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INDvsENG- ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट में स्टोक्स का ‘हैंडशेक विवाद’, टूटे कई रिकॉर्ड, रूट ने लगाई बड़ी छलांग, बुमराह के नाम चढ़ा ये अनचाहा कीर्तिमान

भारत-इंग्लैंड ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट ड्रॉ रहा, लेकिन विवादों और रिकॉर्ड्स से भरपूर रहा. रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर शतक के करीब थे, तभी स्टोक्स ने हैंडशेक ऑफर किया, जिसे दोनों ने ठुकरा दिया. क्रिकेट भावना को लेकर बहस छिड़ गई. इस मैच में जो रूट ने कई रिकॉर्ड तोड़े, स्टोक्स बने ऑलराउंडर हीरो, शुभमन गिल ने चार शतक लगाकर इतिहास रचा और बुमराह ने दिया 112 रन - एक अनचाहा रिकॉर्ड. भारत ने एक सिरीज़ में सबसे ज़्यादा बार 350+ स्कोर बनाने का रिकॉर्ड भी तोड़ा.

INDvsENG- ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट में स्टोक्स का ‘हैंडशेक विवाद’, टूटे कई रिकॉर्ड, रूट ने लगाई बड़ी छलांग, बुमराह के नाम चढ़ा ये अनचाहा कीर्तिमान
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( Image Source:  ANI )

भारत और इंग्लैंड के बीच मैनेचेस्टर के ओल्ड ट्रैफ़र्ड में खेले गए चौथे टेस्ट मैच के दौरान एक ऐसा वाकया हुआ जिसने क्रिकेट के भावना को लेकर नई बहस छेड़ दी. दरअसल कप्तान शुभमन गिल, केएल राहुल, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट में जबरदस्त जुझारू बल्लेबाज़ी की जिसकी बदौलत पहली पारी में 311 रनों से पिछड़ने के बावजूद टीम इंडिया इस टेस्ट को ड्रॉ कराने में कामयाब रही.

लेकिन पांचवें दिन जब इस मैच के ख़त्म होने में अभी एक घंटा बाकी था और रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर अपने-अपने शतकों के बेहद क़रीब थे, तब इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने उन दोनों से हैंडशेक कर मैच को ड्रॉ करने को कहा, पर तब उन दोनों खिलाड़ियों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया. इसी वाकये को लेकर विवाद हो गया. कई जानकारों ने बेन स्टोक्स के इस रवैये पर आपत्ति जताई और इसे खेल भावना के विरुद्ध करार दिया.

पूर्व क्रिकेटर क्या बोले?

स्काई स्पोर्ट्स पर कमेंट्री कर रहे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने बोले, “मुझे इससे (जडेजा और सुंदर के बल्लेबाजी जारी रखने) कोई समस्या नहीं थी. इंग्लैंड को इससे समस्या लग रही थी. वे थोड़े थके हुए थे, गेंदबाज़ थक गए थे इसलिए वे मैदान छोड़ना चाहते थे, लेकिन दोनों खिलाड़ियों ने 80 और 90 रन तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की और वे टेस्ट मैच में शतक बनाना चाहते थे.” वहीं भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने कहा, “मुझे लगता है कि बेन स्टोक्स अंत में एक बिगड़ैल बच्चे की तरह पेश आए. मैं देखना चाहूंगा कि अगर उनके दो बल्लेबाज़ टेस्ट शतक के क़रीब होते तो इंग्लैंड क्या करता?” रवींद्र जडेजा ने टेस्ट मैचों में अपना पांचवां शतक जमाया जबकि वाशिंगटन सुंदर का यह पहला शतक था. मैच के बाद वाशिंगटन सुंदर से इस प्रकरण पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बात टाल दी. सुंदर बोले, “मुझे लगता है कि सभी ने टीवी पर देखा कि क्या हुआ और उन सभी ने इसका आनंद लिया होगा.”

हैंडशेक विवाद पर क्या बोले गंभीर और स्टोक्स?

मैच के बाद जब टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “अगर कोई बल्लेबाज़ 90 पर और दूसरा 85 पर खेल रहा हो तो क्या वह शतक का हक़दार नहीं है? अगर इंग्लैंड की तरफ़ से भी ऐसे ही कोई खेल रहा होता और किसी के पास अपना पहला टेस्ट शतक बनाने का मौक़ा होता तो क्या उसे ऐसा नहीं करने देते?” वहीं बेन स्टोक्स ने मैच के बाद कहा कि भारतीय टीम ने शतक के लिए मैच को देरी से ड्रॉ किया जबकि वो अपने गेंदबाज़ों को और अधिक गेंदबाज़ी से बचाना चाहते थे क्योंकि जब वो हैंडशेक करने गए तब भी मैच ड्रॉ ही रहता. अंतिम सत्र में हुए इस विवाद से इतर पांच दिनों तक चले इस मुक़ाबले में कई रिकॉर्ड टूटे और कई नए कीर्तिमान बनाए गए. जो रूट ने टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने के मामले में लगाई लंबी छलांग तो जसप्रीत बुमराह ने नाम चढ़ा एक अनचाहा रिकॉर्ड. चलिए एक-एक कर देखते हैं कि ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट ने क्रिकेट के रिकॉर्ड बुक पर क्या-क्या असर छोड़ा.

जो रूट ने तोड़े कई रिकॉर्ड

शुरुआत करते हैं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट से जिन्होंने इस टेस्ट मैच में कई रिकॉर्ड तोड़े. रूट अपनी 150 रनों की पारी के दौरान टेस्ट मैचों में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में राहुल द्रविड़ (13288 रन), जैक कैलिस (13289 रन) और रिकी पोंटिंग (13378 रन) को पीछे छोड़ते हुए पांचवें से दूसरे पायदान पर पहुंच गए. अब टेस्ट मैचों में जो रूट के 13409 रन हो गए हैं और वो नंबर-1 पर विराजमान सचिन तेंदुलकर (15921 रन) से महज़ 2512 रन पीछे हैं. रूट का यह टेस्ट मैचों में 38वां शतक है और वो शतकों के मामले में कुमार संगकारा के साथ चौथे पायदान पर पहुंच गए हैं. टेस्ट मैचों में रूट से अधिक शतक रिकी पोंटिंग (41), जैक कैलिस (45) और सचिन तेंदुलकर (51) के नाम है. इतना ही नहीं रूट का यह भारत के ख़िलाफ़ 12वां शतक है, जो कि टीम इंडिया के ख़िलाफ़ किसी भी बल्लेबाज़ का सबसे अधिक शतकों का रिकॉर्ड है.

कप्तान बेन का ऑलराउंडर 'स्ट्रोक्स'

बेन स्टोक्स इंग्लैंड के चौथे ऐसे ऑलराउंडर बन गए हैं जिन्होंने टेस्ट मैच में पांच विकेट और शतक जमाने का कारनामा किया है. स्टोक्स ने भारत की पहली पारी में पांच, दूसरी में एक विकेट समेत ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट में कुल छह विकेट लिए और 141 रनों की बेमिसाल पारी खेली. उनसे पहले टोनी ग्रेग, इयान बॉथम और गस एटकिंसन एक टेस्ट में पांच विकेट और शतक बनाने का कारनामा कर चुके हैं. बॉथम टेस्ट मैचों में पांच बार यह कारनामा दोहरा चुके हैं. इस शतक के साथ ही बेन स्टोक्स ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 7000 रन भी पूरे किए. वह टेस्ट क्रिकेट में 7000 रन और 200 विकेट लेने वाले तीसरे ऑलराउंडर बने. उनसे पहले केवल जैक कैलिस और सर गारफ़ील्ड सोबर्स ने यह उपलब्धि हासिल की थी.

मैकुलम के कोच रहते केवल दूसरा ड्रॉ टेस्ट

ब्रेंडन मैकुमल के इंग्लैंड के कोच बनने के बाद से अब तक 40 टेस्ट मैच खेले गए हैं. और इस दौरान यह केवल दूसरा ऐसा मुक़ाबला है जो ड्रॉ छूटा है. इससे पहले 2023 में बारिश से बाधित एक टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के साथ ड्रॉ रहा था.

ओल्ड ट्रैफ़र्ड पर पहले गेंदबाज़ी और नहीं जीतने रिकॉर्ड

ओल्ड ट्रैफ़र्ड में टॉस जीत कर गेंदबाज़ी लेने वाली टीम ने कभी जीत दर्ज नहीं की है और इस मैच में भी ऐसा ही हुआ. इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीता, इंग्लिश टीम ने रिकॉर्ड 669 रन बनाए पर मैच जीत नहीं सकी. यहां पहले गेंदबाज़ी करने वाली टीमों को 12 मैच में हार का सामना करना पड़ा है जबकि यह 9वां मैच था जो ड्रॉ खेला गया. साथ ही ओल्ड ट्रैफ़र्ड पर भारतीय टीम के लिए भी नहीं जीतने का सिलसिला बरकरार रहा. अब तक भारतीय टीम यहां 10 टेस्ट मैच खेल चुकी है जो कि विदेशी धरती पर किसी एक मैदान पर खेले गए सबसे अधिक मैच का रिकॉर्ड भी है, पर उसे यहां एक भी जीत नहीं मिली है.

लगातार 350+ स्कोर का नया रिकॉर्ड

ओल्ड ट्रैफ़र्ड की दूसरी पारी में भारत ने 425 रन बनाए. इसके साथ ही भारत ने इस टेस्ट सिरीज़ में सात बार 350+ का स्कोर बनाने का कारनामा किया. यह किसी एक टेस्ट सिरीज़ में किसी भी टीम के द्वारा बनाया गया सबसे अधिक 350+ स्कोर का नया रिकॉर्ड है. भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा है जिसने 1920-21, 1948, और 1989 की एशेज सिरीज़ में छह बार 350+ का स्कोर बनाया था.

शुभमन गिल ने की कई रिकॉर्ड्स की बराबरी

शुभमन गिल ने इस सिरीज़ में चौथा शतक जमाया. उन्होंने सुनील गावस्कर और विराट कोहली के रिकॉर्ड की बराबरी की. किसी एक सिरीज़ में सबसे अधिक शतक का रिकॉर्ड अब संयुक्त रूप से गिल, गावस्कर और कोहली के नाम है. गावस्कर ने 1971 और 1978-79 में वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ चार शतक जमाए थे. वहीं कोहली ने 2014-15 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर चार शतक जमाए थे. गिल ने ये चार शतक बतौर कप्तान जमाए हैं. एक कप्तान के तौर पर किसी एक सिरीज़ में चार शतकों का रिकॉर्ड डॉन ब्रैडमैन और सुनील गावस्कर के नाम पर है. ब्रैडमैन ने 1947-48 में जबकि गावस्कर ने 1978-79 में यह कीर्तिमान बनाया था. गिल ने उनके रिकॉर्ड की बराबरी भी की है. इतना ही नहीं गिल, ब्रैडमैन (1930) के बाद ऐसे पहले बल्लेबाज़ बने हैं जिन्होंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ इंग्लैंड में खेली गई टेस्ट सिरीज़ में चार शतक जमाए हैं. गिल इस सिरीज़ में अब तक 722 रन बना चुके हैं. भारत की ओर से केवल गावस्कर ने एक सिरीज़ में उनसे अधिक रन बनाए हैं. गावस्कर ने वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ 1970 में 774 जबकि 1978-79 में 732 रन बनाए थे.

केएल राहुल के रिकॉर्ड

केएल राहुल ने बतौर ओपनर इस सिरीज़ में अब तक 511 रन बना लिए हैं. वह ऐसे दूसरे ओपनर हैं जिन्होंने इंग्लैंड में 500 से अधिक रन बनाए हैं. उनसे अधिक रन केवल गावस्कर ने 1979 के दौरे पर बनाए थे. तब गावस्कर ने 542 रन बनाए थे.

टेस्ट की दूसरी पारी में तीन शतक

भारत की ओर से ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट की दूसरी पारी में कप्तान शुभमन गिल (103 रन), ऑलराउंडर्स रवींद्र जडेजा (107 रन) और वाशिंगटन सुंदर (101 रन) ने शतक जमाए. यह पहला मौक़ा है जब भारत की ओर से तीन बल्लेबाज़ों ने किसी टेस्ट मैच की दूसरी पारी में शतक जमाने का कारनामा किया.

बुमराह के नाम अनचाहा रिकॉर्ड

इंग्लैंड की पहली पारी में दुनिया के नंबर-1 गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने 112 रन दिए. यह पहली बार है जब जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट मैचों की एक पारी में 100 से अधिक रन दिए हैं. इससे पहले 2024 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मेलबर्न टेस्ट में 99 रन देकर चार विकेट लिए थे.

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