Bihar Chunav 2025: तेजस्वी ने ऐसा क्या किया कि मुकेश सहनी को झुकने के लिए होना पड़ा मजबूर?
Bihar Elections 2025: तेजस्वी यादव ने रणनीतिक कदम और अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए मुकेश सहनी को महागठबंधन में बने रहने के लिए लगभग मना लिया है. जहां तक डिप्टी सीएम घोषित करने की बात है तो उस पर कांग्रेस का कहना है कि इस पर चुनाव परिणाम आने के बाद फैसला लिया जाएगा. जानें किन शर्तों पर एक साथ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हुए वीआईपी प्रमुख सहनी.

Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर गतिरोध गहरा गया था. विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी ने 60 सीटों और उपमुख्यमंत्री पद की मांग की थी. दिल्ली मंथन में 18 सीटें वीआईपी को देने की बात सामने आई थी, लेकिन ताजा खबर यह है कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने उन्हें 15 सीटें देने का प्रस्ताव रखा है. साथ ही तेजस्वी यादव ने सहनी को मनाने के लिए गंभीरता से प्रयास किए.
बात नहीं बनता देख तेजस्वी ने शुक्रवार को गौड़ाबौराम सीट वीआईपी को अपने कोटे से देने को राजी हो गए. सूत्रों के मुताबिक इसके बाद सियासी नजाकत और कोई विकल्प न होने की स्थिति को भांपते हुए मुकेश सहनी 15 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग सहमत हो गए हैं. हालांकि, डिप्टी सीएम की मांग पर वह आज भी अड़े हैं. इस मसले पर कांग्रेस का कहना है कि ये चुनाव के बाद तय होगा.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर गतिरोध गहरा गया था. विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी ने 60 सीटों और उपमुख्यमंत्री पद की मांग की थी. दिल्ली मंथन में 18 सीटें वीआईपी को देने की बात सामने आई थी, लेकिन ताजा खबर यह है कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने उन्हें 15 सीटें देने का प्रस्ताव रखा है. साथ ही तेजस्वी यादव ने सहनी को मनाने के लिए गंभीरता से प्रयास किए.
बात नहीं बनता देख तेजस्वी ने शुक्रवार को गौड़ाबौराम सीट वीआईपी को अपने कोटे से देने को राजी हो गए. सूत्रों के मुताबिक इसके बाद सियासी नजाकत और कोई विकल्प न होने की स्थिति को भांपते हुए मुकेश सहनी 15 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग सहमत हो गए हैं. हालांकि, डिप्टी सीएम की मांग पर वह आज भी अड़े हैं. इस मसले पर कांग्रेस का कहना है कि ये चुनाव के बाद तय होगा.
1. मुकेश सहनी ने कब क्या मांगा?
विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी सहनी ने सबसे पहले 60 सीटों और उपमुख्यमंत्री पद की मांग की थी.फिर 40 सीटों पर अड़े, उस पर भी बात नहीं बनी तो 25 सीट से कम पर टस से मस होने को तैयार नहीं थे. साथ ही डिप्टी सीएम पद की भी मांग कर रहे थे. लेकिन महागठबंधन की ओर से उन्हें दिल्ली में 18 सीटें देने का प्रस्ताव रखा. हालांकि, उस पर सहमति नहीं बन पाई थी. अब तय हुआ कि सहनी को सिर्फ 15 सीटें मिल सकती है.
मुकेश सहनी ने महागठबंधन में 60 सीटों और उपमुख्यमंत्री पद की मांग की थी. उनका तर्क था कि निषाद समुदाय के बिना मुस्लिम-यादव (MY) समीकरण अधूरा है. उन्होंने यह भी कहा था कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो वह गठबंधन छोड़ सकते हैं.
2. तेजस्वी यादव की पहल
RJD ने सहनी को 18 सीटें देने का प्रस्ताव रखा, जिसमें 10 सीटें RJD के कोटे से और 8 सीटें कांग्रेस के कोटे से देने की बात की गई थी. हालांकि, सहनी को यह प्रस्ताव स्वीकार्य नहीं था. तेजस्वी यादव ने सहनी को मनाने के लिए सक्रिय प्रयास किए. उन्होंने सहनी से बातचीत की और उन्हें समझाया कि महागठबंधन की एकता बनाए रखना सभी के हित में है. इस पहल के बाद सहनी ने 18 सीटों पर सहमति जताई, जिससे महागठबंधन की एकता बनी रही. यदि मुकेश सहनी नाराज होकर महागठबंधन से नाता तोड़ भी लेते तो इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के आईपी गुप्ता को EBC चेहरा बनाने की तैयारी में तेजस्वी यादव जुट गए थे.
3. समझौते का असर
मुकेश सहनी ने 15 सीटों पर लगभग सहमति जता दी है, जिससे महागठबंधन की एकता बनी रही. यह समझौता महागठबंधन के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि सीटों का बंटवारा तय होने से चुनावी रणनीति को मजबूती मिली.
4. यहां से चुनाव लड़ सकते हैं सहनी
इसके अलावा,कई ऐसे फैक्टर हैं, जिस पर सहनी नाराज हो सकते हैं.सहनी सहरसा की सिमरी बख्तियारपुर सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं, जबकि तेजस्वी उन्हें दरभंगा की गौड़ा बौराम सीट दे रहे हैं. जबकि सहनी इस सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहते. अब सबकी नजर इस पर है कि वो महागठबंधन में रहते हैं या नया रास्ता चुनते हैं.