Begin typing your search...

Ram Mandir Flag Hoisting: 'सदियों के घाव भरे, ये ध्वज... संकल्प है, सफलता है' पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें

अयोध्या राम मंदिर के शिखर पर आज धर्मध्वज फहराया गया. इस दौरान पीएम मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत से लेकर अन्य अतिथि मौजूद रहें. धर्मध्वज फहराने के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कई बड़ी बातें कही. उन्होंने कहा आज अयोध्या नगरी भारत की सांस्कृतिक चेतना के एक और उत्कर्ष बिंदु की साक्षी बन रही है.

Ram Mandir Flag Hoisting: सदियों के घाव भरे, ये ध्वज... संकल्प है, सफलता है पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
X
( Image Source:  X/@BJP4India )
विशाल पुंडीर
Edited By: विशाल पुंडीर

Updated on: 25 Nov 2025 1:12 PM IST

Ayodhya Ram Mandir Flag Hoisting: अयोध्या राम मंदिर के शिखर पर आज पीएम मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने धर्मध्वज फहरा दिया है. पीएम मोदी ने पहले सप्त मंदिर में पूजा अर्चना की उसके बाद वे राम मंदिर पहुंचे. जहां पीएम मोदी ने गर्भग्रह के साथ मंदिर के प्रथम तल पर स्थित रामदरबार में पूजा-अर्चना की.

इसके बाद पीएम मोदी ने मंदिर के शिखर पर धर्मध्वज फहराया. धर्मध्वज फहराने के बाद पीएम मोदी ने इसको भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का ध्वज बताया. आइए जानते है पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें...

1. 'आज संपूर्ण भारत राममय है'

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि आज अयोध्या नगरी भारत की सांस्कृतिक चेतना के एक और उत्कर्ष बिंदु की साक्षी बन रही है. आज संपूर्ण भारत, संपूर्ण विश्व राममय है. हर रामभक्त के हृदय में अद्वितीय संतोष है, असीम कृतज्ञता है, अपार, अलौकिक आनंद है"

2. 'पूरे विश्व में गूंज रहा भगवान राम का नाम'

पीएम मोदी ने कहा "आज पूरे विश्व में भगवान राम का नाम गूंज रहा है. प्रत्येक रामभक्त के हृदय में एक अद्वितीय तृप्ति, एक असीम कृतज्ञता का भाव है. सदियों के घाव भरने लगे हैं. सदियों का दर्द आज शांत हो रहा है. सदियों का संकल्प आज सिद्ध हो रहा है. यह उस पवित्र यज्ञ की पूर्णाहुति है जिसकी ज्वाला पांच सौ वर्षों तक प्रज्वलित रही."

3. 'सदियों के घाव भर रहे'

पीएम मोदी ने कहा "सदियों के घाव भर रहे हैं. सदियों की वेदना आज विराम पा रही है. सदियों का संकल्प आज सिद्धि को प्राप्त हो रहा है. आज उस यज्ञ की पूर्णाहुति है, जिसकी अग्नि 500 वर्ष तक प्रज्वलित रही. जो यज्ञ एक पल भी आस्था से डिगा नहीं, एक पल भी विश्वास से टूटा नहीं."

4. 'धर्मध्वजा श्रीराम परिवार का दिव्य प्रताप'

पीएम मोदी ने कहा "आज भगवान श्रीराम के गृभगृह की अनंत ऊर्जा, श्रीराम परिवार का दिव्य प्रताप, इस धर्मध्वजा के रूप में इस दिव्यतम, भव्यतम मंदिर में प्रतिष्ठापित हुआ है."

5. 'धर्म ध्वज संघर्ष से उपजी विजय गाथा'

उन्होंने कहा "यह धर्म ध्वज संकल्प का प्रतीक है। यह धर्म ध्वज संघर्ष से उपजी विजय गाथा है. यह धर्म ध्वज सदियों से संजोए गए स्वप्न का साकार रूप है. यह संतों की भक्ति और समाज की सामूहिक भागीदारी का पावन परिणाम है. आने वाली सदियों और सहस्राब्दियों तक, यह धर्म ध्वज भगवान राम के आदर्शों और सिद्धांतों का उद्घोष करता रहेगा."

6. 'यह केवल एक ध्वज नहीं'

आगे पीएम मोदी ने कहा "यह धर्म ध्वज, केवल एक ध्वज नहीं है; यह भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का ध्वज है. इसका केसरिया रंग, इस पर अंकित सूर्यवंश की कीर्ति, अंकित ॐ शब्द और उभरा हुआ कोविदार वृक्ष, रामराज्य की महिमा के प्रतीक हैं."

7. 'यह ध्वज संघर्ष से सृजन की गाथा'

पीएम मोदी ने कहा "यह ध्वज... संकल्प है, सिद्धि है! यह ध्वज... संघर्ष से सृजन की गाथा है, सदियों से संजोए गए सपनों का साकार रूप है. यह ध्वज... संतों की तपस्या और समाज की सहभागिता की सार्थक परिणति है."

8. 'ये धर्मध्वज संदेश देंगे'

पीएम मोदी ने कहा "ये धर्मध्वज प्रेरणा बनी कि प्राण जाए, पर वचन न जाए यानी जो कहा जाए, वही किया जाए. ये धर्मध्वज संदेश देंगे - कर्मप्रधान विश्व रचि राखा अर्थात विश्व में कर्म और कर्तव्य की प्रधानता हो. ये धर्मध्वज चाहते हैं - बैर न बिग्रह आस न त्रासा, सुखमय ताहि सदा सब आसा अर्थात भेद"

9. 'अयोध्या ने विश्व को दिखाया'

पीएम मोदी ने कहा "अयोध्या वह पावन भूमि है जहां आदर्श आचरण में परिवर्तित होते हैं. यह वही नगरी है जहां से भगवान श्री राम ने अपनी जीवन यात्रा प्रारंभ की थी. अयोध्या ने विश्व को दिखाया कि कैसे एक व्यक्ति, समाज के बल और अपने भीतर स्थापित मूल्यों के माध्यम से, 'मर्यादा' बन जाता है. यहां जटायु जी और गिलहरी की मूर्तियां भी हैं. जो बड़े संकल्पों की पूर्ति के लिए हर छोटे प्रयास के महत्व को दर्शाती हैं."

10. 'हमारे राम भेद से नहीं भाव से जुड़ते हैं'

आगे पीएम मोदी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि हमारे राम भेद से नहीं भाव से जुड़ते हैं. उनके लिए व्यक्ति का कुल नहीं, उसकी भक्ति महत्वपूर्ण है. उन्हें वंश नहीं, मूल्य प्रिय है. उन्हें शक्ति नहीं, सहयोग महान लगता है. आज हम भी उसी भावना से आगे बढ़ रहे हैं. मुझे बहुत खुशी है कि राम मंदिर का ये दिव्य स्मारक भारत की सामुहिक मूर्ति की भी निजी स्थली बन रहा है. यहां बनते हैं सप्त मंदिर. यहां माता शबरी का मंदिर बनाया गया है, जो जन जातीय समाज के प्रेमभाव और आतिथ्य की प्रतिमूर्ति है. यहां बना है निषादराज का मंदिर, ये है उस मित्र का साक्षी"

राम मंदिरनरेंद्र मोदी
अगला लेख