कौन है गैंगस्टर राजेश मिश्रा? फैमिली चलाती है Crime कंपनी, हत्या-NDPS, आर्म्स एक्ट और मनी लॉन्ड्रिंग में दर्ज हैं मुकदमे
यूपी के कुख्यात गैंगस्टर राजेश मिश्रा के घर पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. छापेमारी में करीब 2 करोड़ रुपये नकद, कीमती ड्रग्स और कई अवैध दस्तावेज बरामद हुए हैं. मिश्रा पर हत्या, रंगदारी और मादक पदार्थों की तस्करी के दर्जनों केस दर्ज हैं. पुलिस अब गैंगस्टर मिश्रा की नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है. जानें राजेश मिश्रा के बारे में सब कुछ.;
उत्तर प्रदेश का नामी गैंगस्टर राजेश मिश्रा एक बार फिर सुर्खियों में है. पुलिस ने उसके खिलाफ चल रही जांच में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. राजेश मिश्रा के घर से न केवल 2 करोड़ रुपये नकद और ड्रग्स मिले बल्कि अब यह भी सामने आया है कि पत्नी और बेटे अपराध नेटवर्क चला रहे थे. बेटे का दुस्साहस देखिए, उसने जमानत के लिए फर्जी दस्तावेज अदालत में जमा करा दिए. पुलिस अब पूरे मिश्रा गैंग एंड कंपनी के नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटी है. साथ ही गैंगस्टर राजेश मिश्रा की पूरी क्राइम कुंडली भी खोलकर रख दी है.
कौन है राजेश मिश्रा?
राजेश मिश्रा यूपी के प्रतापगढ़ जिले के मानिकपुर इलाके का रहने वाला है. उसकी उम्र 45 है. 2010 से अपराध की दुनिया में एक्टिव है. वह फिलहाल जेल में बंद है और सलाखों के पीछे से ही अपना गिरोह चला रहा था. राजेश मिश्रा का गिरोह यूपी में पूर्वांचल के अलावा ओडिशा और झारखंड में भी सक्रिय था. पंजाब और राजस्थान में भी अपनी जड़ें जमाने में जुटा था. जांच एजेंसियों के मुताबिक वह गांजा और स्मैक की तस्करी करता था.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मिश्रा के खिलाफ 25 से ज्यादा गंभीर केस दर्ज हैं. इनमें हत्या, लूट, एनडीपीएस एक्ट, आर्म्स एक्ट,मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, रंगदारी और मादक पदार्थों की तस्करी जैसे अपराध शामिल हैं.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार राजेश मिश्रा ने 2010 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था. शुरू में छोटे-मोटे तस्करी के धंधे में सक्रिय राजेश ने धीरे-धीरे यूपी और फिर आसपास के राज्यों में अपना नेटवर्क का जाल बिछा लिया था. उसने ग्रामीण से लेकर शहरों तक अपने गुर्गे एक्टिव कर रखे थे.
ऐसे हुआ मिश्रा के क्राइम कंपनी का खुलासा
एंटी-नारकोटिक्स और STF टीम को सूचना मिली थी कि मिश्रा अपने ठिकाने से ड्रग्स और हवाला कारोबार चला रहा है. सूचना के आधार पर मेरठ, गाजियाबाद और बागपत में एक साथ छापेमारी की गई. पुलिस ने अब तक गैंग के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
छापेमारी में क्या मिला?
यूपी पुलिस को मिश्रा के घर से 2 करोड़ रुपये नकद, 3 किलो ड्रग्स (कोकीन और मेफेड्रोन), 6.076 किलोग्राम गांजा और 577 ग्राम स्मैक बरामद हुआ है. इसके अलावा, 4 लग्जरी गाड़ियां, 6 अवैध हथियार भी मिले हैं. पुलिस ने कुछ दस्तावेज और लैपटॉप जब्त किए गए हैं, जिनसे हवाला ट्रांजैक्शन के सुराग मिले हैं. घर से बरामद नशीले पदार्थ की कीमत करीब 1 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
पुलिस की अगली कार्रवाई
पुलिस ने मिश्रा की सभी संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है. अब ED और NCB की टीमें भी अब जांच में शामिल हो गई हैं. अनुमान है कि मिश्रा ने पिछले 5 वर्षों में 100 करोड़ से अधिक की काली कमाई की है. मेरठ रेंज के आईजी ने बताया कि “राजेश मिश्रा यूपी के सबसे सक्रिय अपराधियों में से एक है. उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और NDPS एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जा रही है.
पत्नी और बेटे पर भी चल रहे हैं मुकदमे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते 9 नवंबर को यूपी पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा. इस छापेमारी में उसकी पत्नी रीना मिश्रा (40), बेटा विनायक (19), बेटी कोमल (20), रिश्तेदार अजीत कुमार मिश्रा (32) और यश मिश्रा (19) को हिरासत में लिया था.
इनामी बदमाश
यूपी STF ने राजेश मिश्रा पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. उसके खिलाफ NDPS एक्ट के तहत 10 मामले दर्ज हैं. इतना ही नहीं उसकी पत्नी रीना के खिलाफ 7 मामले दर्ज थे, जबकि उसके बेटे विनायक के ऊपर 2 केस लंबित थे.
फर्जी जमानत
पुलिस की छानबीन में सामने आया कि रीना मिश्रा और उसका बेटा विनायक मिश्रा, राजेश की जेल से रिहाई के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर अदालत में जमानत करवा चुका था. इस खुलासे के बाद उन पर धोखाधड़ी, जालसाजी और गैंगस्टर एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार पहले भी इस परिवार की 3.06 करोड़ की चल-अचल संपत्ति कुर्क कर चुकी है. यह कुर्की भी राजेश और रीना के नाम पर दर्ज की गई थी. बावजूद इसके राजेश मिश्रा अपने बेटे और पत्नी के सहयोग से जेल से नेटवर्क चला रहा था.