हमें सत्ता नहीं, सेवा करनी है ... काराकाट में वोट मांगते समय भीड़ के सामने फूट-फूटकर रोईं पवन सिंह की पत्नी

भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह का एक भावुक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह काराकाट सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में रो-रोकर वोट मांगती नजर आ रही हैं. उन्होंने जनता से कहा कि उन्हें सत्ता नहीं, बल्कि सेवा करनी है. निजी विवादों और तलाक की कानूनी लड़ाई के बीच ज्योति अब राजनीति के मैदान में अपनी पहचान बना रही हैं. अब देखना होगा कि काराकाट की जनता उनकी इस भावुक अपील पर कितना भरोसा जताती है.;

( Image Source:  File Photo )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 26 Oct 2025 11:11 PM IST

Pawan Singh wife emotional appeal : भोजपुरी 'पावर स्टार' पवन सिंह के साथ जारी विवाद के बीच अब उनकी पत्नी ज्योति सिंह सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार एक उम्मीदवार के तौर पर... काराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं ज्योति सिंह का एक भावुक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह लोगों के बीच आंसू बहाते हुए वोट मांगती नजर आ रही हैं. उनकी आवाज में टूटन है, पर इरादों में मजबूती...

“हमें सत्ता नहीं, सेवा करनी है”, यह कहते हुए ज्योति सिंह ने अपने समर्थकों से कहा कि वह जनता के सुख-दुख में हमेशा साथ खड़ी रहेंगी. वीडियो में वह भीड़ के बीच खड़ी होकर लोगों से सीधे जुड़ती हैं, कभी हाथ जोड़ती हैं, तो कभी अपनी बात कहते-कहते भावनाओं पर काबू नहीं रख पातीं.

निजी जंग से सार्वजनिक संघर्ष तक

ज्योति और पवन सिंह के रिश्ते की खटास अब सबके सामने है. तलाक का मामला अदालत में है और दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोपों की बौछार लंबे समय से जारी है. इसी विवाद ने पवन सिंह को राजनीति से पीछे हटने पर मजबूर किया, जबकि ज्योति सिंह ने इसे अपनी ‘अग्निपरीक्षा’ मानते हुए चुनावी मैदान में उतरने का फैसला लिया.

अब वह अकेले, बिना किसी बड़े राजनीतिक दल के सहारे, काराकाट की गलियों में घूम-घूमकर जनता से जुड़ रही हैं. अपने पति के नाम से नहीं, बल्कि अपने दम पर वोट मांग रही हैं.

भावनाओं से लबरेज चुनावी सफर

ज्योति सिंह का चुनावी अभियान अब सिर्फ राजनीति नहीं रह गया है. यह एक आत्म-सम्मान की लड़ाई बन चुका है. उनके आंसू और शब्दों में उस दर्द की झलक है जो एक महिला अपने टूटे रिश्ते और बिखरी पहचान को फिर से जोड़ने के लिए झेलती है.

अब देखने वाली बात यह होगी कि काराकाट की जनता ज्योति सिंह की इस भावनात्मक अपील पर कितना भरोसा जताती है. क्या यह भीड़ उनकी सच्चाई और संघर्ष को वोट में तब्दील करेगी, या राजनीति की यह जंग उनके लिए एक और कसौटी बन जाएगी?

Similar News