BJP ने Dharmendra Pradhan को क्यों बनाया Bihar का Election In-charge? जानिए कैसा है अब तक का उनका Report Card
BJP ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का प्रदेश प्रभारी नियुक्त किया है. उनके साथ केशव प्रसाद मौर्य और सी.आर. पाटिल को सह-प्रभारी बनाया गया है. प्रधान का चुनावी अनुभव हरियाणा, उत्तर प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों में पार्टी की जीत में अहम साबित हो चुका है. बिहार में उनका मुख्य काम संगठन मजबूत करना, वोट बैंक का विश्लेषण करना और चुनावी रणनीति को जमीन पर लागू करना होगा.;
Dharmendra Pradhan Bihar BJP Election In-charge: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को प्रदेश प्रभारी नियुक्त किया है. उनके साथ उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और गुजरात भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल को सह-प्रभारी बनाया गया है. यह निर्णय पार्टी की चुनावी रणनीति और संगठनात्मक मजबूती को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
धर्मेंद्र प्रधान को बीजेपी के भीतर एक 'चुपचाप लेकिन असरदार' चुनावी रणनीतिकार के रूप में जाना जाता है. उन्होंने कई राज्यों में भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई है. इसलिए पार्टी की योजना है कि वे बिहार में संगठन को मजबूत करें, वोट बैंक का सही विश्लेषण करें और स्थानीय स्तर पर चुनाव अभियान को प्रभावी बनाएं.
धर्मेंद्र प्रधान का चुनावी रिकॉर्ड
- हरियाणा (2024): धर्मेंद्र प्रधान की रणनीति के कारण भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दर्ज की. उनकी नेतृत्व क्षमता और संगठनात्मक कौशल ने पार्टी को इस कठिन राज्य में सफलता दिलाई.
- उत्तर प्रदेश (2022): धर्मेंद्र प्रधान ने उत्तर प्रदेश में पार्टी की चुनावी रणनीति को सफलतापूर्वक लागू किया, जिससे भाजपा को राज्य में लगातार दूसरी बार जीत मिली. उन्होंने पार्टी के बूथ स्तर तक मजबूत संगठन बनाने और स्थानीय वोटरों को जोड़ने में मदद की.
- ओडिशा (2024): अपने गृह राज्य ओडिशा में भी उन्होंने भाजपा की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
इन सफलताओं के आधार पर, भाजपा ने उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव के लिए प्रभारी नियुक्त किया है, ताकि पार्टी को राज्य में भी सफलता मिल सके.
बिहार चुनाव में धर्मेंद्र प्रधान का रोल
बिहार जैसे राजनीतिक रूप से संवेदनशील राज्य में, धर्मेंद्र प्रधान का अनुभव बेहद अहम है. उनका काम होगा: विधानसभा क्षेत्रों का विश्लेषण और चुनावी रणनीति तय करना, स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं का संगठन मजबूत करना, वोट बैंक मैनेजमेंट करना (खासकर OBC, EBC, और अन्य जातिगत समूहों में) और चुनाव प्रचार के केंद्र-राज्य स्तर के समन्वय को देखना...
बीजेपी को धर्मेंद्र प्रधान से क्या उम्मीद है?
बीजेपी को उम्मीद है कि धर्मेंद्र प्रधान अपने पिछले अनुभव का इस्तेमाल करके बिहार में पार्टी को अधिक सीटें दिलाएंगे. उनका काम केवल रणनीति बनाना ही नहीं, बल्कि उसे जमीनी स्तर पर लागू करना भी है.
धर्मेंद्र प्रधान को बिहार चुनाव प्रभारी बनाने का मतलब है कि पार्टी सुनियोजित, डेटा-आधारित और संगठित चुनावी अभियान चलाना चाहती है. उनके पिछले अनुभव और सफलता को देखते हुए, भाजपा को भरोसा है कि वे राज्य में पार्टी की स्थिति मजबूत करेंगे और चुनावी सफलता दिलाएंगे. बिहार में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.