टेक्सटाइल, डायमंड और झींगा... ट्रंप के भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने से इन सेक्टरों में जाएंगी सबसे ज्यादा नौकरियां
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत के निर्यात पर लगाए गए 50% टैरिफ का सबसे बड़ा असर डायमंड, टेक्सटाइल, कालीन, फर्नीचर और झींगा उद्योग पर पड़ने वाला है. इन सेक्टरों में अमेरिका सबसे बड़ा आयातक बाजार रहा है, जिससे लाखों नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है. सूरत की डायमंड इंडस्ट्री, भदोही-मिर्जापुर का कालीन उद्योग, तिरुपुर की गारमेंट फैक्ट्रियां और आंध्र प्रदेश का झींगा उद्योग सीधा प्रभावित होंगे.

Trump Tarrif Impact on India: अमेरिका ने भारत से होने वाले आयात पर 50 फीसदी टैरिफ लागू कर दिया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह फैसला रूस से भारत की तेल खरीद को लेकर 'पेनल्टी' के तौर पर लिया. इस कदम का असर सीधे भारत के निर्यात बाजार और करोड़ों नौकरियों पर पड़ सकता है. अमेरिका भारत के लिए सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है, जहां से हर साल अरबों डॉलर का व्यापार होता है.
इस टैरिफ का सबसे ज्यादा असर लेबर-इंटेंसिव सेक्टरों- जैसे डायमंड कटिंग, टेक्सटाइल, झींगा, कालीन और फर्नीचर, पर पड़ने वाला है, जबकि दवा (फार्मा) सेक्टर भी प्रभावित होगा, लेकिन बड़े उद्योग इसके झटके को कुछ हद तक झेल सकते हैं.
सेक्टर-वाइज असर
1. डायमंड कटिंग एंड पॉलिशिंग
भारत दुनिया का सबसे बड़ा (90% से ज्यादा) डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग हब है, जहां से अमेरिका हर साल 10 बिलियन डॉलर से ज्यादा का आयात करता है. टैरिफ से अमेरिकी कंपनियां बेल्जियम या चीन की ओर रुख कर सकती हैं. सूरत और मुंबई के लाखों कारीगरों पर बेरोजगारी का खतरा मंडरा रहा है. सूरत में पहले ही ऑर्डर कम होने से हजारों कारीगर बेरोजगार हैं, टैरिफ से ये संकट और गहरा जाएगा. दो लाख लोगों की नौकरियां जा सकती है.
2. कालीन
भदोही, मिर्जापुर और जयपुर जैसे हब से अमेरिका को अरबों का कालीन निर्यात होता है. टैरिफ बढ़ने से अमेरिकी खरीदार तुर्की और बांग्लादेश की ओर जा सकते हैं. यह सेक्टर पहले से मंदी की मार झेल रहा है, ऐसे में बुनकरों पर संकट और बढ़ेगा.
3. टेक्सटाइल
अमेरिका भारत के टेक्सटाइल और गारमेंट्स का सबसे बड़ा बाजार है. टैरिफ से बांग्लादेश, वियतनाम और मेक्सिको जैसे देशों को फायदा होगा. तिरुपुर, लुधियाना और सूरत जैसे टेक्सटाइल हब पर सबसे ज्यादा असर होगा. यह सेक्टर करोड़ों नौकरियों से जुड़ा है. 4 करोड़ 50 लाख से ज्यादा लोग इस सेक्टर से जुड़े हुए हैं.
4. फर्नीचर
भारत से अमेरिका को हर साल अरबों डॉलर का फर्नीचर एक्सपोर्ट होता है. अब तक चीन पर निर्भरता कम होने का फायदा भारत को मिल रहा था, लेकिन टैरिफ से यह मौका भी हाथ से निकल सकता है. जोधपुर, सहारनपुर और केरल जैसे हब में MSME यूनिट्स पर असर होगा.
5. फार्मा
अमेरिका भारत से जेनरिक दवाइयों का बड़ा खरीदार है. टैरिफ से अमेरिकी बाजार में दवाइयां महंगी होंगी और भारतीय कंपनियों का मुनाफा घटेगा. हालांकि बड़ी फार्मा कंपनियां इस झटके को झेल सकती हैं, लेकिन छोटे सप्लायर और API निर्माता संकट में आ सकते हैं.
6. झींगे (Shrimps)
भारत अमेरिका को $6 बिलियन से ज्यादा समुद्री खाद्य पदार्थ एक्सपोर्ट करता है, जिसमें झींगा (Shrimps) सबसे बड़ा हिस्सा हैं. भारत अमेरिका को सबसे ज्यादा झींगे निर्यात करता है. टैरिफ से आंध्र प्रदेश, ओडिशा, केरल और तमिलनाडु के झींगा किसान और फिशिंग कम्युनिटी सीधे प्रभावित होंगे. झींगे का निर्यात घटने से लाखों तटीय परिवारों की आजीविका पर असर पड़ेगा.
टेक्सटाइल, डायमंड और झींगा सेक्टर को लगेगा बड़ा झटका
ट्रंप के टैरिफ फैसले से भारत के लिए सबसे बड़ा झटका टेक्सटाइल, डायमंड और झींगा सेक्टर में आने वाला है, क्योंकि इनसे करोड़ों नौकरियां जुड़ी हैं. कालीन और फर्नीचर सेक्टर पर मध्यम असर होगा, जबकि फार्मा उद्योग लंबी अवधि में दबाव झेलेगा. यह फैसला भारत की निर्यात अर्थव्यवस्था और रोजगार के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है.