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लॉर्ड्स पर जो रूट हैं शतकों के बादशाह, क्या है टीम इंडिया के शतकों की कहानी?

लॉर्ड्स टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड के जो रूट ने जसप्रीत बुमराह की पहली ही गेंद पर चौका लगाकर अपने टेस्ट करियर का 37वां और लॉर्ड्स पर रिकॉर्ड 8वां शतक पूरा किया. लॉर्ड्स को ‘क्रिकेट का मक्का’ कहा जाता है, जहां शतक या पांच विकेट लेने पर खिलाड़ी का नाम ऑनर बोर्ड पर दर्ज किया जाता है. अब तक लॉर्ड्स में कुल 253 शतक लगे हैं, जिनमें सबसे ज़्यादा 141 इंग्लिश बल्लेबाज़ों ने बनाए हैं. भारत की ओर से वीनू मांकड़, गांगुली और वेंगसरकर समेत 10 बल्लेबाज़ों ने लॉर्ड्स पर शतक जमाया है, लेकिन...

लॉर्ड्स पर जो रूट हैं शतकों के बादशाह, क्या है टीम इंडिया के शतकों की कहानी?
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( Image Source:  Lord's Cricket Ground )
अभिजीत श्रीवास्तव
By: अभिजीत श्रीवास्तव

Updated on: 11 July 2025 7:43 PM IST

The timeless glory of a Lord’s centuries: लॉर्ड्स टेस्ट के दूसरे दिन जसप्रीत बुमराह की पहली गेंद पर इंग्लैंड के दिग्गज़ बल्लेबाज़ जो रूट ने चौका जमाते हुए अपने करियर का 37वां शतक पूरा किया. यह लॉर्ड्स में रूट का रिकॉर्ड 8वां शतक है. रूट लॉर्ड्स के मैदान पर टेस्ट मैचों में सबसे अधिक शतक जमाने वाले बल्लेबाज़ हैं. यह वो मैदान है जहां दुनिया भर के दिग्गज क्रिकेटरों को महज़ एक शतक की तलाश रहती है. यहां शतक जमा कर बल्लेबाज़ और पांच विकेट या दस विकेट लेकर गेंदबाज़ इसकी धरोहर से जुड़ जाता है. शतक बनाने वाले बल्लेबाज़ और पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज़ का नाम लॉर्ड्स के ऑनर बोर्ड पर हमेशा-हमेशा के लिए अंकित कर दिया जाता है.

लॉर्ड्स ऑनर बोर्ड, इस क्रिकेट मैदान के पवेलियन में लगे वो बोर्ड हैं, जिन पर टेस्ट क्रिकेट या वनडे में शतक जमाने वाले बल्लेबाज़ों और पांच विकेट या 10 विकेट चटकाने वाले गेंदबाज़ों को सम्मानित करने के लिए उनका नाम अंकित किया जाता है. पहले इस बोर्ड पर केवल टेस्ट क्रिकेट की इन उपलब्धियों को अंकित किया जाता था, पर 2019 से वनडे क्रिकेट के खिलाड़ियों को भी यह सम्मान हासिल हुआ.

लॉर्ड्स पर पहला मैच और पहला टेस्ट शतक

यह उन तीन मैदानों में से है जिन्हें थॉमस लॉर्ड्स ने 1783 से 1814 के बीच स्थापित किया था. थॉमस लॉर्ड का बनाया गया यह मैदान 'होम ऑफ़ क्रिकेट' के रूप में मशहूर है. इसे क्रिकेट का मक्का भी बुलाया जाता है. लॉर्ड्स का मैदान मेरिलिबोन क्रिकेट क्लब यानी एमसीसी का लंबे समय तक मुख्यालय रहा.

लॉर्ड्स के मौजूदा मैदान पर पहला मैच 211 साल पहले 22 जून 1814 को मेरिलिबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) और हर्टफ़ोर्टशर के बीच खेला गया था. पहले टेस्ट मैच के लिए इस मैदान को 70 साल का लंबा इंतज़ार करना पड़ा. जब 21 जुलाई 1884 को पहली बार लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आपस में भिड़ीं तो इंग्लैंड के एलेन स्टील यहां शतक जमाने वाले पहले क्रिकेटर बने.

लॉर्ड्स पर क्या है शतकों की कहानी

1884 में पहले शतक के बाद लॉर्ड्स के मैदान को पहला दोहरा शतक देखने के लिए फिर 40 साल का एक लंबा इंतज़ार करना पड़ा. तब तक इंग्लैंड इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के साथ कई मैच खेल चुकी थी. दोनों टीमों के बल्लेबाज़ों ने यहां कई शतक लगाया. पर पहला दोहरा शतक जून 1924 में इंग्लिश बल्लेबाज़ जैक हॉब्स से बल्ले से आया. तब उन्होंने दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 211 रनों की पारी खेली. वहीं लॉर्ड्स के मैदान पर सबसे बड़ी शतकीय पारी इंग्लैंड के ग्राहम गूच ने खेली. उन्होंने 1990 में भारत के ख़िलाफ़ यहां कप्तान के तौर पर 333 रनों की पारी खेली थी.

तिहरा शतक जमाने वाले गूच एकमात्र बल्लेबाज

गूच लॉर्ड्स पर तिहरा शतक जमाने वाले एकमात्र बल्लेबाज़ हैं. तब गूच ने दोनों पारियों में शतक जमाए थे और उस टेस्ट में कुल (333+123) 456 रन बनाए थे, जो आज भी एक टेस्ट मैच में किसी भी बल्लेबाज़ के सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड है. वहीं जो रूट न केवल लॉर्ड्स पर सबसे अधिक शतक जमाने वाले बल्लेबाज़ हैं, बल्कि यहां उन्होंने सबसे अधिक 2126 रन भी बनाए हैं. हालांकि, इस मैदान पर सबसे अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले बल्लेबाज़ की बात करें तो 23 टेस्ट मैचों के साथ जो रूट नंबर- 2 पर हैं. पहले पायदान पर एलिस्टेयर कुक का नाम है जिन्होंने लॉर्ड्स के मैदान पर 26 टेस्ट मैच खेले हैं.

लॉर्ड्स पर किस देश के कितने शतक?

जो रूट का शतक लॉर्ड्स पर बनाया गया 253वां शतक है. इनमें से सबसे अधिक 141 शतक इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों ने जमाए हैं. वहीं दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलियाई टीम है, जिसके बल्लेबाज़ों के लॉर्ड्स की पिच पर 34 शतक हैं. वेस्टइंडीज़ के 18 बल्लेबाज़ों ने लॉर्ड्स पर शतक जमा हैं तो न्यूज़ीलैंड के क्रिकेटरों के नाम 16, श्रीलंका के 9 शतक, पाकिस्तान के 7 शतक हैं. बांग्लादेश के एकमात्र तमीम इक़बाल ने यहां शतक जमाया है तो ज़िम्बाब्वे, अफ़ग़ानिस्तान, आयरलैंड जैसे देशों की ओर से यहां कोई शतक नहीं है.

टीम इंडिया और लॉर्ड्स पर शतकों का रिकॉर्ड

वहीं भारत की ओर से इस मैदान पर 12 शतक जमाए गए हैं पर सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे बल्लेबाज़ों को यहां कोई शतक नसीब नहीं हो सका. पहली बार 1952 में वीनू मांकड़ ने लॉर्ड्स पर शतक जमाया था. उनकी 184 रनों की पारी यहां किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ की सबसे बड़ी शतकीय पारी भी है. उसके बाद 1979 में एक ही मैच में दिलीप वेंगसरकर और गुंडप्पा विश्वनाथ ने शतक जमा दिए.

वेंगसरकर लॉर्ड्स पर सबसे अधिक तीन शतक जमाने वाले बल्लेबाज़

टीम इंडिया की ओर से वेंगसरकर लॉर्ड्स पर सबसे अधिक तीन शतक जमाने वाले बल्लेबाज़ हैं, जो किसी भी विदेशी बल्लेबाज़ का इस मैदान पर सर्वाधिक शतकों का रिकॉर्ड भी है. सौरव गांगुली को अपने करियर का पहला शतक लॉर्ड्स पर जमाने का गौरव हासिल है. भारत की ओर से यहां किसी बल्लेबाज़ ने दोहरा शतक नहीं जमाया है. भारत के कुल 10 बल्लेबाज़ों ने लॉर्ड्स पर शतक जमाए हैं.

वीनू मांकड़, दिलीप वेंगसरकर और सौरव गांगुली के अलावा शतक जमाने वालों में (वर्तमान टीम इडिया के) केएल राहुल, मोहम्मद अज़हरुद्दीन, गुंडप्पा विश्वनाथ, अजित अगरकर, राहुल द्रविड़, अजिंक्य रहाणे और रवि शास्त्री शामिल हैं. लेकिन ब्रायन लारा, सुनील गावस्कर, जावेद मिंयादाद, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, जैक कैलिस जैसे दिग्गज यहां कभी शतक नहीं जमा सके.

क्रिकेट न्‍यूजस्टेट मिरर स्पेशल
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