग किया तो उनके संन्यास लेने के कयास लगाए जाने लगे थे. रोहित ने 24 मैचों में टेस्ट कप्तानी की, जहां उनकी जीत प्रतिशत लगभग 50 का रहा.

विराट कोहली

रोहित शर्मा का संन्यास लेना तो लगभग तय था, लेकिन कोहली का फ़ैसला हैरान करने वाला रहा. वैसे विराट ने भी पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद इस फ़ॉर्मेट से रोहित की तरह ही संन्यास की घोषणा कर दी थी. पर टेस्ट मैचों से रिटायर होने का उनका फ़ैसला पूरी तरह से सबको चौंका गया. विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट में सफ़र 14 साल लंबा रहा और इस दौरान उन्होंने 123 टेस्ट मैच खेले. विराट ने 123 टेस्ट मैचों की 210 पारियों में 30 शतक, 31 अर्धशतकों की बदौलत 46.85 के औसत से 9230 रन बनाए. वहीं उनकी कप्तानी में भारत ने 40 टेस्ट मैच जीते तो उन्होंने 2018-19 में ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट सीरीज़ जीत कर वो ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया जो किसी भी भारतीय टीम के लिए पहली बार था.

एंजेलो मैथ्यूज

एंजेलो मैथ्यूज का टेस्ट करियर लगभग 16 साल का रहा. उन्होंने 118 मैचों में 8,167 रन बनाए और 33 विकेट लिए. उनका करियर कोहली जैसे महान खिलाड़ियों के साथ मेल खाता था, और वे श्रीलंका के तीसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले और चौथे सबसे ज़्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी के रूप में रिटायर हुए.

पीयूष चावला

जून 2025 में क्रिकेट के सभी फ़ॉर्मेट से पीयूष चावला ने भी संन्यास का एलान कर दिया. उन्होंने सोशल मीडिया के ज़़रिए अपनी घोषणा की और बताया कि क्रिकेट के प्रति अपने जुनून और सीख को लेकर एक नए सफ़र पर निकलने के लिए वो उत्सुक हैं. चावला 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं.

चेतेश्वर पुजारा

अब 24 अगस्त को चेतेश्वर पुजारा ने भी क्रिकेट के सभी फ़ॉर्मेट को अलविदा कह दिया है. पुजारा आख़िरी बार 7 जून 2023 को टीम इंडिया के लिए मैदान पर उतरे थे. उसके बाद उन्हें फिर टीम में मौका नहीं मिला. 810 दिनों तक टीम में चुने जाने के इंतज़ार के बाद उन्होंने आख़िर अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी. चेतेश्वर लंबी पारी और पूरे धैर्य के साथ अपनी बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते रहे हैं. 103 टेस्ट में 43.60 की औसत से 7195 रन जिनमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं, पुजारा के बेहतरीन सफ़र की कहानी ख़ुद-ब-ख़ुद बयां करते हैं.

कुल मिलाकर इस साल अब तक जहां 18 क्रिकेटरों ने संन्यास का एलान किया है वहीं अभी कुछ और ऐसे क्रिकेटर हैं जिनके जल्द ही संन्यास लेने की उम्मीद जताई जा रही है. चलिए उन कुछ नामों पर करते हैं बात जिनसे जल्द ही संन्यास के एलान की उम्मीद है.

अजिंक्य रहाणे

टीम इंडिया के लिए 85 टेस्ट, 90 वनडे और 20 टी20 मैचों समेत कुल 195 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके अजिंक्य रहाणे इस सूची में सबसे पहला नाम है. रहाणे को भी पुजारा की तरह ही इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ में बुलावे का इंतज़ार था. पर अब जब उन्हें भी टीम में जगह नहीं दी गई है और उन्हें टेस्ट मैच खेले भी लंबा अरसा बीत चुका है तो यह माना जा रहा है कि भविष्य में भी टीम में उनको जगह नहीं मिलेगी. टेस्ट मैचों में रहाणे के नाम 12 शतकों समेत 5077 रन मौजूद हैं तो उन्होंने वनडे में भी 3 शतक और 24 अर्धशतकों समेत क़रीब तीन हज़ार रन बनाए हैं. रहाणे को आख़िरी वनडे या टी20 खेले सात साल हो चुके हैं जबकि टेस्ट मैचों में उन्हें टीम इंडिया की जर्सी में उतरे दो साल से अधिक हो चुका है. लिहाजा रहाणे के पास भी संन्यास का एलान करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है.

अमित मिश्रा

अमित मिश्रा इंडियन प्रीमियर लीग से रिटायर हो चुके हैं, लेकिन अब तक उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा नहीं कहा है. उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर में 156 विकेट लिए और 2017 के बाद उनकी भारतीय टीम में वापसी नहीं हुई है. टीम इंडिया में वो बतौर लेग स्पिनर खेलते थे पर टीम के पास लगातार नए विकल्प आते रहे हैं. ऐसे में 42 साल के हो चले अमित मिश्रा की टीम इंडिया को ज़रूरत तो फ़िलहाल नहीं दिखती हैं, ऐसे में उनके रिटायरमेंट की घोषणा भी ज़्यादा दूर नहीं दिखती है.

ईशांत शर्मा

ईशांत शर्मा ने भी अब तक अपने रिटायरमेंट की आधिकारिक घोषणा नहीं की है. पर यह माना जा रहा है कि वो जल्द ही इसकी घोषणा कर सकते हैं क्योंकि उन्होंने भी पिछले क़रीब छह साल से भारत के लिए मैच नहीं खेले हैं. पिछली बार वे नवंबर 2021 में भारतीय जर्सी में दिखे थे. टीम इंडिया के लिए 105 टेस्ट खेल चुके ईशांत ने 311 विकेट चटकाए तो 80 वनडे में वो 115 विकेट लिए हैं. 2023 से ही ईशांत के संन्यास के घोषणा की उम्मीद की जा रही था जो अब रोहित शर्मा, विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा जैसे क्रिकेटरों के एलान के बाद और भी बढ़ गई है.

उमेश यादव

ईशांत की तरह ही उमेश यादव भी तेज़ गेंदबाज़ हैं लेकिन 2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के बाद से टीम इंडिया की जर्सी में नहीं दिखे हैं. हालांकि वो वापसी करना चाहते हैं पर ख़राब फ़िटनेस की वजह से इसकी उम्मीद कम ही दिखती है. ख़ास कर तब जब टीम के खिलाड़ियों के लिए ब्रोंको जैसे कठिन टेस्ट में पास होना अनिवार्य घोषित किया जा रहा है. अगले महीने 38 साल के होने जा रहे उमेश यादव ने टेस्ट क्रिकेट में 170 विकेट तो वनडे में 106 विकेट लिए हैं.

मोहम्मद शमी

अगले महीने मोहम्मद शमी 35 साल के हो जाएंगे. अपनी कमज़ोर फ़िटनेस के लिए हाल के वर्षों में चर्चा में रहे शमी पर ब्रोंको टेस्ट हावी पड़ने वाला है. लिहाजा उनके भी रिटायर होने की संभावना ही जताई जा रही है. उनके नाम टेस्ट मैचों में 229 विकेट तो वनडे में 206 विकेट हैं. फ़र्स्ट क्लास समेत क्रिकेट के सभी प्रारुपों में शमी ने 1200 से अधिक विकेट चटकाए हैं.

भुवनेश्वर कुमार

अब जबकि भुवनेश्वर कुमार भी 35 साल के हो चुके हैं और 2022 के बाद से ही उन्हें टीम में भी नहीं चुना जा रहा है तो ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि टीम इंडिया के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी तीन फ़ॉर्मेट खेल चुके भुवनेश्वर कुमार भी क्रिकेट से जल्द ही संन्यास ले सकते हैं. भुवनेश्वर कुमार आईपीएल में फिलहाल खेल रहे हैं और हाल ही में एशिया कप के लिए चुनी गई टीम में उनके नाम की चर्चा भी नहीं हुई तो माना जा रहा है कि वो टीम इंडिया के स्कीम में फ़िट नहीं बैठ रहे हैं. लिहाजा उनसे संन्यास के एलान की उम्मीद की जा रही है.

करुण नायर

करुण नायर ने क्रिकेट से एक मौक़ा मांगा था जो उन्हें 8 साल बाद मिला और इंग्लैंड के दौरे के लिए न केवल उनका चयन किया गया बल्कि वहां उन्हें चार टेस्ट मैचों में नंबर-3 की अहम पोजिशन भी दी गई. पर करुण ने अपने बल्ले से कुछ ख़ास नहीं किया. वो आठ पारियों में केवल 205 रन ही बना सके. 2017 के बाद उनकी 2025 में टीम इंडिया में हुई वापसी नाकाम रहने के बाद अब उनके भी संन्यास ले लेने की उम्मीद जताई जा रही है. हालांकि यह भी संभव है कि उन्हें इस साल दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ होने वाली घरेलू सिरीज़ में एक आख़िरी मौक़ा दे दिया जाए.

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