“वे मुझे मार देंगे… असीम मुनीर मानसिक रूप से अस्थिर” - जेल में बंद इमरान खान का बड़ा आरोप
अदियाला जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी जान को गंभीर खतरा बताते हुए आरोप लगाया है कि उन्हें “पिंजरे जैसे सेल” में मौत जैसी परिस्थितियों में रखा गया है. खान के अनुसार उन्हें बिजली, साफ पानी, धूप और मेडिकल सुविधा तक नहीं दी जा रही. उन्होंने कहा कि अगर उनके साथ कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर और डीजी आईएसआई पर होगी. अपनी बहन उज़मा खान से मुलाकात में खान ने असीम मुनीर को “मानसिक रूप से अस्थिर तानाशाह” बताया और राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई संस्थापक इमरान खान ने एक बार फिर अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर आशंका जताई है. रावलपिंडी की अदियाला जेल में 14 साल की सज़ा काट रहे इमरान खान ने दावा किया है कि उन्हें “पिंजरे जैसे सेल” में रखा गया है और उन्हें मौत जैसी परिस्थितियों में जीने के लिए मजबूर किया जा रहा है. खान अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले और अन्य मामलों में दोषी ठहराए जाने के कारण जेल में बंद हैं.
स्टेट मिरर अब WhatsApp पर भी, सब्सक्राइब करने के लिए क्लिक करें
पीटीआई द्वारा जारी बयान के अनुसार, अपनी बहन उज़मा खान से मुलाकात के दौरान इमरान खान ने कहा कि वह अपनी जान को लेकर बेहद चिंतित हैं. उन्होंने कहा, “फौजी एस्टैबलिशमेंट मेरे खिलाफ जितना कर सकती थी, सब कर चुकी है. अब केवल एक चीज़ बची है - मेरी हत्या.” खान के अनुसार, यदि उन्हें जेल में कुछ भी हो जाता है, तो उसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर और डीजी आईएसआई की होगी.
''मुझे एक पिंजरे में बंद करके जानवरों से भी बदतर व्यवहार किया गया''
इमरान खान ने आरोप लगाया कि उन्हें एक ऐसी कोठरी में रखा गया है, जहां बिजली, साफ पानी, धूप और मेडिकल सुविधा जैसी बुनियादी सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं. उनके अनुसार, “मुझे एक पिंजरे में बंद करके जानवरों से भी बदतर व्यवहार किया गया. मेरी सेल की बिजली पांच दिनों तक काट दी गई. मुझे दस दिनों तक सेल से बाहर नहीं निकलने दिया गया.” पीटीआई का कहना है कि खान को पूरी तरह सोलिटरी कन्फाइनमेंट में रखा गया है और जेल प्रशासन उन्हें वह सुविधाएं भी नहीं दे रहा जो सामान्य कैदियों को मिलती हैं.
राजनीतिक प्रतिशोध में किसी भी हद तक जा सकते हैं मुनीर
इमरान खान ने पाकिस्तान की फौज और राजनीतिक प्रतिष्ठान पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर न केवल तानाशाह हैं, बल्कि मानसिक रूप से अस्थिर नेता हैं, जो राजनीतिक प्रतिशोध में किसी भी हद तक जा सकते हैं. यह बयान ऐसे समय आया है जब देश में राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक दबाव और संस्थागत संघर्ष अत्यधिक बढ़ चुका है.
बहन उज्मा से हुई इमरा खान की मुलाकात
इमरान की बहन उज़्मा खान को अदियाला जेल में मुलाकात की अनुमति मिली. यह मुलाकात 25 से 35 मिनट के बीच चली. सूत्रों के अनुसार, खान शारीरिक तौर पर फिट और मानसिक रूप से मजबूत नज़र आए, लेकिन जेल प्रशासन के रवैये को लेकर बेहद नाराज़ थे. उज़मा खान ने बताया कि इमरान का मनोबल अभी भी ऊंचा है और उन्होंने पार्टी नेतृत्व के लिए एक संदेश भेजा है जिसमें उन्होंने पीटीआई कार्यकर्ताओं को “ग़ैर-लोकतांत्रिक शासन” के विरुद्ध संघर्ष जारी रखने को कहा है.
कुल मिलाकर, इमरान खान की ओर से लगाए गए आरोप पाकिस्तान की राजनीति और सेना के बीच चल रहे टकराव को फिर एक बार उजागर करते हैं. देश में पहले से भारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच पूर्व प्रधानमंत्री की जान को खतरे की बात सामने आने से हालात और तनावपूर्ण हो सकते हैं. यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पाकिस्तान सरकार और सेना इन आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया देती है या फिर मामले को अनदेखा करके आगे बढ़ती है.





