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मीठापुर बनेगा बिहार का सबसे बड़ा नॉलेज हब, नीतीश कुमार ने खुद संभाली कमान; BUHS और BEU को लेकर CM हुए सख्त

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के मीठापुर में बन रहे बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (BUHS) और बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय (BEU) के कार्यों की निगरानी खुद संभाल ली है. इनको कार्यों तेजी को लेकर सीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं.

मीठापुर बनेगा बिहार का सबसे बड़ा नॉलेज हब, नीतीश कुमार ने खुद संभाली कमान; BUHS और BEU को लेकर CM हुए सख्त
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( Image Source:  ANI )
विशाल पुंडीर
Edited By: विशाल पुंडीर

Published on: 25 Dec 2025 1:34 PM

बिहार की राजधानी पटना का मीठापुर इलाका तेजी से राज्य के सबसे बड़े शैक्षणिक केंद्र के रूप में उभर रहा है. अब यह क्षेत्र सिर्फ एक भौगोलिक पहचान नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य की पढ़ाई और शोध का प्रमुख ‘नॉलेज हब’ बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां निर्माणाधीन बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (BUHS) और बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय (BEU) के कार्यों की निगरानी खुद संभाल ली है.

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मुख्यमंत्री का उद्देश्य राज्य के छात्र-छात्राओं को उच्च स्तरीय तकनीकी और चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध कराना है। इसी कड़ी में बुधवार को उन्होंने मीठापुर पहुंचकर दोनों विश्वविद्यालयों के भव्य परिसरों का निरीक्षण किया और निर्माण कार्य को लेकर अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश दिए.

निर्माण में तेजी पर खास जोर

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि निर्माण कार्य में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने निर्देश दिया कि काम तय समय-सीमा के भीतर पूरा हो, लेकिन गुणवत्ता और आधुनिक वास्तुकला से कोई समझौता न हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन संस्थानों का निर्माण बिहार की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देगा.

शैक्षणिक केंद्र बन चुका है मीठापुर

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी याद दिलाया कि मीठापुर इलाका पहले ही कई प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों का गढ़ बन चुका है. यहां चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, निफ्ट, चाणक्या लॉ यूनिवर्सिटी और मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय जैसे संस्थान मौजूद हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विज्ञान और इंजीनियरिंग विश्वविद्यालयों का निर्माण इस क्षेत्र को एक पूर्ण शैक्षणिक हब के रूप में स्थापित करेगा.

क्षेत्र की पहचान बदलेगी: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नए विश्वविद्यालय परिसरों के पूरा होने से न केवल विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई का माहौल बेहतर होगा, बल्कि पूरे मीठापुर इलाके की पहचान भी बदलेगी. इससे राज्य के बाहर के छात्र भी बिहार की ओर आकर्षित होंगे.

बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय का आधुनिक परिसर

मीठापुर में बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय के लिए करीब पांच एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई है. यहां चार मंजिला मुख्य भवन का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें प्रशासनिक और शैक्षणिक आवश्यकताओं के अनुरूप अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. भवन के भूतल पर डीन और रजिस्ट्रार के कार्यालय, कैफेटेरिया और अन्य आवश्यक इकाइयां होंगी। पहले तल पर कुलपति कार्यालय, मीटिंग हॉल और मूल्यांकन केंद्र बनाए जा रहे हैं. वहीं ऊपरी तलों पर कार्यालय कक्ष, अभिलेखागार, भंडारगृह और बड़े बहुउद्देशीय हॉल का निर्माण किया जा रहा है, ताकि परीक्षा और मूल्यांकन कार्य सुचारु रूप से संचालित हो सकें.

समय-सीमा पालन के दिए निर्देश

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली और अधिकारियों को तय समय-सीमा का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया. उन्होंने दोहराया कि निर्माण की गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए. इस मौके पर मंत्री विजय चौधरी, विज्ञान एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की सचिव डॉ. प्रतिमा एस. वर्मा, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरेश कांत वर्मा और बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बिंदे कुमार समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.

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