50 करोड़ की डील, मर्डर केस से नाम गायब!... ASI संदीप के सुसाइड नोट में राव इंद्रजीत पर लगाए कई आरोप, जानें गैंगस्टर की डार्क स्टोरी
हरियाणा पुलिस के एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या ने पूरे प्रदेश को स्तब्ध कर दिया है, लेकिन इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात है उनके पीछे छोड़ा गया वह चार पन्नों का सुसाइड नोट, जिसने हरियाणा की कानून व्यवस्था की जड़ों को हिला कर रख दिया है. इस नोट में संदीप ने कुख्यात गैंगस्टर राव इंद्रजीत पर 50 करोड़ की डील कर हत्या के केस से अपना नाम हटवाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं.

हरियाणा पुलिस के एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या ने सिस्टम की विश्वसनीयता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. संदीप ने अपने चार पन्नों के कथित सुसाइड नोट में बड़े खुलासे किए हैं और इसी नोट में एक नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है राव इंद्रजीत. हरियाणा का यह कथित गैंगस्टर अचानक फिर सुर्खियों में आ गया है.
संदीप ने कथित सुसाइड नोट में दावा किया कि राव इंद्रजीत ने 50 करोड़ रुपये की डील कर एक हत्या केस से अपना नाम हटवाया. आखिर कौन है यह शख्स जिसका नाम बड़े-बड़े क्राइम केसों में सामने आता है? इसका नेटवर्क कितना बड़ा है और यह देश छोड़कर विदेश तक कैसे पहुंच गया?
कौन है गैंगस्टर राव इंद्रजीत?
राव इंद्रजीत का नाम हरियाणा में सालों से गैंगवार, फिरौती और हथियारबंद गिरोहों से जुड़ता रहा है. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, उसके खिलाफ हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर के कई थानों में मामले दर्ज हैं. हालांकि पुलिस का कहना है कि उसके खिलाफ दर्ज अनेक मामलों की जांच अभी जारी है और कई मामलों में अदालतों में सुनवाई चल रही है. बताया जाता है कि उसका नेटवर्क हरियाणा के अलावा दिल्ली, गुरुग्राम, रोहतक, झज्जर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे इलाकों में सक्रिय है. सूत्रों का दावा है कि उसने समय के साथ अपना संगठन फैलाया और स्थानीय अपराधियों को पैसे और हथियारों के जरिए अपने साथ जोड़ा.
अमेरिका में छिपा बैठा है राव इंद्रजीत
पुलिस सूत्रों के हवाले से खबरें आईं कि राव इंद्रजीत फिलहाल अमेरिका में छिपा हुआ है और वहीं से अपना नेटवर्क चला रहा है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि वह अमेरिका में रहकर खुद को म्यूजिक बिजनेस से जुड़ा बताता है. बताया जाता है कि वह वहां एक म्यूजिक कंपनी के जरिए धन की वैधता दिखाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि इस बारे में आधिकारिक तौर पर कोई पुख्ता बयान नहीं आया है.
एल्विश से लेकर फाजिलपुरिया पर हमले में नाम
राव इंद्रजीत का नाम सिर्फ स्थानीय गैंगस्टरों या सड़कछाप अपराधों तक सीमित नहीं रहा. हाल के महीनों में उसके नाम की चर्चा हाई-प्रोफाइल मामलों में सामने आई. फाइनेंसर मंजीत मर्डर केस (रोहतक): इस केस में उसके नाम की चर्चा खूब हुई. जांच में उसके संबंधों को खंगाला गया. यूट्यूबर एल्विश यादव के घर फायरिंग केस: मीडिया रिपोर्ट्स में उसके गैंग का नाम लिंक किया गया. सिंगर फाजिलपुरिया पर जानलेवा हमला. इस हमले में भी उसके नेटवर्क का नाम सामने आया. इन मामलों में राव इंद्रजीत की भूमिका को लेकर जांच एजेंसियां लंबे समय से सक्रिय हैं, लेकिन अभी तक वह कानून की गिरफ्त से दूर बना हुआ है.
आईपीएस वाई पूरन कुमार का भी नाम
इतना ही नहीं, सुसाइड नोट में एक आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार का भी नाम लिया गया है. इन गंभीर आरोपों ने हरियाणा पुलिस और प्रशासन के उच्च स्तर पर भूचाल ला दिया है. हालांकि इन आरोपों की सत्यता जांच का विषय है और अभी आधिकारिक रूप से कुछ भी साबित नहीं हुआ है.
कैसे हुआ एएसआई संदीप लाठर का अंत?
मंगलवार की सुबह संदीप ने सरकारी पिस्तौल से खुद को गोली मार ली. मौके से 4 पन्नों का सुसाइड नोट, एक पिस्तौल और एक खाली खोखा बरामद हुआ. बताया जाता है कि संदीप ने मौत से पहले कुछ परिचितों को एक वीडियो भी भेजा था. शव अभी पोस्टमॉर्टम के लिए रखा गया है और मामला संवेदनशील होने के कारण वरिष्ठ अधिकारी खुद जांच की निगरानी कर रहे हैं. परिवार ने अभी तक कोई औपचारिक शिकायत नहीं दी है, लेकिन वे न्याय की मांग पर अड़े हैं.
क्या सिस्टम में सेंध लगी?
सुसाइड नोट में लगाए गए आरोप सिर्फ व्यक्ति विशेष पर नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम पर सवाल उठाते हैं. क्या वाकई अपराधी पैसे और रसूख के दम पर कानून को चुनौती दे रहे हैं? क्या पुलिस विभाग के अंदर से कोई मदद कर रहा है? क्या राजनीतिक संरक्षण भी शामिल है? जांच एजेंसियां अब इन सवालों के जवाब खोजने में जुट गई हैं.