CSIR-NET घोटाला: 66 पेज के लीक क्वेश्चनपेपर बरामद, 37 छात्र-छात्राओं से वसूले थे लाखों; 5 के खिलाफ दर्ज FIR
18 दिसंबर 2025 को देशभर में राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा कंप्यूटर आधारित मोड (CBT) में आयोजित संयुक्त CSIR-UGC राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) हरियाणा में विवादों में घिर गई. परीक्षा से एक दिन पहले, यानी 17 दिसंबर को ही पेपर लीक हो गया था. कुछ गिरोह के सदस्य छात्रों से 3 से 4 लाख रुपये लेकर उन्हें परीक्षा पास कराने का सौदा कर रहे थे.
CSIR-NET Scam: देश के विभिन्न राज्यों में 18 दिसंबर 2025 को संयुक्त CSIR-UGC राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) आयोजित की गई. यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा पूरे देश में कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) मोड में कराई गई. लेकिन हरियाणा में यह परीक्षा एक दिन पहले ही, यानी 17 दिसंबर को लीक हो गई थी. कुछ लोग छात्रों से 3 से 4 लाख रुपये लेकर परीक्षा पास कराने का सौदा कर रहे थे. दैनिक भास्कर के मुताबिक, जिन छात्रों ने यह सौदा किया, उन्हें अलग-अलग जगहों से एक गाड़ी में बैठाकर हरियाणा के गोहाना क्षेत्र में स्थित एक दो मंजिला कबड्डी एकेडमी में लाया गया. वहां पर उन्हें अगले दिन आने वाले परीक्षा के सवालों की पूरी जानकारी दी गई. साथ ही, उन सवालों को हल करने की अच्छी खासी प्रैक्टिस भी करवाई गई. लेकिन इस पूरे मामले की सूचना समय रहते हरियाणा पुलिस की CM फ्लाइंग टीम को मिल गई.
पुलिस टीम ने उस टेम्पो ट्रैवलर का पीछा किया, जिसमें छात्रों को एकेडमी तक लाया जा रहा था. इसी तरह टीम भी मौके पर पहुंच गई. वहां छापेमारी में कुल 37 छात्र-छात्राएं मौजूद मिली. इनमें से 16 छात्र केमिस्ट्री (वास्तव में केमिकल साइंस) विषय की परीक्षा देने वाले थे, जबकि 21 छात्र लाइफ साइंस विषय के थे. मौके से दोनों विषयों के A और B सेट के प्रश्न पत्र बरामद हुए, जिनकी कुल पृष्ठ संख्या 66 थी. रोहतक जिले के करौथा गांव के दो लोग, नीरज कुमार धनखड़ और सचिन, मौके पर गिरफ्तार किए गए. ये दोनों छात्रों के पास बैठकर उन्हें पेपर सॉल्व करवा रहे थे. इस बड़ी कार्रवाई को पूरी तरह गुप्त रखा गया. कहा जा रहा है कि हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में यह मुद्दा न उठे, इसलिए मीडिया को इसकी जानकारी नहीं दी गई. हालांकि, दैनिक भास्कर के पास गोहाना सदर थाने में दर्ज FIR की प्रति मौजूद है.
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गोहाना में दर्ज FIR को 6 मुख्य बिंदुओं में समझिए – क्या-कब और कैसे हुआ
- CM फ्लाइंग टीम को गुप्त सूचना मिली: रोहतक की CM फ्लाइंग टीम के सब-इंस्पेक्टर कर्मबीर सिंह को खुफिया जानकारी मिली कि 18 दिसंबर को होने वाली CSIR-UGC NET परीक्षा का पेपर लीक हो चुका है. कुछ लोग छात्रों से 3 से 4 लाख रुपये लेकर उन्हें पास कराने का धंधा कर रहे हैं. इस सूचना पर टीम ने पानीपत के इसराना इलाके में NC कॉलेज के पास कैम्प लगाया और निगरानी शुरू कर दी.
- टेम्पो ट्रैवलर में छात्रों को बैठाया गया: निगरानी के दौरान टीम को पता चला कि एक टेम्पो ट्रैवलर (नंबर HR-67E-6581) सर्विस रोड पर खड़ी है. कुछ देर बाद इसमें कई छात्र-छात्राएं सवार हुईं. CM फ्लाइंग टीम ने इस गाड़ी का पीछा शुरू किया. यह गाड़ी NC कॉलेज से चलकर गोहाना के शाहपुर गांव के पास नरवाल कबड्डी एकेडमी की इमारत में जाकर रुकी.
- एकेडमी पर छापेमारी की गई: टीम ने देखा कि सभी छात्रों को इमारत की दूसरी मंजिल पर ले जाया जा रहा है. इसके बाद टीम ने गोहाना सदर पुलिस को सूचना दी. दोनों टीमों ने मिलकर एकेडमी पर छापा मारा.
- दूसरी मंजिल के कमरों में छात्र और आरोपी मिले: छापेमारी में दूसरी मंजिल के दो कमरों से कुल 37 छात्र-छात्राएं और दो अन्य लोग पकड़े गए. इन दोनों की पहचान रोहतक के करौथा गांव के नीरज कुमार धनखड़ और सचिन के रूप में हुई.
- पूछताछ में बड़ा खुलासा: SI कर्मबीर सिंह की पूछताछ में नीरज और सचिन ने कबूल किया कि वे छात्रों को अगले दिन की परीक्षा का पेपर उपलब्ध करवा रहे हैं. यह सौदा हर छात्र से 3 से 4 लाख रुपये में तय हुआ था. नीरज ने बताया कि उसका भाई धीरज मोबाइल पर पेपर भेजता था, जिसे वह लैपटॉप और दो प्रिंटर से प्रिंट करके छात्रों को बांटता था.
- गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम सामने आए: पूछताछ में धीरज, पवन और आशीष के नाम भी उजागर हुए. पुलिस ने गोहाना सदर थाने में नीरज कुमार धनखड़, सचिन, धीरज, पवन और आशीष कुल पांच लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया.
छात्र-छात्राओं के नाम FIR में दर्ज नहीं
FIR में पकड़े गए 37 छात्र-छात्राओं के नाम नहीं दर्ज हैं, लेकिन पुलिस ने उनकी पूरी लिस्ट तैयार की है. जांच आगे बढ़ने पर उन्हें शामिल किया जाएगा. इन छात्रों में हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों के भी लोग शामिल हैं. FIR में कैमिस्ट्री विषय का जिक्र है, जबकि CSIR-UGC NET में यह विषय 'केमिकल साइंस' कहलाता है. खबर में FIR के अनुसार ही कैमिस्ट्री लिखा गया है. SI कर्मबीर सिंह ने कहा कि बरामद पेपरों का मिलान किया जा रहा है. पूरी जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी.
अब जानिए, यह CSIR-UGC NET परीक्षा आखिर है क्या और क्यों इतनी महत्वपूर्ण है?
CSIR-UGC NET क्या है?
CSIR का पूरा नाम वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद है, जबकि UGC-NET यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा है. यह जूनियर रिसर्च फैलोशिप (JRF) और असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए संयुक्त पात्रता परीक्षा है.
इसमें कौन-कौन से विषय शामिल होते हैं?
मुख्य रूप से विज्ञान के 5 विषय: केमिकल साइंस, लाइफ साइंस, मैथमेटिकल साइंस, फिजिकल साइंस और अर्थ साइंस. (फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ जैसे कोर विषय अलग से UGC-NET में आते हैं).
परीक्षा पास करने पर क्या फायदा मिलता है?
JRF क्वालिफाई करने पर फैलोशिप मिलती है. पहले दो साल महीने के 31 हजार रुपये, फिर 35 हजार रुपये. पीएचडी या रिसर्च करने का अच्छा अवसर. कॉलेज या यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की योग्यता. DRDO, CSIR लैब्स, ISRO, BARC जैसी बड़ी संस्थाओं में रिसर्च के मौके.
हरियाणा में कितने सेंटर थे और परीक्षा कैसे होती है?
- यह पूरी तरह ऑनलाइन CBT परीक्षा है. छात्र राज्य और जिला चुनते हैं, फिर NTA सेंटर आवंटित करता है. सभी जगह एक ही पेपर होता है, अलग-अलग सेट नहीं बनते. यह मामला परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल उठाता है. पुलिस जांच जारी रखे हुए है और उम्मीद है कि पूरे गिरोह का पर्दाफाश होगा.
- देश के कई राज्यों में 18 दिसंबर को संयुक्त सीएसआईआर-यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (CSIR-UGC NET) का पेपर हुआ. राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने यह परीक्षा देशभर में कंप्यूटर-आधारित (CBT) मोड में कराई. हरियाणा में इसका पेपर एक दिन पहले ही यानी 17 दिसंबर को ही आउट हो गया था. स्टूडेंट्स से 3 से 4 लाख रुपए में यह पेपर सॉल्व कराने का सौदा हुआ.
- जिन स्टूडेंट्स से सौदा हुआ, उन्हें अन्य स्थानों से एक गाड़ी में बैठाकर गोहाना क्षेत्र में बनी दो मंजिला कबड्डी एकेडमी में लाया गया. जहां अगले दिन परीक्षा में आने वाले सवालों की जानकारी दी गई. साथ ही पेपर सॉल्व करने की प्रैक्टिस करवाई गई. इस मामले की भनक हरियाणा की CM फ्लाइंग टीम को समय पर लग गई.
- जिस टैम्पो ट्रैवलर में स्टूडेंट्स को गोहाना एकेडमी तक लाया गया, उसका पीछा करते हुए फ्लाइंग टीम भी पहुंच गई. मौके पर 37 अभ्यर्थी मौजूद मिले. इनमें से 16 को कैमिस्ट्री तो 21 स्टूडेंट्स लाइफ साइंस विषय का पेपर देना था. मौके से दोनों विषयों के A व B सेट के प्रश्न पत्र मिले, जिनके कुल 66 पेज हैं.
- रोहतक के करौथा के रहने वाले 2 व्यक्तियों को यहां अरेस्ट किया गया. ये स्टूडेंट्स के पास बैठकर पेपर सॉल्व करवा रहे थे. इतनी बड़ी कार्रवाई को बेहद गुप्त रखा गया है. बताया जा रहा है कि हरियाणा के विंटर सेशन में इसको लेकर मुद्दा न बन जाए, इसलिए इसकी भनक मीडिया को नहीं लगने दी गई. दैनिक भास्कर एप के पास इस मामले में गोहाना सदर थाने में दर्ज FIR की कॉपी है.
FIR में 5 लोगों के नाम....
गोहाना में दर्ज FIR को 6 पॉइंट में समझें, कब-क्या हुआ
CM फ्लाइंग को मिली गुप्त सूचना: रोहतक CM फ्लाइंग के सब-इंस्पेक्टर कर्मबीर सिंह को गुप्त सूचना मिली थी कि 18 दिसंबर को होने वाली CSIR-UGC NET परीक्षा का पेपर लीक हुआ है. एग्जाम को पास कराने के लिए कुछ लोग स्टूडेंट्स से 3 से 4 लाख रुपए वसूल रहे हैं। सूचना के आधार पर टीम ने पानीपत के इसराना स्थित NC कॉलेज के पास डेरा डाल दिया और निगरानी शुरू की.
टैम्पो ट्रैवलर में बैठाए स्टूडेंट्स: CM फ्लाइंग ने निगरानी के दौरान देखा कि एक टैम्पो ट्रैवलर (HR-67E-6581) सर्विस रोड पर खड़ी हुई है. कुछ देर बाद इसमें कुछ छात्र-छात्राएं सवार हुए. फ्लाइंग टीम ने इस गाड़ी का पीछा किया. यह गाड़ी NC कॉलेज के पास से चल कर गोहाना में शाहपुर गांव से आगे नरवाल कबड्डी एकेडमी की बिल्डिंग में जाकर रुकी.
कुछ देर बाद एकेडमी पर छापेमारी: CM फ्लाइंग ने देखा कि स्टूडेंट्स को कबड्डी एकेडमी की बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर ले जाया गया. इसके बाद टीम ने मामले की सूचना गोहाना पुलिस को दी. गोहाना थाना सदर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो पूरी जानकारी शेयर की गई. CM फ्लाइंग और पुलिस की संयुक्त टीम ने कबड्डी एकेडमी में रेड कर दी.
ऊपर के दो कमरों में मिले स्टूडेंट्स: छापेमारी के दौरान दूसरी मंजिल के दो कमरों में रेड की गई. वहां पर कुल 37 छात्र-छात्राएं और 2 अन्य व्यक्ति बैठे मिले. दोनों व्यक्तियों की पहचान नीरज कुमार धनखड़ और सचिन के तौर पर हुई. दोनों ही रोहतक के करौथा गांव के रहने वाले हैं.
पूछताछ में ये हुआ खुलासा: CM फ्लाइंग के SI कर्मबीर ने पूछताछ की तो नीरज और सचिन ने बताया कि वे छात्रों को अगले दिन (18 दिसंबर) होने वाले CSIR-UGC NET एग्जाम के पेपर उपलब्ध करवा रहे हैं. यह सौदा प्रति छात्र 3 से 4 लाख रुपए में तय हुआ है.
मोबाइल पर मिला था प्रश्न पत्र: CM फ्लाइंग की ओर से दर्ज कराई गई FIR के अनुसार, नीरज ने खुलासा किया कि उसका भाई धीरज मोबाइल फोन पर पेपर भेजता था. वह मौके पर मौजूद लैपटॉप और दो प्रिंटर के जरिए प्रिंट निकालकर छात्रों को बांटता था.
गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम सामने आए
नीरज और सचिन से हुई पूछताछ में गिरोह के कई अन्य सदस्यों के नाम भी सामने आए. इनमें धीरज, पवन और आशीष के नाम बताए गए हैं. पुलिस ने गोहाना सदर थाने में 5 व्यक्तियों नीरज कुमार धनखड़, सचिन, धीरज, पवन व आशीष के खिलाफ CM फ्लाइंग रोहतक के SI कर्मबीर की शिकायत पर धारा 316(2)/318(4)/61(2) BNS के तहत केस दर्ज किया है.
FIR में मौके पर मिले छात्र-छात्राओं का नाम नहीं
गोहाना सदर थाना में 18 दिसंबर को दर्ज हुई FIR नंबर 467 में मौके पर पकड़े गए 37 छात्र-छात्राओं में से किसी का नाम नहीं है. हालांकि पुलिस ने सभी के नाम एड्रेस लेकर इनकी लिस्ट तैयार की है. पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, इनको जांच में शामिल किया जाएगा. फिलहाल पुलिस मामले में संलिप्त अन्य लोगों की तलाश में जुटी है. बताया जा रहा है कि इन स्टूडेंट्स में हरियाणा के अलावा बाहरी राज्यों के भी छात्र-छात्राएं हैं.
FIR में कैमिस्ट्री का जिक्र, CSIR में यह विषय नहीं
पुलिस की FIR में कैमिस्ट्री के स्टूडेंट्स और कैमिस्ट्री पेपर के सेट मिलने की बात लिखी है। हालांकि सीएसआईआर-यूजीसी नेट मैं कैमिस्ट्री विषय नहीं बल्कि केमिकल साइंस विषय की परीक्षा 18 दिसंबर को थी. खबर में FIR के हिसाब से ही कैमिस्ट्री लिखा है.
पेपरों का मिलान कर रहे, बाकी जानकारी अफसर देंगे
इस मामले में FIR दर्ज कराने वाले रोहतक सीएम फ्लाइंग के SI कर्मबीर से दैनिक भास्कर एप ने पूरे मामले में बात की. उन्होंने कहा- हमने गोहाना एरिया में रेड की थी. कुछ प्रश्नपत्रों व अन्य सामान बरामद हुआ है. मौके पर 37 स्टूडेंट्स मिले थे। इन स्टूडेंट्स को अगले दिन होने वाले पेपर के प्रश्न पत्र दिए गए थे. जो पेपर मौके से मिले हैं, उन पेपरों का मिलान किया जा रहा है. जांच पूरी होने पर आगे कार्रवाई होगी. पूरी जानकारी हमारे ऑफिसर ही देंगे.
अब जानिए…जिन परीक्षा के लिए 3 से 4 लाख में सौदा, वो है क्या
1. CSIR-UGC NET है क्या?
CSIR यानी वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद। यूजीसी-नेट यानी यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा. यह जूनियर फैलोशिप और असिस्टेंट प्रोफेसर की संयुक्त पात्रता परीक्षा है.
2. CSIR में कौन से विषय शामिल रहते हैं?
इसमें फिजिक्स-कैमिस्ट्री-मैथ को छोड़कर साइंस के बाकी 5 विषय रहते हैं. इनमें केमिकल साइंस, लाइफ साइंस, मैथमेटिकल साइंस, फिजिकल साइंस और अर्थ साइंस विषय के पेपर शामिल रहते हैं.
3. पेपर पास करने पर क्या मिलता है?
JRF क्वालिफाई हो तो फैलोशिप यानी स्टाइपेंड मिलता है. जो पहले दो साल 31 हजार मासिक और फिर 35 हजार मासिक होता है. पीएचडी / रिसर्च करने का मौका मिलता है. कॉलेज/यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की पात्रता मिलती है. DRDO, CSIR Labs, ISRO, BARC जैसी संस्थाओं में रिसर्च अवसर मिलता है.
4. परीक्षा को लेकर हरियाणा में कितने सेंटर बने?
ये कंप्यूटर बेस टेस्ट (CBT) है। इसमें परीक्षार्थी के पास राज्य व जिला चयन करने का ऑप्शन रहता है. इसमें चार ऑप्शन देने होते हैं, उसके बाद NTA एडमिट कार्ड में सेंटर देता है. ऑनलाइन पेपर होता है और इसमें सेट नहीं होते, यानी सभी जगह एक जैसा पेपर होता है.





