ग्रूमिंग गैंग अपराधियों के बदले राजनीतिक विरोधी! ब्रिटेन-पाकिस्तान सीक्रेट डील से मचा हड़कंप, क्या इमरान खान पर कसेगा शिकंजा?

ब्रिटेन में सजा काट रहे पाकिस्तानी मूल के कुख्यात ग्रूमिंग गैंग अपराधियों को वापस लेने के बदले पाकिस्तान अब अपने दो राजनीतिक विरोधियों, इमरान खान के सहयोगी रहे शाहजाद अकबर और सेना के व्हिसलब्लोअर आदिल राजा, की प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है. अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह एक क्विड प्रो क्वो डील हो सकती है. पाकिस्तान पहले इन अपराधियों को लेने से इनकार करता रहा है, लेकिन अब राजनीतिक दबाव के चलते रुख बदलने के संकेत हैं. इस कथित सौदे को मानवाधिकार संगठन सीमापार दमन (Transnational Repression) बता रहे हैं. अब तक इस डील की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.;

( Image Source:  Sora_ AI )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 8 Dec 2025 2:09 PM IST

Pakistan UK Grooming Gang Extradition Deal: ब्रिटेन में सजा काट चुके कुख्यात पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग अपराधियों को वापस लेने के बदले पाकिस्तान अब अपने दो हाई-प्रोफाइल राजनीतिक असंतुष्टों को ब्रिटेन से सौंपने की मांग कर रहा है. यह चौंकाने वाला दावा अमेरिका के स्वतंत्र मीडिया प्लेटफॉर्म Drop Site News की रिपोर्ट में किया गया है, जिसने दोनों देशों के बीच एक कथित 'क्विड प्रो क्वो डील' का खुलासा किया है.

रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने ब्रिटेन के सामने प्रस्ताव रखा है कि वह पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के सहयोगियों Qari Abdul Rauf और Adil Khan जैसे दोषी यौन अपराधियों को वापस ले सकता है, लेकिन इसके बदले ब्रिटेन को दो पाकिस्तान-विरोधी नेताओं, शाहजाद अकबर और आदिल राजा, को प्रत्यर्पित करना होगा।

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कौन हैं पाकिस्तान के शाहजाद अकबर और आदिल राजा?

बताया गया कि जिन दो लोगों की वापसी पाकिस्तान चाहता है, उसमें शाहजाद अकबर ( पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक) और आदिल राजा (पाकिस्तानी सेना के पूर्व अधिकारी और अब व्हिसलब्लोअर) शामिल हैं. दोनों अप्रैल 2022 से ब्रिटेन में निर्वासन (exile) की जिंदगी जी रहे हैं और लगातार आर्मी चीफ आसिम मुनीर तथा शहबाज शरीफ सरकार की आलोचना करते रहे हैं. पाकिस्तान का आरोप है कि ये लोग विदेश से बैठकर राज्य संस्थाओं के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं.

ग्रूमिंग गैंग क्या है? जिसने ब्रिटेन को हिलाकर रख दिया

ब्रिटेन में 1990 के दशक से सक्रिय पाकिस्तानी-मूल के ग्रूमिंग गैंग का नेटवर्क मुख्य रूप से नाबालिग श्वेत लड़कियों को निशाना बनाता था. इन लड़कियों को पहले भावनात्मक रूप से फंसाया जाता था, फिर नशा दिया जाता, उसके बाद गैंगरेप कर एक-दूसरे को सौंप दिया जाता था. कुछ मामलों में एक ही रात में 30–40 दरिंदों द्वारा बलात्कार, 100 से अधिक बार शोषण, यहां तक कि एक 16 वर्षीय लड़की और उसके पूरे परिवार की हत्या जैसी घटनाएं सामने आईं... Rotherham, Rochdale, Oldham, Telford जैसे शहर इस अपराध के केंद्र रहे...

पाकिस्तान अब तक क्यों नहीं ले रहा था इन अपराधियों को?

ब्रिटेन बीते कई सालों से इन दोषियों को पाकिस्तान डिपोर्ट करना चाहता है, लेकिन पाकिस्तान यह कहकर इनकार करता रहा कि इन्होंने अपनी पाकिस्तानी नागरिकता छोड़ दी . ये लोग 2018 में ब्रिटिश नागरिकता से भी हाथ धो बैठे, जिससे वे कानूनी रूप से Stateless (बिना नागरिकता) हो गए. इस कानूनी पेच ने डिपोर्टेशन को रोक रखा था.

हालिया बैठक से उठा विवाद

यह विवाद तब और गहरा गया जब 4 दिसंबर को इस्लामाबाद में पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने ब्रिटिश हाई कमिश्नर जेन मैरियट से मुलाकात की. आधिकारिक बयान में कहा गया कि बैठक में सुरक्षा सहयोग, फेक न्यूज और अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी पर चर्चा हुई, लेकिन Drop Site News का दावा है कि इसी 'अवैध पाकिस्तानी नागरिकों' की आड़ में ग्रूमिंग गैंग अपराधियों का नाम भी रखा गया.

पाकिस्तान का साफ संकेत: विदेश से सरकार के खिलाफ बोलोगे तो लौटना पड़ेगा

डॉन अखबार के मुताबिक, गृह मंत्री नकवी ने बैठक में यह भी स्पष्ट किया, "पाकिस्तान विदेश में बैठकर राज्य संस्थाओं के खिलाफ बदनाम करने वालों को बर्दाश्त नहीं करेगा." इसी बयान को शाहजाद अकबर और आदिल राजा के खिलाफ सीधे संकेत के तौर पर देखा जा रहा है.

शाहजाद अकबर का पलटवार

शाहजाद अकबर ने X (Twitter) पर लिखा, “मानवाधिकार उल्लंघन, तानाशाही और अवैध सैन्य दखल पर मेरी रिपोर्टिंग से सरकार बुरी तरह बौखला गई है. अब मुझे चुप कराने की कोशिश हो रही है.”

मानवाधिकार संगठनों की चेतावनी

International Human Rights Foundation ने इसे Transnational Repression (सीमापार दमन) करार दिया है. संगठन का कहना है कि आदिल राजा को बिना कानूनी प्रक्रिया के 14 साल की सजा दी गई. न उन्हें बचाव का मौका मिला और न ही कोई वकील दिया गया. संगठन ने ब्रिटेन से अपील की है कि वह ऐसे व्यक्ति को पाकिस्तान न सौंपे जहां उसे राजनीतिक प्रताड़ना का खतरा है.

एलन मस्क की एंट्री और दबाव

टेक अरबपति एलन मस्क ने X पर दावा किया था कि ब्रिटेन में करीब 2.5 लाख बच्चे इस नेटवर्क के शिकार बने हैं. उन्होंने इसे लेकर कानूनी लड़ाई को फंड करने की बात भी कही थी. इसी दबाव में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने जून में राष्ट्रीय जांच बैठाने की घोषणा की, लेकिन दिसंबर तक यह जांच अटकी पड़ी है.

पाकिस्तान-ब्रिटेन के बीच कोई स्थायी प्रत्यर्पण संधि नहीं

पाकिस्तान और ब्रिटेन के बीच कोई औपचारिक Extradition Treaty नहीं है. केवल UK Extradition Act 2003 की धारा 194 के तहत खास परिस्थितियों में प्रत्यर्पण संभव हो सकता है.

क्या पाकिस्तान ग्रूमिंग गैंग को कूटनीतिक हथियार बना रहा है?

विश्लेषकों और पत्रकारों का मानना है कि पाकिस्तान अब ब्रिटेन के लिए शर्मनाक ग्रूमिंग गैंग मुद्दे को राजनीतिक सौदेबाजी के हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है, ताकि अपने विरोधियों को चुप कराया जा सके. हालांकि, अब तक किसी सरकारी एजेंसी या बड़े मीडिया संस्थान ने इस डील की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.

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