राजस्थान और स्पेन के बीच सांस्कृतिक साझेदारी को नई दिशा, दीया कुमारी ने राजदूत से की चर्चा
भारत और स्पेन के रिश्तों में सांस्कृतिक और विकास सहयोग का एक नया अध्याय जुड़ गया है. राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने जयपुर में स्पेन के राजदूत जुआन एंतोनियो मार्च से मुलाकात कर विरासत संरक्षण, पर्यटन विकास और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की. यह मुलाकात केवल औपचारिक कूटनीति नहीं थी, बल्कि राजस्थान के समृद्ध इतिहास को वैश्विक पहचान दिलाने और राज्य को अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है.;
जयपुर में बुधवार को एक ऐतिहासिक पहल की शुरुआत हुई. राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने भारत में स्पेन के राजदूत जुआन एंतोनियो मार्च और फाइरा बार्सिलोना इंटरनेशनल के सीईओ रिकर्ड ज़ापातेरो से मुलाकात की. इस बैठक का मकसद राजस्थान और स्पेन के बीच सांस्कृतिक, विरासत और पर्यटन के क्षेत्र में नए सहयोग के अवसर तलाशना था.
यह मुलाकात न केवल दोनों देशों के बीच रिश्तों को गहराई देगी बल्कि राजस्थान को वैश्विक सांस्कृतिक मानचित्र पर और अधिक सशक्त बनाएगी. बैठक में सबसे अधिक चर्चा विरासत संरक्षण और ऐतिहासिक स्थलों के नवीन उपयोग पर हुई.
सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर जोर
बैठक का केंद्रबिंदु रहा राजस्थान की समृद्ध विरासत और ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण. दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई कि पुराने किलों, हवेलियों और स्मारकों का संरक्षण केवल इतिहास को बचाने का माध्यम नहीं, बल्कि यह आर्थिक अवसर भी पैदा कर सकता है. स्पेन, जो अपने वास्तुशिल्प और विरासत पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है, ने इस क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता साझा करने का प्रस्ताव रखा. इसके साथ ही, पारंपरिक शिल्प, डिज़ाइन और प्रदर्शन कलाओं के प्रोत्साहन के लिए सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों की रूपरेखा पर भी चर्चा हुई. यह कदम राजस्थान के स्थानीय कलाकारों और शिल्पकारों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान दिलाने में सहायक होगा.
पर्यटन और कौशल विकास के नए अवसर
बैठक में राजस्थान को वैश्विक MICE (Meetings, Incentives, Conferences and Exhibitions) गंतव्य के रूप में विकसित करने पर भी चर्चा हुई. दीया कुमारी ने कहा कि राज्य की भौगोलिक विविधता, ऐतिहासिक धरोहर और आतिथ्य की परंपरा इसे अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए एक आदर्श स्थल बना सकती है.
स्पेन की स्मार्ट टूरिज्म और विरासत वास्तुकला में विशेषज्ञता राजस्थान के सतत विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है. दोनों पक्षों ने यह भी निर्णय लिया कि पर्यटन निवेश, कौशल विकास और सांस्कृतिक परियोजनाओं में संयुक्त प्रयास किए जाएंगे, जिससे स्थानीय समुदायों को वैश्विक अवसर मिल सकें.
दीया कुमारी का दृष्टिकोण
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि राजस्थान और स्पेन के बीच यह सहयोग केवल आर्थिक साझेदारी नहीं है, बल्कि यह सांस्कृतिक सेतु भी है. उन्होंने कहा, “यह साझेदारी हमारी साझा विरासत को संरक्षित करने और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.” उन्होंने विश्वास जताया कि इस तरह के अंतरराष्ट्रीय सहयोग से राजस्थान को वैश्विक पर्यटन और संस्कृति के क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी. साथ ही, यह पहल राज्य के युवाओं और कारीगरों के लिए नए कौशल और रोजगार के अवसर भी खोलेगी.
भविष्य की दिशा
बैठक के अंत में दोनों पक्षों ने यह निर्णय लिया कि आने वाले वर्षों में सांस्कृतिक, पर्यटन और कौशल विकास से जुड़े संयुक्त प्रोजेक्ट्स पर निरंतर काम किया जाएगा. इस पहल से राजस्थान के ग्रामीण और शहरी समुदायों को वैश्विक मंच तक पहुंच मिलेगी और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक एवं आर्थिक संबंध और भी प्रगाढ़ होंगे.