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Bihar: ‘नचनिया-मुजरा’ पर सियासत गरम! कांग्रेस ने BJP तो ज्योति ने खेसारी को घेरा, निरहुआ बोले- ‘बाप को मत सिखा बेटा’

बिहार चुनावी माहौल में इस बार सियासी बहस का मुद्दा विकास के साथ 'नचनिया-मुजरा' भी बन गया है. इस मसले की शुरुआत पीएम मोदी के खिलाफ राहुल गांधी के डांस वाले बयान से हुई थी, पवन खेड़ा ने मुजरा तक पहुंचा दिया. इस मसले पर ऐसा इसलिए कि भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव पर ज्योति ने जमकर खरीखोटी सुनाई है. निरहुआ ने भी खेसारी पर पलटवार करते हुए कहा 'बाप को मत सिखाइए बेटा'.

Bihar: ‘नचनिया-मुजरा’ पर सियासत गरम! कांग्रेस ने BJP तो ज्योति ने खेसारी को घेरा, निरहुआ बोले- ‘बाप को मत सिखा बेटा’
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बिहार में चुनावी जंग के बीच एक अनोखा विवाद सियासत की सुर्खियों में है. यह विवाद नचनिया और मुजरा से जुड़ा है. इसकी शुरुआत राहुल गांधी के पीएम मोदी के लिए 'डांस' वाले विवाद से हुई थी. उसके बाद भोजपुरी इंडस्ट्री से जुड़े कलाकार भी इस बार चुनावी मैदान कूद गए. जिसकी वजह से 'नचनिया-मुजरा' विवाद चरम पर पहुंच गया है. चुनाव मामला होने की वजह से अब यह राजनीतिक मुद्दा भी बन गया है.

राहुल गांधी के डांस वाले बयान पर बीजेपी ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 'अपमानजनक और अशोभनीय टिप्पणी' करने का आरोप लगाया था. भाजपा की शिकायत में कहा गया कि राहुल गांधी ने 29 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर और दरभंगा में हुई चुनावी सभाओं के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पर व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए कहा कि "अगर आप नरेंद्र मोदी से कहेंगे तो वो वोटों के लिए डांस भी करेंगे."

PM मुजरा बोले तो ठीक, राहुल डांस बोलें तो समस्या कैसे?

वहीं बीजेपी की शिकायत पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने 30 अक्टूर को कहा था, 'यह प्रधानमंत्री ही थे जिन्होंने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए 'मुजरा' जैसे शब्द का इस्तेमाल किया था.'

पवन खेड़ा ने आगे कहा कि यह विडंबना है कि प्रधानमंत्री अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए 'मुजरा' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उन्हें 'डांस' शब्द से समस्या है.' खेड़ा ने पीएम की 25 मई की बयान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था, 'मैं अनुसूचित जातियों, जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के अधिकारों को छीनकर उन्हें मुसलमानों की ओर मोड़ने की 'इंडिया' गठबंधन की योजनाओं को विफल कर दूंगा. वे अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए मुजरा कर सकते हैं.'

बिहार में चुनावी जंग के बीच एक अनोखा विवाद सियासत की सुर्खियों में है. यह विवाद नचनिया और मुजरा से जुड़ा है. दरअसल, भोजपुरी इंडस्ट्री से जुड़े कलाकार भी इस बार चुनावी मैदान में हैं. जिसकी वजह से 'नचनिया-मुजरा' विवाद चरम पर पहुंच गई है. चुनाव मामला होने की वजह से यह राजनीतिक मुद्दा भी बन गया है. जहां निर्दलीय प्रत्याशी ज्योति सिंह ने भोजपुरी अभिनेता और महागठबंधन समर्थक खेसारी लाल यादव को उनके मंचीय अंदाज को लेकर घेरा है, वहीं भाजपा सांसद निरहुआ (दिनेश लाल यादव) ने पलटवार करते हुए छपरा से आरजेडी प्रत्याशी को बड़ी नसीहत दी है.

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री और बिहार की राजनीति में इन दिनों नया तूफान उठा है. एक तरफ हैं पावर स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह इस बार काराकाट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं. दूसरी ओर हैं सुपरस्टार खेसारी लाल यादव, जो छपरा सीट से आरजेडी के उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रहे हैं.

यहां तक तो सब कुछ ठीक है, लेकिन खेसारी ने हाल ही में पवन सिंह को नचनिया कहकर संबोधित किया, जिससे माहौल गरमा गया. अब ज्योति सिंह ने इस बयान पर खुलकर नाराजगी जताई है और पवन सिंह के सम्मान की रक्षा के लिए मोर्चा खोल दिया है.

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का अपमान

पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह सख्त तेवर अख्तियार करते हुए कहा कि खेसारी लाल यादव को इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. हर किसी का एक प्रोफेशन होता है. मेरे पति पवन अपने काम से लोगों का मनोरंजन करते हैं, मेहनत करते हैं. ऐसे में उन्हें नचनिया कहना किसी कलाकार का अपमान है. एक जूनियर कलाकार ही ऐसा तो मामला समझ से परे हो जाता है. अगर आप ऐसा कहते हैं, तो आप पूरी भोजपुरी इंडस्ट्री को नीचा दिखा रहे हैं. पवन सिंह एक सच्चे कलाकार हैं और लाखों लोगों के दिलों में बसते हैं. आप खुद की उनसे तुलना नहीं कर सकते.

मैं अब भी पवन की पत्नी हूं

ज्योति सिंह ने आगे कहा कि पवन सिंह मेरे पति थे, हैं और रहेंगे. भले ही तलाक का केस कोर्ट में चल रहा है, लेकिन जब तक पेपर साइन नहीं होता, तब तक वो मेरे पति हैं. मैं एक भारतीय नारी हूं और हमारे यहां शादी का बहुत महत्व है. मैं पूरी कोशिश करूंगी कि तलाक ना हो. मैं पवन जी के नाम से जानी जाती हूं. लोग मुझे पवन जी की पत्नी कहते हैं और यही मेरी पहचान है. चाहे कुछ भी हो जाए, मेरी इच्छा है कि हमारा रिश्ता कभी खत्म न हो.

विधायक होकर धरती पलट देंगे क्या?

हाल ही में खेसारी लाल ने बीजेपी सांसद मनोज तिवारी, रवि किशन और निरहुआ पर भी तंज कसा था. खेसारी लाल यादव ने यूट्यूब चैनल से बात करते हुए कहा था, 'जब खेसारी लाल यादव यह कह रहे हैं कि मनोज तिवारी, रवि किशन और निरहुआ ने कुछ नहीं किया तो जब यह लोग सांसद होकर कुछ नहीं कर पाए, तो आप विधायक होकर क्या कर लेंगे? आप इतना जो उड़ रहे हैं, इतनी बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं कि विधायक होकर धरती पलट देंगे, भाई आप क्या कर लोगे?'

निरहुआ यहीं नहीं रुके. उन्होंने खेसारी लाल यादव पर सलमान खान के एक डायलॉग से करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि इनको मैं सिर्फ एक ही जवाब देना चाहूंगा जो सलमान खान ने एक फिल्म में डायलॉग बोला था कि 'बाप को मत सिखाइए बेटा कैसे पैदा किया जाता है?'

कुएं का मेंढक है खेसारी

उन्होंने कहा, 'चाहे मनोज तिवारी हो, रवि किशन हो या फिर मैं जब हम लोग सांसद बने और जिम्मेदारी मिली तो जो हमारा काम होता है, उसको हमने बखूबी निभाया. आपको इसलिए यह सब नहीं दिखा, क्योंकि आप एक कुएं के मेंढक हैं.'

बता दें कि सोशल मीडिया पर जारी इस बयानबाजी की वजह से भोजपुरी इंडस्ट्री दो गुटों में बंट गई है. एक पक्ष पवन सिंह और ज्योति के समर्थन में है, जबकि दूसरा खेसारी के पक्ष में.

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