आतंकी हमला एक संगठित और योजनाबद्ध हिंसात्मक घटना होती है, जिसका उद्देश्य डर और अस्थिरता फैलाना होता है. ऐसे हमले आमतौर पर राजनीतिक, धार्मिक या वैचारिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किए जाते हैं. आतंकवादी संगठनों द्वारा किए गए ये हमले न केवल आम नागरिकों की जान के लिए खतरा होते हैं, बल्कि किसी भी देश की आंतरिक सुरक्षा और शांति व्यवस्था को भी चुनौती देते हैं.
भारत जैसे बड़े और विविधता से भरे देश में आतंकी हमले कई दशकों से चिंता का विषय बने हुए हैं. जम्मू-कश्मीर, पंजाब, पूर्वोत्तर राज्यों और यहां तक कि देश की राजधानी दिल्ली भी कई बार इन हमलों का शिकार हो चुकी है. पुलवामा, उरी, पठानकोट जैसे हमले भारत की सुरक्षा नीति को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते हैं.
आतंकी हमलों से निपटने के लिए भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और लगातार आतंकियों के खिलाफ अभियान चला रही हैं. सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर सहयोग भी आवश्यक है ताकि आतंकवाद के नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सके. आतंकी हमला न केवल जान-माल की हानि करता है, बल्कि देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर भी गहरा असर डालता है.