राहुल गांधी ने EC पर फोड़ा 'हाइड्रोजन बम', कहा- 18 महीने में लिखी..., वोट चोरों को बचा रहे CEC; 10 बातें
राहुल गांधी द्वारा 'वोट चोरी' के खुलासे के बाद गुरुवार को चुनाव आयोग पर 'हाइड्रोजन बम' वाला हमला बोला. उन्होंने ईसी (EC) पर 'लोकतंत्र के विनाशक' कहे जाने वाले लोगों को बचाने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता ने ये भी कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के बजाय, चुनाव आयोग पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रहा है.;
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार (18 सितंबर) को चुनाव आयोग (EC) के खिलाफ 'हाइड्रोजन बम' वाली प्रेस कांफ्रेंस की. उन्होंने चुनाव आयोग (EC) पर गंभीर आरोप लगाते हुए उस शख्स को मंच पर बुलाया जिसका वोट डिलीट किया गया है. दिल्ली प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वोटर लिस्ट से बहुत बड़े पैमाने पर वोटर के नाम कट रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब केंद्रीकृत और योजनाबद्ध तरीके से कराया जा रहा है.जानें राहुल गांधी के प्रेस कॉन्फ्रेंस की 10 प्रमुख बातें.
1. 18 महीने में लिखी 18 चिट्ठी
राहुल गांधी ने कहा कि मैं इस मंच पर ऐसा कुछ भी नहीं कहने जा रहा हूं, जो 100 प्रतिशत सत्य पर आधारित न हो. मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो अपने देश से प्यार करता हूं, मैं अपने संविधान से प्यार करता हूं, मैं लोकतांत्रिक प्रक्रिया से प्यार करता हूं, और मैं उस प्रक्रिया की रक्षा कर रहा हूं." उन्होंने दावा किया कि पिछले लगभग डेढ़ साल में चुनाव आयोग को 18 पत्र लिखे गए हैं, लेकिन आयोग ने उन पत्रों का कोई उचित जवाब नहीं दिया.
2. अलंद, कर्नाटक में 6,018 वोटों का मामला
राहुल गांधी के मुताबिक कर्नाटक के अलंद निर्वाचन क्षेत्र में 6,018 वोट हटाने के लिए आवेदन किए गए थे. उन्होंने कहा कि ये आवेदन उन मतदाताओं ने नहीं किया, बल्कि सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करके स्वचालित रूप से या बिना उनकी जानकारी के दर्ज किए गए.
3. निर्वाचन प्रक्रिया 'हाइजैक'
राहुल गांधी ने कहा कि इस प्रक्रिया को 'हाइजैक' किया गया है - यानी कुछ बाहरी तत्वों ने चुनावी प्रक्रिया को अधिग्रहित कर लिया है ताकि वोटर लिस्ट से नाम निकाले जा सके. उनका कहना है कि चुनाव आयोग के अंदर कुछ लोग हैं जो इस तरह की अनियमितताओं पर प्रकाश डालने में मदद कर रहे.
4. कांग्रेस समर्थित OBC और दलित वोट पर चोट
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का दावा है कि ये नाम मतदाताओं को निशाना बना कर हो रहा है. दलित और OBC समुदायों के मतदाताओं पर विशेष असर हो रहा है. राहुल गांधी ने कहा कि उनके पास ऐसे स्पष्ठ और स्पष्ट सबूत हैं, जिसमें भ्रम की गुंजाइश नहीं है कि नाम कैसे हटाए गए, किस IP से, किस डिवाइस से, किस OTP या किस व्यक्ति द्वारा.
5.सूर्यकांत ने 14 मिनट में हटाए 12 वोट
राहुल गांधी ने आगे कहा कि उनके पास 100 प्रतिशत प्रमाण हैं कि इस तरह की हटाई गई वोटर नामों की प्रक्रिया हुई है. चुनाव आयोग के ज्ञानेश कुमार पर आरोपों के जवाब न देने के लिए निशाना बनाया. उन्होंने बताया कि 'सूर्यकांत' नाम के व्यक्ति ने सिर्फ 14 मिनट में 12 मतदाताओं के नाम हटा दिए.
6. सॉफ्टवेयर का दिया हवाला
उन्होंने कहा कि सॉफ्टवेयर के माध्यम से नाम हटाए जा रहे हैं और अलग-अलग राज्यों के मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर ये आवेदन बाहर से भेजे जा रहे हैं.
7. युवाओं और लोकतंत्र को खतरा
राहुल ने कहा है कि ये सिर्फ वोटों की चोरी नहीं है बल्कि लोकतंत्र, अधिकार और संविधान के अस्तित्व का मामला है. उन्होंने इस तरह के कदमों को “मताधिकार की चोरी”, “शिक्षा की चोरी”, “रोज़गार की चोरी” आदि जैसे पहलुओं से जोड़ा है.
8. चुनाव आयोग पर आरोप
राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि Chief Election Commissioner ज्ञानेश कुमार उन लोगों की रक्षा कर रहे हैं जो इस वोटर नाम हटाने की प्रक्रिया में शामिल हैं.
9. इन राज्यों का दिया उदाहरण
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सिर्फ कर्नाटक ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र में भी वोटरों की संख्या में बढ़ोतरी हुई लेकिन कुछ नाम कटे हैं, तथा बाहर से मोबाइल नंबरों के इस्तेमाल की बातें उठाई हैं.
10. आरोपों के ठोस प्रमाण पेश करें
चुनाव आयोग ने “one person one vote” के सिद्धांत की बात कही है और कहा है कि आरोपों के लिए ठोस प्रमाण पेश किए जाएं. पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एस. वाई. कुरैशी ने भी राहुल गांधी के इन आरोपों की जांच की मांग की है.
बता दें कि राहुल गांधी द्वारा "वोट चोरी" के खुलासे का "हाइड्रोजन बम" जल्द ही सामने लाने की बात कहने के कुछ दिनों बाद उन्होंने चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला है. उस पर 'लोकतंत्र के विनाशक' कहे जाने वाले लोगों को बचाने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के बजाय, चुनाव आयोग पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रहा है.