आपके 2 ही बच्चे हैं बाकी और 2 कब... बीजेपी नेता Navneet Rana के 4 बच्चे वाले बयान पर बवाल, सोशल मीडिया पर भड़के लोग

बीजेपी नेता और पूर्व सांसद नवनीत राणा एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. हिंदुओं से कम से कम चार बच्चे पैदा करने की अपील करते हुए उन्होंने एक मुस्लिम मौलाना के कथित बयान का हवाला दिया, जिसके बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी बहस छिड़ गई. आलोचकों ने इसे भड़काऊ और गैर-जिम्मेदाराना बताया, जबकि समर्थकों ने इसे हिंदू समाज के लिए चेतावनी करार दिया. यह बयान ऐसे समय आया है जब देश में जनसंख्या नियंत्रण, धर्म और सामाजिक संतुलन पर संवेदनशील चर्चा चल रही है. इससे पहले भी नवनीत राणा कई बार अपने बयानों के चलते विवादों में रह चुकी हैं.;

( Image Source:  X/navneetravirana )
Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 23 Dec 2025 3:22 PM IST

भारतीय राजनीति में बयानबाज़ी कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब बयान जनसंख्या, धर्म और पहचान जैसे संवेदनशील मुद्दों को छूने लगें, तो बहस सियासत से निकलकर समाज तक पहुंच जाती है. ऐसी ही एक नई बहस को जन्म दिया है बीजेपी नेता और पूर्व सांसद Navneet Rana के हालिया बयान ने, जिसमें उन्होंने हिंदुओं से कम से कम चार बच्चे पैदा करने की अपील की.

नवनीत राणा के इस बयान ने सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक हंगामा खड़ा कर दिया है. समर्थक इसे “सांस्कृतिक चेतावनी” बता रहे हैं, तो आलोचक इसे भड़काऊ और गैर-जिम्मेदाराना करार दे रहे हैं. यह विवाद ऐसे समय सामने आया है, जब देश में जनसंख्या, धर्म और ध्रुवीकरण को लेकर पहले से ही तीखी बहस चल रही है.

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क्या है नवनीत राणा का ताज़ा बयान?

एक सार्वजनिक मंच से बोलते हुए नवनीत राणा ने कहा कि हिंदुओं को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए. उन्होंने एक मुस्लिम मौलाना के कथित बयान का हवाला देते हुए कहा कि एक मौलाना बोलता है, मुझे 4 बीवियां और 19 बच्चे हैं, मैं हर हिंदू को आव्हान करूंगी. अगर वो 19 करते हैं तो हमें 4 तो करना चाहिए. इसी तुलना ने उनके बयान को विवाद के केंद्र में ला दिया.

सोशल मीडिया पर बवाल

बयान सामने आते ही सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं. कई यूजर्स ने इसे जनसंख्या नियंत्रण और संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ बताया, जबकि कुछ समर्थकों ने इसे “हिंदू समाज को जागरूक करने वाला बयान” कहा. ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब पर वीडियो क्लिप्स वायरल हो गईं. अब लोग कह रहे हैं कि आपको दो बच्चे हैं.  आप दो और कब कर रही हैं.

‘बंटोगे तो कटोगे’ नैरेटिव से जुड़ता बयान

नवनीत राणा के भाषणों में अक्सर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath के नारे “बंटोगे तो कटोगे” का ज़िक्र मिलता है. इस बार भी उन्होंने इसी विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हिंदू समाज को संगठित और संख्यात्मक रूप से मजबूत रहना होगा.

पहले भी दे चुकी हैं विवादित बयान

यह पहला मौका नहीं है जब नवनीत राणा विवादों में घिरी हों. अमरावती में स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान उन्होंने धर्म ध्वज को लेकर कहा था कि जो उस पर उंगली उठाए, उसकी उंगलियां काट दी जानी चाहिए. उस बयान पर भी देशभर में कड़ी आलोचना हुई थी और कानूनी कार्रवाई की मांग उठी थी.

प्रधानमंत्री मोदी और सनातन का संदर्भ

इसी चुनावी रैली में नवनीत राणा ने प्रधानमंत्री Narendra Modi का ज़िक्र करते हुए कहा था कि अयोध्या में धर्म ध्वज फहराने से दुनिया भर में सनातन की प्रतिष्ठा बढ़ी है. उनके बयान अक्सर धार्मिक गौरव और राष्ट्रवाद को एक साथ जोड़ते नजर आते हैं.

बयान बनाम जिम्मेदारी की बहस

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह के बयान जनसंख्या नीति, महिला स्वास्थ्य और सामाजिक संतुलन जैसे मुद्दों को नजरअंदाज करते हैं. आलोचकों का मानना है कि किसी समुदाय को दूसरे समुदाय से तुलना करके बच्चे पैदा करने की अपील समाज में विभाजन बढ़ा सकती है.

मॉडलिंग से राजनीति तक का सफर

नवनीत राणा ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की थी. इसके बाद उन्होंने 2006 से 2013 के बीच मराठी फिल्मों में काम किया और पहचान बनाई. अभिनय के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और 2019 में अमरावती से निर्दलीय सांसद बनीं.

बीजेपी में एंट्री और चुनावी हार

साल 2024 में नवनीत राणा भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं और अमरावती से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा. हालांकि उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार बलवंत बसवंत वांखेड़े से हार का सामना करना पड़ा. इसके बावजूद, वह लगातार बयानों के जरिए राजनीतिक चर्चा के केंद्र में बनी रहती हैं.

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