जहर पीकर इंस्टा पर किया पोस्ट, मेटा ने दिया थाने को अलर्ट, सिर्फ 12 मिनट में बरेली पुलिस ने ऐसे बचाई शख्स की जान
यह घटना बरेली में उस समय सनसनी बन गई जब एक शख्स ने पत्नी से झगड़े के बाद जहर पी लिया और उसका वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दिया. वीडियो अपलोड होने के कुछ ही मिनटों में स्थिति गंभीर होती दिखी, लेकिन इसी दौरान मेटा की ओर से पुलिस को अलर्ट भेजा गया, जिसके बाद अफसरों ने शख्स की जान बचाई.;
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शख्स ने अपनी पत्नी से झगड़े के बाद गुस्से में जहर पी लिया. इतना ही नहीं, इसके बाद उसने इंस्टाग्राम पर आत्महत्या का वीडियो पोस्ट कर दिया. कुछ ही मिनटों में यह वीडियो मेटा की मॉनिटरिंग टीम तक पहुंच गया.
युवक की इंस्टाग्राम आईडी, वीडियो लिंक और लोकेशन डेटा सहित एक अलर्ट सीधे उत्तर प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया कंट्रोल रूम को भेजा गया, जिसके बाद महज 12 मिनट में पुलिस ने उस शख्स की जान बचा ली.
लखनऊ से बरेली तक रेस्क्यू ऑपरेशन
वीडियो पोस्ट होने के बाद लखनऊ के सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेंटर को अलर्ट मिला. इसके बाद उन्होंने तुरंत बरेली पुलिस को मैसेज भेजा. जिले की साइबर सेल और भमोरा थाना पुलिस तुरंत हरकत में आई. मेटा से मिले डेटा के आधार पर युवक का मोबाइल लोकेशन ट्रेस किया गया. कुछ ही मिनटों में पुलिस टीम उसकी सही जगह पर पहुंच चुकी थी.
मिनटों में बचाई गई जान
जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची, तो दरवाजा अंदर से बंद था. अधिकारियों ने बिना देर किए दरवाजा तोड़ा और युवक को बेहोशी की हालत में पाया. तुरंत उसे नजदीकी अस्पताल पहुंचाया. फर्स्ट एड के बाद पीड़ित को जिला अस्पताल रेफर किया. डॉक्टर का कहना था कि अगर 10 से 15 मिनट की देरी होती, तो उसकी जान बचाना मुश्किल था.
परिवार ने जताया पुलिस का आभार
इस घटना के बाद युवक के घरवालों ने यूपी पुलिस का आभार जताया है. परिवार का कहना था कि यदि पुलिस इतनी फुर्ती से कार्रवाई न करती, तो उनका बेटा शायद बच नहीं पाता. युवक की मां ने भावुक होकर बताया कि उन्हें इस बात की भनक तक नहीं थी कि उसने ऐसा कदम उठा लिया है. पुलिस के घर पहुंचने पर ही उन्हें मालूम हुआ कि बेटे ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है.
तकनीकी सतर्कता का नया चेहरा
बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य के मुताबिक यह मामला साफ दिखाता है कि आज की पुलिस तकनीक के इस्तेमाल में कितनी तेज, चौकन्नी और संवेदनशील हो चुकी है. आत्महत्या या किसी भी तरह की हिंसा से जुड़ी ऑनलाइन पोस्ट को फोर्स अब तुरंत और गंभीरता से देखती है. मेटा जैसी टेक कंपनियां भी ऐसे संवेदनशील मामलों में कानून प्रवर्तन एजेंसियों को रियल-टाइम में जरूरी जानकारी देती हैं. इसी प्रकार के डिजिटल अलर्ट सिस्टम की मदद से पिछले कुछ वर्षों में कई लोगों की जान समय रहते बचाई जा चुकी है.