ब्यावर में गूंजी मातृशक्ति की आवाज़, दीया कुमारी ने सम्मेलन में भरी आत्मविश्वास की नई ऊर्जा, महिलाओं से की ये अपील
राजस्थान के ब्यावर में मातृशक्ति सम्मेलन में महिला सशक्तिकरण और सामाजिक भागीदारी का उत्साह चरम पर था. इस कार्यक्रम में प्रदेश की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने शिरकत की और महिलाओं में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार किया.

ब्यावर में बुधवार का दिन महिलाओं के लिए खास था. अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा महिला प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित मातृशक्ति सम्मेलन में उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं. पारंपरिक साफा, शाल और फूलों की माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया गया.
कार्यक्रम स्थल पर महिलाओं में जोश और उत्साह का माहौल था, मानो यह उनकी ताकत और एकजुटता का उत्सव हो. इस सम्मेलन के बारे में खुद डिप्टी सीएम ने पोस्ट कर कहा 'यह आयोजन हमारी सांस्कृतिक जड़ों, सामाजिक एकता और नारी सशक्तिकरण की जीवंत अभिव्यक्ति था. यहां उपस्थित हर माता, बहन और बेटी की आंखों में आत्मविश्वास की चमक और समाज के प्रति समर्पण का भाव स्पष्ट दिखाई दे रहा था.' इस सम्मेलन में दीया कुमारी ने महिलाओं से एक खास अपील भी की.
महिला सशक्तिकरण पर जोर
महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए दीया कुमारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्त्व में केंद्र और राज्य सरकारें महिलाओं को ताकतवर और आत्मनिर्भर बनाने में लगातार लगी हैं. उन्होंने बताया कि सरकारी योजनाओं का सबसे बड़ा फायदा आज महिलाओं को मिल रहा है, जिससे समाज में महिला सशक्तिकरण की बुनियाद और भी मजबूत हो रही है.
50 महिलाओं को जोड़ने का संकल्प
दीया कुमारी ने मातृशक्ति से भावुक अपील करते हुए कहा कि हर महिला खुद तो इन योजनाओं से जुड़े ही, साथ ही कम से कम 50 अन्य महिलाओं को भी इनसे जोड़े. उनका संदेश साफ था कि जब हर घर तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचेगा, तब असल बदलाव आएगा.
स्वदेशी अपनाने की पुकार
सम्मेलन में उपमुख्यमंत्री ने स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग की जरूरत पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि विदेशी उत्पादों से दूरी और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने से देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और विकसित भारत का सपना हकीकत बनेगा. यह सिर्फ आर्थिक मजबूती ही नहीं, बल्कि सामाजिक विकास के लिए भी बेहद जरूरी कदम है.
बदलाव की ओर कदम
ब्यावर का यह मातृशक्ति सम्मेलन न केवल एक आयोजन था बल्कि महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से आगे बढ़ाने की दिशा में एक सफल प्रयास भी. दीया कुमारी के शब्द और संकल्प महिलाओं के लिए नई ऊर्जा बनकर गूंजे, एक ऐसे भविष्य की ओर जहां हर महिला आत्मनिर्भर और स्वदेशी समर्थन की मिसाल बने.