दुलारचंद यादव की मौत कैसे हुई? पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा- जानें मोकामा मर्डर केस में अब तक क्या-क्या हुआ
मोकामा हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है. पोस्टमार्टम टीम ने बताया कि दुलारचंद यादव की मौत गोली से नहीं हुई, जबकि उन्हें पैर में गोली लगी थी जो आर-पार हो गई. शरीर पर कई अन्य चोटों के निशान मिले हैं, जिससे संकेत मिलता है कि मौत किसी और वजह से हुई हो सकती है. पुलिस ने कई एफआईआर दर्ज कर जांच तेज कर दी है और पोस्टमार्टम की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.;
Dularchand Yadav murder case Mokama: बिहार के मोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान मारे गए दुलारचंद यादव मामले में जांच का रूख बदल सकता है. India Today की रिपोर्ट के मुताबिक, मेडिकल टीम ने प्रारंभिक जानकारी देते हुए बताया है कि दुलारचंद की मौत गोली लगने से नहीं हुई. यह मामला अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है. पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड में शामिल डॉक्टरों ने बताया कि दुलारचंद को पैर में, एंकल जॉइंट के पास गोली लगी थी और वह गोली पैर को पूरी तरह पार कर गई थी. डॉक्टरों के अनुसार ऐसी चोट से मौत होना संभव नहीं है. इससे पहले मृतक के शरीर का एक्स-रे भी कराया गया, जिसमें भी यही तथ्य सामने आए कि गोली से संबंधित चोट जानलेवा नहीं थी.
डॉ. अजय कुमार, जो पोस्टमार्टम बोर्ड का हिस्सा थे, ने बताया कि मृतक के शरीर पर कई अन्य चोटों के निशान मिले हैं, जिनमें अधिकतर घाव रगड़ या छिलने जैसे लग रहे हैं. मेडिकल टीम अब सभी सबूतों और चोटों के आधार पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रही है. वहीं, चुनाव आयोग ने मोकामा हत्याकांड मामले में DGP से रिपोर्ट मांगी है.
मौत का असली कारण क्या? पुलिस जांच तेज
डॉक्टरों की इस टिप्पणी के बाद पुलिस भी अब अन्य एंगल से जांच में जुट गई है. अधिकारियों का कहना है कि पूरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद मौत का असली कारण स्पष्ट होगा.
दुलारचंद की मौत से क्षेत्र में तनाव
इधर, दुलारचंद की मौत से क्षेत्र में तनाव बना हुआ है. गुरुवार को चुनाव प्रचार के दौरान दो पक्षों में विवाद के बाद हिंसा और पथराव हुआ था. इसी दौरान घायल हुए दुलारचंद की बाद में मौत हो गई.
अब तक तीन FIR दर्ज
पटना ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने बताया कि घटना के बाद अब तक तीन FIR दर्ज की गई हैं. मृतक के पोते ने पांच लोगों को नामजद किया है, जबकि एक अन्य शिकायत में छह आरोपियों का जिक्र है. अज्ञात लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है. पथराव मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और पुलिस इलाके में लगातार तैनात है.
अंतिम संस्कार और सुरक्षा
पोस्टमार्टम के बाद दुलारचंद का शव परिवार को सौंपा गया, जिसके बाद अंतिम यात्रा निकाली गई. जिले में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट अगले 24 घंटे में आने की उम्मीद है, जो मामले की दिशा तय कर सकती है.
मोकामा में दुलारचंद यादव की मौत के बाद अब तक क्या-क्या हुआ?
- बिहार के मोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान दुलारचंद यादव की मौत के मामले ने बड़ा राजनीतिक और प्रशासनिक मोड़ ले लिया है.
- घटना के बाद से इलाके में तनाव है और पुलिस लगातार निगरानी में है.
- घटना के तुरंत बाद इलाके में हंगामा हुआ. लोग सड़क पर उतर आए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी हुई. तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया.
- तीन डॉक्टरों की मेडिकल टीम ने बताया कि दुलारचंद के एंकल के पास पैर में गोली लगी थी और गोली आर-पार हो गई, जिससे मौत संभव नहीं लगती. शरीर पर कई घर्षण और चोट के निशान भी मिले.
- मामले में पुलिस ने अब तक तीन एफआईआर दर्ज की है. पहली शिकायत में मृतक के पोते ने 5 आरोपियों का नाम दिया है. दूसरी शिकायत में 6 आरोपितों के नाम शामिल हैं. अज्ञात आरोपियों पर भी केस दर्ज किया है.
- पुलिस ने पत्थरबाजी मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज, मेडिकल रिपोर्ट और गवाहों के आधार पर जांच कर रही है.
- अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है. माना जा रहा है कि रिपोर्ट से मौत की असली वजह साफ होगी.
- घटना के बाद राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ है. जन सुराज पार्टी और स्थानीय नेता इसे चुनावी हिंसा और डराने की रणनीति बता रहे हैं.
- पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया. अंतिम यात्रा भारी पुलिस सुरक्षा में निकाली गई.
- स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन पुलिस अभी भी मुस्तैद है क्योंकि इलाके में चुनावी माहौल है और तनाव फिर भड़क सकता है.
दुलारचंद यादव की मौत सरल मामला नहीं लग रहा. गोली लगी, पर पोस्टमार्टम टीम कह रही है — मौत गोली से नहीं हुई. अब असली कारण का इंतजार है और मामला ख़ासकर चुनावी माहौल में बड़े विवाद की ओर बढ़ गया है.