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कभी लालू यादव के करीबी थे दुलारचंद यादव, हत्या के बाद मोकामा ही नहीं पूरे बिहार में सियासी उबाल; देखें मरने से पहले का Video

बिहार के मोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान गैंगस्टर से नेता बने दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई. कभी लालू यादव के करीबी रहे दुलारचंद हाल में जन सुराज पार्टी से जुड़े थे. पुलिस का दावा है कि पहले उन्हें गोली मारी गई और फिर गाड़ी से कुचल दिया गया. घटना से बिहार की राजनीति और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं.

कभी लालू यादव के करीबी थे दुलारचंद यादव, हत्या के बाद मोकामा ही नहीं पूरे बिहार में सियासी उबाल; देखें मरने से पहले का Video
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( Image Source:  X/GodOfGanges )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 31 Oct 2025 7:53 AM IST

बिहार के मोकामा में गुरुवार को हुए चुनावी हिंसा के इस ताज़ा घटनाक्रम ने राज्य की सियासत को हिला कर रख दिया है. तेज बारिश और चुनावी जोश के बीच अचानक चली गोलियों ने जन सुराज पार्टी के स्थानीय उम्मीदवार के समर्थक और कभी कुख्यात रहे गैंगस्टर-से-राजनेता बने दुलारचंद यादव की जान ले ली. इस वारदात ने न सिर्फ स्थानीय राजनीति में सनसनी फैला दी, बल्कि राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.

दुलारचंद यादव की हत्या ने मोकामा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी तापमान को और बढ़ा दिया है. एक ओर आरजेडी और जेडीयू एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, तो दूसरी ओर जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर आक्रोशित हैं. पुलिस अब चुनावी हिंसा की हर एंगल से जांच कर रही है. लेकिन सवाल अभी भी वही है, बिहार में कब थमेगी गोलियों की राजनीति?

लालू यादव के खास, अब जन सुराज के समर्थक

दुलारचंद यादव कभी लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाते थे. 90 के दशक में वे मोकामा टाल क्षेत्र के प्रभावशाली चेहरों में से एक थे, जिनका नाम डर और राजनीति दोनों में लिया जाता था. हालांकि, हाल के दिनों में उन्होंने प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के स्थानीय उम्मीदवार, जो उनके भतीजे भी हैं, के समर्थन में खुलकर प्रचार करना शुरू किया था.

प्रचार के बीच भिड़ंत, फिर गोलियां चलीं

घटना उस वक्त हुई जब दुलारचंद अपने भतीजे के चुनाव प्रचार में शामिल थे. इसी दौरान अनंत सिंह के समर्थकों के साथ बहस झगड़े में बदल गई. चश्मदीदों के मुताबिक पहले तीखी नोकझोंक हुई, फिर अचानक गोलियों की आवाज़ गूंजी. भगदड़ के बीच दुलारचंद को गोली लगी और जब वे ज़मीन पर गिरे, तो आरोप है कि उन्हें गाड़ी से कुचल दिया गया.

पुलिस की शुरुआती जांच और बयान

पटना (ग्रामीण) के एसपी विक्रम सिहाग ने बताया कि प्रारंभिक जांच में दुलारचंद के पैर में गोली लगने और फिर वाहन से कुचले जाने के सबूत मिले हैं. उन्होंने कहा कि “पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा.” फिलहाल, दुलारचंद के परिजन पुलिस को शव के पास आने नहीं दे रहे हैं और अपने बेटे के लौटने का इंतजार कर रहे हैं.

प्रशांत किशोर और जन सुराज की प्रतिक्रिया

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने घटना को दुखद बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी की जांच टीम मौके पर मौजूद है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने अनंत सिंह के समर्थकों पर हमले का आरोप लगाया और कहा कि पुलिस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसा हुआ तो राज्यभर में जन सुराज कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे.

अनंत सिंह ने सूरजभान पर फोड़ा ठीकरा

इन आरोपों पर जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह ने सफाई दी कि घटना के वक्त वे मोकामा से काफी दूर थे. उन्होंने दावा किया कि यह सब उनके खिलाफ साजिश के तहत किया गया है. अनंत सिंह ने कहा, “यह सूरजभान सिंह की चाल है. उसने मेरी छवि खराब करने के लिए यह पूरा खेल रचा है.” उन्होंने यह भी कहा कि उनके लोगों की गाड़ियां दुलारचंद के समर्थकों ने तोड़ीं.

तेजस्वी यादव का हमला

विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मोकामा और सिवान की घटनाओं को लेकर नीतीश सरकार पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने कहा, “आचार संहिता के बावजूद कुछ लोग खुलेआम हथियार लेकर घूम रहे हैं. यह दिखाता है कि बिहार में कानून का राज नहीं, बल्कि बंदूकों का राज चल रहा है.” तेजस्वी ने कहा कि एनडीए सरकार को बीते 20 साल की बातें छोड़कर बताना चाहिए कि आज बिहार कितना सुरक्षित है.

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