Begin typing your search...

आ रहा है शेर... बिहार के चुनावी मैदान में उतरे पावर स्टार! युवाओं को जोड़ने के लिए पवन सिंह करेंगे प्रचार, बीजेपी को लेकर क्या बोले?

भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह की भाजपा नेताओं से हुई मुलाकात ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है. वे अब एनडीए के स्टार प्रचारक के रूप में चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. वहीं उनकी पत्नी ज्योति सिंह और खेसारी लाल यादव के बीच तीखा विवाद सामने आया है. पवन सिंह ने कहा कि राजनीति उनके लिए समाज सेवा का माध्यम है, न कि महत्वाकांक्षा का साधन.

आ रहा है शेर... बिहार के चुनावी मैदान में उतरे पावर स्टार! युवाओं को जोड़ने के लिए पवन सिंह करेंगे प्रचार, बीजेपी को लेकर क्या बोले?
X
( Image Source:  X/pawansingh )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 30 Oct 2025 7:53 AM IST

बिहार की सियासत में इस वक्त एक नया ट्विस्ट देखने को मिल रहा है. भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार पवन सिंह अब चुनावी मैदान में भाजपा के साथ कदम से कदम मिलाते नजर आ रहे हैं. पटना में मंगलवार की रात हुई उनकी भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात ने राजनीतिक हलचल को नई दिशा दे दी है. इस बैठक को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है कि क्या पवन सिंह अब राजनीति में अपनी नई भूमिका निभाने जा रहे हैं?

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भाजपा नेता विनोद तावड़े और राष्ट्रीय महामंत्री ऋतु राज सिन्हा की मौजूदगी में हुई इस बैठक को केवल एक औपचारिक मुलाकात नहीं, बल्कि चुनावी रणनीति की बड़ी बैठक माना जा रहा है. पवन सिंह ने इसके बाद अपने सोशल मीडिया पर “जय एनडीए, जय बिहार” लिखकर जो संदेश दिया, उसने संकेत साफ कर दिए हैं कि अब उनका रुख पूरी तरह राजनीति की ओर है.

भाजपा से मुलाकात ने बढ़ाई चर्चा

भोजपुरी सिनेमा के स्टार और लाखों युवाओं के दिलों की धड़कन पवन सिंह ने पटना में भाजपा नेताओं के साथ देर रात मुलाकात की. सूत्रों के अनुसार, इस दौरान बिहार चुनाव की रणनीति, प्रचार अभियान और युवाओं से जुड़ाव पर गहराई से चर्चा हुई. बैठक का माहौल बेहद सकारात्मक रहा.

स्टार प्रचारक के रूप में पवन सिंह

भाजपा ने पहले ही पवन सिंह को अपने स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल कर रखा है. अब यह तय माना जा रहा है कि वे शाहाबाद या आस-पास के जिलों से पार्टी के लिए प्रचार का आगाज करेंगे. उनकी लोकप्रियता एनडीए के लिए वोट बैंक को मज़बूत करने में अहम भूमिका निभा सकती है.

समाज सेवा ही राजनीति का लक्ष्य – पवन सिंह

मीडिया से बातचीत में पवन सिंह ने कहा, “राजनीति मेरे लिए व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम है. पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं पूरी निष्ठा और सेवा भाव से निभाऊंगा.” उनका यह बयान इस बात का संकेत है कि वे राजनीति में केवल स्टार छवि नहीं, बल्कि जनसेवा की भावना लेकर उतरना चाहते हैं.

एनडीए सरकार के कामों की तारीफ

पवन सिंह ने बिहार में एनडीए सरकार की उपलब्धियों का ज़िक्र करते हुए कहा कि “राज्य में विकास के कई काम हुए हैं और जनता इस बदलाव को महसूस कर रही है.” उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि “जो लोग केवल वादे करते हैं, वे बिहार की असली भावना को नहीं समझते. भाजपा काम में यकीन रखती है, न कि भाषण में.”

जनता से खास अपील

पवन सिंह ने अपने प्रशंसकों और मतदाताओं से लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की. उन्होंने कहा, “जिस तरह छठ पूजा हमारी एकता का प्रतीक है, उसी तरह मतदान हमारा लोकतांत्रिक पर्व है. दोनों का सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य है.”

भाजपा के लिए ‘युवा कनेक्ट’ बन सकते हैं पवन

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पवन सिंह एनडीए के लिए “युवा चेहरा” साबित हो सकते हैं. उनकी लोकप्रियता विशेष रूप से भोजपुरी भाषी इलाकों में काफी है, जिससे भाजपा को इस वर्ग के वोटरों को साधने में मदद मिल सकती है.

पारिवारिक मोर्चे पर विवाद

इसी बीच, पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह भी काराकाट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं. दिलचस्प बात यह है कि खेसारी लाल यादव छपरा से आरजेडी उम्मीदवार हैं और उन्होंने ज्योति को “नचनिया” कहकर विवाद खड़ा कर दिया है, जिससे सियासी माहौल और गरम हो गया है.

ज्योति सिंह का पलटवार

खेसारी की टिप्पणी पर ज्योति सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “पवन सिंह आज भी मेरे पति हैं और मैं उनके सम्मान की रक्षा करूंगी. हमारा रिश्ता कोर्ट में है, लेकिन मैं तलाक नहीं चाहती.” यह बयान न केवल उनके निजी जीवन को सुर्खियों में लाया है, बल्कि बिहार की सियासत में भी एक नया भावनात्मक रंग जोड़ गया है.

पवन सिंहबिहार विधानसभा चुनाव 2025
अगला लेख