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भारत मेरा देश था, अब वह अतीत बन चुका है... आतिश तासीर कौन हैं और पीएम मोदी से उनका क्या कनेक्शन है? जानिए डिटेल में

आतिश तासीर, पत्रकार तवलीन सिंह और पाकिस्तान के गवर्नर रहे सलमान तासीर के बेटे हैं. 2019 में भारत सरकार ने उनका OCI रद्द कर दिया. आधिकारिक कारण था पिता की पाकिस्तानी पृष्ठभूमि छिपाना... लेकिन आतिश का आरोप है कि असली वजह उनकी टाइम मैगज़ीन की कवर स्टोरी थी, जिसमें उन्होंने नरेंद्र मोदी को India’s Divider in Chief कहा था. इसके बाद सरकार ने उन्हें वीज़ा तक नहीं दिया और वे भारत को 'अपना अतीत' मानने पर मजबूर हो गए.

भारत मेरा देश था, अब वह अतीत बन चुका है... आतिश तासीर कौन हैं और पीएम मोदी से उनका क्या कनेक्शन है? जानिए डिटेल में
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( Image Source:  Social Media )

Aatish Taseer Modi Connection: भारत सरकार ने 7 नवंबर 2019 को लेखक आतिश तासीर की ओवरसीज़ सिटीजनशिप ऑफ इंडिया (OCI) रद्द कर दी. इसकी जानकारी उन्हें सबसे पहले गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता के ट्वीट से मिली, आधिकारिक पत्र बाद में आया. सरकार का तर्क था कि आतिश ने अपने पिता की पाकिस्तानी पृष्ठभूमि छिपाई थी. लेकिन सवाल यह है कि क्या यही असली वजह थी?

आतिश का कहना है कि यह आरोप निराधार था. उन्होंने पहले ही अपनी किताब 'Stranger to History' (2009) और कई लेखों में अपने पिता सलमान तासीर (पाकिस्तान के गवर्नर) का ज़िक्र किया था. जब 1999 में आतिश ने पीआईओ कार्ड (बाद में OCI) लिया था, तब नियमों में यह पाबंदी नहीं थी कि अगर माता-पिता में से कोई पाकिस्तानी हो तो आवेदन खारिज होगा. यह नियम 2016 में लागू हुआ, जब आतिश पहले से भारतीय ओवरसीज़ नागरिक थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कहा था- India’s Divider in Chief

आतिश के मुताबिक, असली कारण उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखा गया कवर स्टोरी था. उन्होंने टाइम मैगज़ीन में 2019 में मोदी को 'India’s Divider in Chief' कहा था. इसके बाद, आतिश लिखते हैं, “मेरे दिन भारत में गिने-चुने रह गए थे. सरकार की नज़रों में मैं ‘पाकिस्तानी’ और ‘मुस्लिम’ बना दिया गया, चाहे मेरी मां भारतीय थीं.” OCI रद्द होने के बाद उन्हें वीज़ा तक नहीं दिया गया. यहां तक कि अपनी नानी के निधन पर भी वह भारत नहीं आ सके.

“नागरिकता खोना वैसा है जैसे घर से निकाल दिया जाना"

आतिश का कहना है, “नागरिकता खोना वैसा है जैसे घर से निकाल दिया जाना… भारत मेरा देश था, अब वह अतीत बन चुका है.” 44 वर्षीय आतिश मानते हैं कि उन्होंने भारत को अपनाने के लिए बहुत कोशिश की- हिंदी, उर्दू, संस्कृत सीखी, गांव-गांव घूमे, लेकिन अंततः मोदी सरकार ने उन्हें 'बाहरी' करार दे दिया. अब वह लिखते हैं, “भारत मेरा अतीत है, और मुझे अपने भविष्य की ओर देखना है.”

कौन हैं आतिश तासीर?

आतिश तासीर (Aatish Taseer) एक ब्रिटिश-भारतीय पत्रकार, लेखक और कॉलमनिस्ट हैं. उनका जन्म 1980 में दिल्ली में हुआ था. उनके पिता सलमान तासीर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर रहे, जिनकी 2011 में हत्या कर दी गई थी. वहीं, उनकी मां तवलीन सिंह जानी-मानी भारतीय पत्रकार हैं. वे बचपन से ही भारत में पले-बढ़े और बाद में पढ़ाई करने के लिए ब्रिटेन गए. उन्होंने बाद में ब्रिटिश नागरिकता ले ली. उन्होंने कई बड़े इंटरनेशनल मीडिया आउटलेट्स जैसे TIME, The Guardian, The New York Times आदि के लिए लिखा.

मोदी से कनेक्शन

आतिश तासीर का नाम नरेंद्र मोदी के साथ इसलिए जुड़ा क्योंकि 2019 में उन्होंने TIME Magazine के लिए नरेंद्र मोदी पर एक आर्टिकल लिखा था, जिसका शीर्षक था – India’s Divider in Chief. इस लेख में उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों, खासकर हिंदू-मुस्लिम संबंधों और लोकतंत्र पर असर की आलोचना की थी. इस कवर स्टोरी ने भारत और विदेश में बहुत विवाद खड़ा किया.

भारत सरकार ने उसी साल (2019) आतिश तासीर का OCI कार्ड (Overseas Citizen of India) रद्द कर दिया. वजह बताई गई कि उन्होंने अपने आवेदन में यह तथ्य छुपाया था कि उनके पिता पाकिस्तानी नागरिक थे (OCI नियमों के मुताबिक पाकिस्तानी मूल के व्यक्ति को यह कार्ड नहीं मिल सकता). आतिश का कहना था कि यह कार्रवाई मोदी सरकार की आलोचना करने की वजह से की गई।

आलोचक और लेखक की छवि

मोदी को लेकर उनके लेखों और किताबों में अक्सर आलोचनात्मक रुख देखने को मिलता है. इसीलिए उन्हें मोदी सरकार का आलोचक माना जाता है. वे एक लेखक और पत्रकार हैं, जिनका मोदी से कनेक्शन मुख्यतः उनकी 2019 की TIME Magazine की कवर स्टोरी और बाद में OCI कार्ड रद्द होने की वजह से जुड़ा है.

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