चुन-चुन कर भेजेंगे पाकिस्तान! दिल्ली में अवैध प्रवासियों पर बढ़ी सख्ती, नागरिकता के लिए नहीं मान्य होंगे Aadhar-PAN
Indian Citizenship: पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने देश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस अपने देश लौटने का आदेश दिया. इसके बाद बड़ी संख्या में लोग अटारी बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान चले गए और कुछ जाने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं दिल्ली में अवैध प्रवासियों नकली आधार-पैन बननाकर खुद को भारतीय नागरिक बना रहे हैं. इसलिए सरकार ने नागरिकता के लिए आधार-पैन को सबूत मानने से इनकार कर दिया है.;
Indian Citizenship: कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए. आतंकवादियों ने धर्म पूछकर घूमने गए टूरिस्टों को मार डाला. हिन्दुओं के नरसंहार के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई एक्शन लिए. यहां तक की पाकिस्तानी नागिरकों को देश वापसी का आदेश भी दिया. साथ ही पाक में भारतीय को वापस आने की भी डेडलाइन दी. अब हिन्दुस्तान में रह रहे पाकिस्तानी वापस जाने को तैयार नहीं हैं.
पाकिस्तान में लोगों को बहुत अत्याचार किया जाता है. वहां महंगाई आसमान छू रही है. आटा के साथ डेटा तक की लड़ाई देखने को मिलती है. भारत सरकार के आदेश के बाद लोगों में डर है. वह चाह रहे हैं कि बस कैसे भी करके हमें यहां रहने दिया जाए और नागरिकता मिल जाए. इस बीच दिल्ली पुलिस ने भारत की नागरिकता के संबंध में दस्तावेजों को लेकर अहम जानकारी दी है.
नागरिकता डॉक्यूमेंट्स को लेकर बदलाव
जानकारी के अनुसार, भारत की नागरिकता लेने के लिए अब आधार कार्ड, पैन कार्ड और राशन कार्ड नागरिकता का सबूत नहीं माने जाएंगे. इस बारे में दिल्ली पुलिस ने साफ कर दिया है कि अब सिर्फ वोटर ID कार्ड या पासपोर्ट ही नागरिकता का पक्का सबूत माना जाएगा.
दिल्ली पुलिस के एक सीनियर अफसर ने बताया कि ये फैसला केंद्र सरकार के निर्देश के बाद लिया गया है. नागरिकता के लिए अप्लाई किए गए डॉक्यूमेंट्स की जांच की जा रही है. इस दौरान अक्टूबर 2024 से चल रहे वेरिफिकेशन अभियान में ये सामने आया कि कई विदेशी लोग खासतौर पर बांग्लादेशी और रोहिंग्या नकली तरीके से आधार, पैन और राशन कार्ड बनवाकर खुद को भारतीय बता रहे थे. इससे भारतीय नागरिकों की सही पहचान करना मुश्किल हो गया. इसलिए दस्तावेज को लेकर बदलाव किया गया है.
दिल्ली पुलिस का प्लान
दिल्ली पुलिस ने सभी जिलों के डीसीपी को अपने क्षेत्र में संदिग्ध पर कड़ी नजर रखने को कहा है. राजधानी में 3500 पाकिस्तानी नागरिक रहते हैं, इनमें से 400 से ज्यादा अटारी बॉर्ड के रास्ते वापस लौट चुके हैं. पुलिस ने साफ कहा है कि अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक हर पाकिस्तानी को वापस नहीं भेज दिया जाएगा. कई सालों से ये लोग दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर अपनी पहचान छिपाकर रह रहे हैं, लेकिन अब इनका वापस जाना तय है.