कोई अपमान नहीं हुआ, मेरे पैर में चोट लगी थी... तेजस्वी-राहुल के ट्रक पर चढ़ने से रोकने को लेकर पप्पू यादव ने तोड़ी चुप्पी
बिहार में विपक्ष की एकता के प्रयासों के बीच पप्पू यादव को राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ मंच साझा करने से रोकने की खबर सामने आई. हालांकि, पप्पू यादव ने साफ किया कि उन्हें कोई अपमान नहीं हुआ है, बल्कि उनकी तबीयत खराब थी और पैर में चोट लगी होने के कारण उन्होंने खुद मंच पर जाने से परहेज किया. उन्होंने यह भी कहा कि वह विपक्षी गठबंधन और आंदोलन के साथ मजबूती से खड़े हैं और उनके लिए पार्टी या चेहरा नहीं, बल्कि जनता और बिहार की भलाई सर्वोपरि है.

Pappu Yadav News: पटना में बिहार बंद के दौरान महागठबंधन के प्रदर्शन से जुड़ी घटनाओं में एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पूर्णिया सांसद पप्पू यादव को राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के ओपन ट्रक पर चढ़ने से रोका गया था. इस पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें अपमानित किए जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता, केवल थोड़ी ठोकर लगने से चोट आई है.
पप्पू यादव ने आगे कहा कि कांग्रेस के साथ उनका विचारधारात्मक रिश्ता सदैव मजबूत रहा है, और कोसी–सीमांचल में उनकी गहरी भावनात्मक जड़ें हैं. उन्होंने भावुक होते हुए बताया कि वह जनता के साथ हर हाल में खड़े रहते हैं. चाहे उन्हें एक बार ही क्यों न अपमानित होना पड़े.
'किसी का अपमान करने का इरादा नहीं था'
पप्पू यादव ने यह भी बताया कि प्रदर्शन में अन्य सभी दलों के नेता भी मौजूद थे, इसलिए उन्हें ट्रक में नहीं चढ़ने दिया गया. इसमें विशेष तौर पर किसी का अपमान करने का इरादा नहीं था. उन्होंने यह स्पष्ट किया कि विपक्ष में एकजुटता बनी रहे, और जनता के हित में यह प्रदर्शन जारी रहेगा.
बता दें कि पटना में मतदाता सूची के संशोधन के विरोध में महागठबंधन ने 9 जुलाई को बिहार बंद का आह्वान किया था. इसी दौरान पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को राहुल गांधी और तेजस्वी के साथ गाड़ी में चढ़ने से रोक दिया गया. इस पर उन्होंने कहा कि हम गठबंधन में नहीं है तो हमारा कौन सा अपमान होगा.
पप्पू यादव ने कहा कि सीमांचल कोसी से उन्हें 7 बार सांसद चुना गया. यहां से उनका भावनात्मक जुड़ाव है. वहीं, कांग्रेस के साथ उनका विचारधारा का रिश्ता है. उन्होंने कहा कि जनता से बड़ा कुछ नहीं है. इसके लिए चाहे मुझे कई बार क्यों न अपमानित होना पड़े.