ग्वालियर अपहरण कांड: स्मार्टवॉच के SOS सिस्टम ने ऐसे बचाई युवक की जान, जानें कैसे करता है ये काम

ग्वालियर में कर्ज विवाद के चलते 2 लोगों ने एक होटल मैनेजर को अगवा कर करके एक कमरे में बंद कर दिया था. लेकिन होटल मैनेजर ने कमरे में पड़ी आरोपी की स्मार्टवॉच का इस्तेमाल करके खुद की जान बचा ली. जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.;

( Image Source:  AI: Sora )
Edited By :  विशाल पुंडीर
Updated On : 17 Dec 2025 8:17 AM IST

मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां कर्ज विवाद के चलते अगवा किए गए एक युवा होटल मैनेजर की जान एक स्मार्टवॉच ने बचा ली. साहूकारों की क्रूरता और अवैध वसूली के बीच फंसे युवक ने तकनीक और सूझबूझ का सहारा लेकर खुद को मौत के मुंह से बाहर निकाला.

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घटना ग्वालियर जिले की है, जहां अपहरण, मारपीट और अवैध बंधक बनाए जाने की यह वारदात न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे आज के दौर में तकनीक संकट के समय जीवनरक्षक बन सकती है.

कर्ज विवाद से शुरू हुआ खौफनाक खेल

पीड़ित की पहचान सौरभ शर्मा के रूप में हुई है, जो ग्वालियर की कोटेश्वर कॉलोनी का निवासी है. सौरभ उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में एक होटल में मैनेजर के पद पर कार्यरत है और कुछ दिन पहले ही छुट्टी पर अपने घर आया था. पुलिस के अनुसार, सौरभ ने स्थानीय साहूकार हेमंत शर्मा उर्फ छोटू त्यागी और सचिन त्यागी से 2.90 लाख रुपये उधार लिए थे. सौरभ ने 3.20 लाख रुपये लौटा भी दिए थे, लेकिन इसके बावजूद आरोपियों ने कथित तौर पर चक्रवृद्धि ब्याज जोड़ते हुए उससे 6 लाख रुपये की मांग शुरू कर दी.

घर के पास से अगवा, कमरे में किया बंद

घटना उस समय हुई जब सौरभ अपने घर के पास मौजूद था. तभी दोनों आरोपी उसके पास पहुंचे और उसे मोटरसाइकिल पर अपने साथ चलने के लिए कहा. जब सौरभ ने मना किया, तो उसे जबरन अगवा कर सचिन त्यागी के घर ले जाया गया. वहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया और जब उसने अतिरिक्त रकम देने से इनकार किया तो उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई. गंभीर हमले के बाद उसे उसी कमरे में बंद कर दिया गया.

स्मार्टवॉच बनी जीवनरक्षक

कैद के दौरान सौरभ ने हिम्मत नहीं हारी. उसकी नजर कमरे में रखी सचिन त्यागी की स्मार्टवॉच पर पड़ी. मौके का फायदा उठाते हुए उसने उसी स्मार्टवॉच से अपनी प्रेमिका को कॉल किया और अपने अपहरण की जानकारी देते हुए मदद मांगी. सौरभ की प्रेमिका ने बिना देर किए उसके पिता को सूचना दी, जिन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया.

पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आई. हेमंत शर्मा को हिरासत में लिया गया और उस पर अपने साथी सचिन त्यागी से संपर्क करने का दबाव बनाया गया. पुलिस के दबाव में सचिन ने सौरभ को रिहा कर दिया. इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. अब मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई.

क्या है स्मार्टवॉच का SOS सिस्टम?

SOS सिस्टम एक इमरजेंसी अलर्ट फीचर है, जो खतरे की स्थिति में आपके पहले से सेव किए गए कॉन्टैक्ट्स जैसे परिवार के सदस्य, दोस्त या इमरजेंसी सेवाओं को तुरंत सूचना भेजता है. यह अलर्ट कॉल, मैसेज या नोटिफिकेशन के जरिए भेजा जा सकता है.

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