टीम इंडिया को मिली मनोवैज्ञानिक जीत, ओवल के फ़ाइनल मुक़ाबले में दबाव में रहेगी इंग्लैंड की टीम
ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट के पांचवें दिन भारत ने ज़बरदस्त जुझारूपन दिखाया. जडेजा, सुंदर और शुभमन गिल के शतकों ने इंग्लैंड की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. दो विकेट शून्य पर गिरने के बाद टीम इंडिया ने 425 रन बनाकर मैच ड्रॉ करवाया. यह सिर्फ़ एक ड्रॉ नहीं, मनोवैज्ञानिक जीत थी जिसने सिरीज़ को रोमांचक बना दिया.

टीम इंडिया ने ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट के पांचवें दिन इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को पूरी तरह नाकाम करते हुए मैच में वापसी की और सिरीज़ को ज़िंदा रखा. जब दोनों टीमों के क्रिकेटर्स ने एक दूसरे से हाथ मिलाकर मैच को ड्रॉ रखने पर अपनी रज़ामंदी दी तब भारत के दो शानदार ऑलराउंडर्स रवींद्र जडेजा (107 रन) और वाशिंगटन सुंदर (101 रन) पिच पर अपने-अपने शतक जमा कर तैनात थे और कप्तान शुभमन गिल (103 रन) के शतक और सलामी बल्लेबाज़ केएल राहुल के शानदार 90 रनों की बदौलत दूसरी पारी में पांच सेशन तक बल्लेबाज़ी की और शुरुआती दो विकेट शून्य पर चटकने के बावजूद केवल चार विकेटों पर 425 जोड़ लिए थे. जब ड्रॉ पर दोनों टीमें राज़ी हुईं तब अभी 10 ओवर का खेल बाकी था और टीम इंडिया ने 114 रनों की बढ़त बना ली थी.
इंग्लैंड ने मैच के पांचवें दिन जबरदस्त प्रयास किया लेकिन टीम इंडिया के चार बल्लेबाज़ का दृढ़ संकल्प लेकर पिच पर डटे रहे और अंत में इंग्लैंड को निराश होना पड़ा. ओल्ड ट्रैफ़र्ड की पिच का पूरे मैच में एक दो स्पेल को छोड़कर कभी कोई किरदार नहीं दिखा. जब जडेजा पिच पर आए तभी उनका कैच जो रूट ने टपका दिया. इंग्लैंड को इसके बाद दोनों ऑलराउंडरों की जोड़ी ने एक भी मौक़ा नहीं दिया, 203 रनों की नाबाद साझेदारी निभाई और एक ऐसे ऐतिहासिक कारनामा कर दिया जो बेन स्टोक्स की कप्तानी में पिछले 40 टेस्ट मैचों में केवल दूसरी बार हुआ.
स्टोक्स की कप्तानी में केवल दूसरा मैच ड्रॉ
स्टोक्स के 2022 में कप्तान बनने के बाद से इंग्लैंड की टीम 40 टेस्ट मैचों में सिर्फ़ दूसरी बार ड्रॉ मुक़ाबला खेली. मजेदार यह है कि दोनों मैच इसी मैदान पर हुए हैं. पहला ड्रॉ 2023 में ऑस्ट्रेलिया के साथ बारिश से प्रभावित मैच में हुआ था. इसी मैदान पर लैंकशर के सभी चार काउंटी मैच भी ड्रॉ ही रहे हैं.
सिरीज़ अब तक इंग्लैंड के गेंदबाज़ों के लिए थकाऊ और भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए महत्वपूर्ण रही है. भारतीय बैटरों ने इस सिरीज़ में 5107 से अधिक गेंदों का सामना करते हुए पिछले 25 साल के ओवरसीज़ सिरीज़ के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है तो इंग्लैंड के गेंदबाज़ों के लिए यह सिरीज़ थकाऊ रही है. ख़ास कर उसके कप्तान बेन स्टोक्स के लिए जिन्होंने इस सिरीज़ में किसी भी इंग्लैंड के गेंदबाज़ से अधिक बॉलिंग की है.
थक गए हैं बेन स्टोक्स, ड्रॉ के बाद क्या बोले?
ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि यह सिरीज़ अब तक बहुत उतार चढ़ाव वाली रही है. हम लगातार मुक्के मार रहे हैं, वो जवाबी मुक्के बरसा रहे हैं. यह दो बहुत अच्छी टीमों के बीच वाकई एक बहुत क्वालिटी वाली क्रिकेट खेली जा रही है." स्टोक्स ने टीम इंडिया की तारीफ़ में कहा, "आपको उनको (टीम इंडिया को) श्रेय देना होगा कि वो यहां जब आए थे तब दवाब में थे और उसके बावजूद उन्होंने प्रदर्शन किया है."
कंधे की चोट के बारे में स्टोक्स बोले, "पांच-छह हफ़्ते हो गए हैं. मैंने मैदान पर जितना संभव है, हमेशा सबकुछ देने का प्रयास किया है. गेंदबाज़ी करना, मैदान पर उतरना, ये सब मुश्किल काम है, मुझे अभी थोड़ी थकान है. यह केवल वर्कलोड की वजह से है. मैं कोशिश करता रहूंगा और आगे बढ़ते रहूंगा और जैसा कि सभी गेंदबाज़ कहते हैं- दर्द तो बस एक इमोशन है."
शुभमन गिल की नज़र सिरीज़ ड्रॉ करने पर
वहीं भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने कहा, "पिछले कुछ दिनों में हुई टीम की बल्लेबाज़ी से मैं बेहद खुश हूं. मुझे लगता है कि हम पर काफ़ी दबाव था, लेकिन जिस तरह से हमने जवाब दिया, ख़ासकर दो विकेट गंवाने के बाद, वह वाकई बहादुरी भरा प्रयास था." गिल ने कहा, "हर टेस्ट मैच के आख़िरी दिन के अंतिम सेशन तक पहुंचने से बहुत कुछ सीखने को मिलता है. हर टेस्ट मैच आपको कुछ नया सिखाता है. इन चार टेस्ट मैचों ने हमें बहुत कुछ सिखाया है. उम्मीद है कि अगर हम अगला मैच जीत गए तो सिरीज़ ड्रॉ करने में कामयाब हो जाएंगे."
टीम इंडिया की मनोवैज्ञानिक जीत
कुल मिलाकर ओल्ड ट्रैफ़र्ड में नतीजा भले ही ड्रॉ रहा पर यह टीम इंडिया की मनोवैज्ञानिक जीत है जिसने 222 ओवरों तक इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को भऱपूर थकाया और 300 से अधिक रनों से पिछड़ने के बावजूद मैच को ड्रॉ करने में कामयाब रही. लिहाजा अब ओवल के अंतिम टेस्ट मैच में दबाव इंग्लैंड की टीम पर मैच को जीतने का या कम से कम ड्रॉ कर सिरीज़ को जीतने का रहेगा.
अगले ओवल टेस्ट से पहले दोनों टीमों की बड़ी परेशानी
पांच टेस्ट मैचों की सिरीज़ में इंग्लैंड अभी भी 2-1 से आगे है और दोनों टीमों को गुरुवार से शुरू होने वाले ओवल में अंतिम टेस्ट के लिए फिर से एकजुट होना है. जहां इंग्लैंड की सबसे बड़ी चिंता ख़ुद कप्तान बेन स्टोक्स होंगे जो ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट के पांचवें दिन कंधे और पैर में परेशानी से जूझते दिखे. वहीं टीम इंडिया के लिए जहां पैर में लगी चोट की वजह से ऋषभ पंत मौजूद नहीं होंगे क्योंकि वो सिरीज़ से बाहर हो गए हैं, वहीं जसप्रीत बुमराह भी सिरीज़ से पहले बताए गए अधिकतम तीन टेस्ट खेल चुके हैं, तो उनपर भी मैनेजमेंट को फ़ैसला लेना होगा.