Begin typing your search...

पंकज धीर को पहले मिला था अर्जुन का रोल, मूंछें काटने से मना किया तो बीआर चोपड़ा ने ऑफिस से निकाला;‘कर्ण’ की अनसुनी कहानी

बी.आर. चोपड़ा की महाभारत में कर्ण का किरदार निभाने वाले पंकज धीर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि उन्हें शुरू में अर्जुन का रोल ऑफर हुआ था, लेकिन उन्होंने उसे ठुकरा दिया था. पंकज धीर ने बताया कि वे अपने लुक और मूंछों की वजह से अर्जुन के रोल में फिट नहीं बैठते थे. इस फैसले के बाद उन्हें बीआर चोपड़ा के ऑफिस से निकाल दिया गया था, पर बाद में उन्हें कर्ण का किरदार मिला जिसने उनकी किस्मत बदल दी. महाभारत में कर्ण की भूमिका ने पंकज धीर को घर-घर में पहचान दिलाई और आज भी लोग उन्हें उसी किरदार से याद करते हैं.

पंकज धीर को पहले मिला था अर्जुन का रोल, मूंछें काटने से मना किया तो बीआर चोपड़ा ने ऑफिस से निकाला;‘कर्ण’ की अनसुनी कहानी
X
( Image Source:  instagram.com/pankajdheer999 )

Pankaj Dheer Mahabharat Karna story: बीआर चोपड़ा की 'महाभारत' में 'कर्ण' की भूमिका निभाने वाले अभिनेता पंकज धीर का निधन हो गया है. वे 68 साल के थे और लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे. बता दें कि पंकज ने कर्ण के अलावा अर्जुन के रोल के लिए भी ऑडिशन दिया था, जहां उन्होंने मूछें कटवाने से मना कर दिया, जिसके बाद चोपड़ा ने उन्हें अपने ऑफिस से निकाल दिया.

दरअसल, पुराने इंटरव्यू में पंकज धीर ने खुलासा किया कि डायलॉग राइटर्स राही मासूम रजा, भृंग तुपकरी और पंडित नरेंद्र शर्मा की एक जूरी पैनल के सामने उन्होंने 'अर्जुन' के रोल के लिए ऑडिशन दिया था. वे इस रोल को स्वीकार करने वाले उम्मीदवारों में चुने गए और उन्होंने कांट्रैक्ट साइन भी कर लिया था, लेकिन जब उन्हें कहा गया कि उन्हें मूछें काटनी होंगी तो उन्होंने मना कर दिया क्योंकि उनका मानना था कि मूछों की अनुपस्थिति में उनका चेहरा संतुलित नहीं दिखेगा.

“तुम एक्टर हो या क्या हो?”

पंकज ने आगे बताया कि चोपड़ा इस इनकार से नाराज हो गए और उन्होंने कहा, “तुम एक्टर हो या क्या हो? अपनी मूछों की वजह से इतना बड़ा रोल छोड़ रहे हो.” फिर चोपड़ा ने उन्हें कहा कि वह उस ऑफिस से निकल जाएं और वापस न आएं. पंकज का कहना है कि चोपड़ा ने उनका कॉन्ट्रैक्ट फाड़ दिया और उन्हें छह महीने तक भूमिकाएँ नहीं दीं. वह इस बीच सिर्फ डबिंग करते रहे.

जब चोपड़ा ने पूछा- क्या कर्ण का रोल निभाओगे

हालांकि, बाद में चोपड़ा ने पंकज से संपर्क किया और पूछा- क्या वे कर्ण का रोल निभाएंगे. पंकज ने पूछा कि क्या उन्हें मूंछें कटवानी होंगी तो उन्हें कहा गया- नहीं. इस तरह पंकज धीर को महाभारत के सबसे प्रतिष्ठित किरदार में से एक की भूमिका मिली. जनता ने उन्हें कर्ण की शक्ल में पहचान दी.

संकट और विरोध के बावजूद अवसर मिलते हैं.

यह कहानी न केवल पंकज धीर के करियर संघर्ष की झलक देती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कभी-कभी संकट और विरोध के बावजूद अवसर मिलते हैं. परिश्रम, धैर्य और कुछ हद तक भाग्य ने उन्हें वह मुकाम दिलाया जिसपर आज लोग उन्हें याद करते हैं- कर्ण' का चेहरा.

bollywood
अगला लेख