'सत्ता का भूखा नहीं, RJD में लौटने से बेहतर मौत चुनूंगा'; तेज प्रताप यादव बोले- तेजस्वी पर नहीं चला सकता 'सुदर्शन चक्र'
बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि वे कभी भी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में वापस नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा, "मैं सत्ता का भूखा नहीं हूं, RJD में लौटने से बेहतर मौत चुनूंगा." तेज प्रताप ने यह भी कहा कि उनके लिए सिद्धांत और स्वाभिमान सर्वोपरि हैं. महागठबंधन के सीएम चेहरे तेजस्वी यादव पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “वो मेरे छोटे भाई हैं, उन पर मैं सुदर्शन चक्र नहीं चला सकता.”
बिहार की सियासत में एक बार फिर लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव सुर्खियों में हैं. उन्होंने साफ कहा है कि अब उनका राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में लौटने का कोई सवाल ही नहीं है. तेज प्रताप ने तीखे लहजे में कहा कि 'मैं उस पार्टी में लौटने से बेहतर मौत चुनूंगा.पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव इस वक्त अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) के बैनर तले चुनावी मैदान में हैं. उन्होंने कहा कि वे सत्ता के भूखे नहीं, बल्कि सिद्धांत और स्वाभिमान के लिए राजनीति कर रहे हैं.
'सत्ता नहीं, स्वाभिमान बड़ा'
पीटीआई को दिए इंटरव्यू में तेज प्रताप यादव ने कहा कि 'मैं उस पार्टी में लौटने से बेहतर मौत चुनूंगा. मैं सत्ता का भूखा नहीं हूं. मेरे लिए सिद्धांत और आत्मसम्मान सर्वोपरि हैं. आरजेडी से निष्कासन के बाद तेज प्रताप ने अपनी अलग राजनीतिक पार्टी बनाई है और इस बार महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां से उन्होंने 2015 में अपनी राजनीतिक शुरुआत की थी.
"महुआ की जनता ही मेरा परिवार"
तेज प्रताप ने कहा कि उनका रिश्ता महुआ से राजनीति में आने से पहले का है. उन्होंने कहा कि महुआ की जनता कहती है कि जब मैं विधायक था, तब उनकी बात सुनी जाती थी. अब उनके पास कोई नहीं है.” उन्होंने स्पष्ट किया कि वे मौजूदा आरजेडी विधायक मुकेश रौशन को कोई चुनौती नहीं मानते. तेज प्रताप ने नामांकन दाखिल करते समय अपनी दादी मरिचिया देवी की तस्वीर अपने साथ रखी और कहा कि “उन्हीं के आशीर्वाद से मेरे पिता राजनीति में आगे बढ़े थे.”
'माता-पिता से बात नहीं, पर आशीर्वाद जरूर है'
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने अपने माता-पिता लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी से आशीर्वाद लिया, तो उन्होंने जवाब दिया कि हमारी बात कुछ समय से नहीं हुई है, लेकिन मुझे पता है कि उनका आशीर्वाद मेरे साथ है."
"तेजस्वी के सीएम फेस बनने पर जनता फैसला करेगी"
तेजस्वी यादव के महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित होने पर तेज प्रताप ने कहा कि राजनीतिज्ञ तरह-तरह के ऐलान करते हैं, लेकिन सत्ता उसी को मिलती है जिसे जनता का आशीर्वाद मिले. सब कुछ जनता के मूड पर निर्भर करता है.उन्होंने आगे कहा- “अगर तेजस्वी को सीएम फेस बनाया गया है तो मैं क्या कर सकता हूं? मैं किसी को दुश्मन नहीं मानता. मेरा एजेंडा सिर्फ बिहार की सेवा करना है.”
"सुदर्शन चक्र नहीं चला सकता अपने छोटे भाई पर"
अपने मशहूर “कृष्ण-अर्जुन” वाले बयान पर उन्होंने कहा कि “वो मेरा छोटा भाई है, उस पर मैं सुदर्शन चक्र कैसे चला सकता हूं? उसे हमेशा मेरा आशीर्वाद रहेगा.” तेज प्रताप ने बीजेपी और आरएसएस पर भी हमला बोला -“लोग अब भाजपा-आरएसएस के छलावे में नहीं आने वाले हैं. वे उनके मंसूबों को पहचान चुके हैं.” प्रशांत किशोर पर तीखा वार करते हुए तेज प्रताप ने कहा- “वो एक व्यापारी हैं. वे पार्टियों के लिए संसाधन जुटाकर कैंपेन चलाते हैं. अभी भी वही कर रहे हैं.”
"जनता ही मेरा परिवार, ब्लैकबोर्ड मेरा प्रतीक"
तेज प्रताप ने कहा कि आरजेडी छोड़ने के बाद भी महुआ की जनता से उनका रिश्ता नहीं टूटा. उन्होंने कहा कि मेरे लिए कुछ नहीं बदला है. महुआ की जनता मेरा परिवार है. इस बार मैं अपनी पार्टी के ‘ब्लैकबोर्ड’ सिंबल के साथ चुनाव लड़ रहा हूं.”





