स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करें... डिप्टी CM दीया कुमारी ने ABRSM एग्जीबिशन किया उद्घाटन
Jaipur News: राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी शनिवार (4 अक्टूबर) को जयपुर पहुंचीं. उन्होंने अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कार्यक्रम में हिस्सा लिया. कार्यक्रम को किया संबोधित उन्होंने शिक्षा में नए प्रयोग और आधुनिकता अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया.

Diya Kumari: राजस्थान सरकार प्रदेश के विकास की दिशा में आए दिन बड़े-बड़े फैसले ले रही है. कभी स्कूल का निर्माण तो कभी कच्ची सड़कों को पक्का कराया जा रहा है. इसी दिशा में डिप्टी सीएम दीया कुमारी शनिवार (4 अक्टूबर) को जयपुर पहुंचीं. उन्होंने अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कार्यक्रम में हिस्सा लिया और एग्बीशन का उद्घाटन किया.
जानकारी के अनुसार, यह कार्यक्रम 9वां त्रिवार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन है, जो कि 5 से 7 अक्टूबर तक चलेगा. यह जामडोली में केशव विद्यापीठ में आयोजित होगा. कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि महासंघ आधुनिक और व्यवहारिक शिक्षा को पूरी तरह महत्व देता है.
कार्यक्रम को किया संबोधित
उन्होंने शिक्षा में नए प्रयोग और आधुनिकता अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने नई शिक्षा नीति को लागू करने का समर्थन किया. साथ ही उन्होंने सभी शिक्षकों से यह शपथ लेने को कहा कि वे नेचुरल और स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करेंगे.
RSS प्रवक्ता का बयान
इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निंबाराम ने कहा कि विद्यार्थियों को स्थानीय महापुरुषों के जीवन और उनके योगदान के बारे में पता होना चाहिए, चाहे वह समाज सुधार, गौरक्षा, पर्यावरण संरक्षण या महिला सशक्तिकरण का क्षेत्र हो. उनके बारे में बच्चों को पता होना जरूरी है.
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नारायण लाल गुप्ता ने सभी अतिथियों और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि शिक्षक संघ केवल एक ट्रेड यूनियन नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाला संगठन होना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह संगठन प्राचीन गुरु परंपरा पर आधारित रहेगा और हमेशा सकारात्मक सोच के साथ समाज, राष्ट्र और शिक्षा के हित में कार्य करेगा.
संस्कृति को बढ़ावा
कार्यक्रम के संयोजक और राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा ने बताया कि एग्बीशन में महासंघ की गतिविधियों, शिक्षा पर उनका दृष्टिकोण और राष्ट्रीय योगदान को दस्तावेजों के जरिए दिखाया गया. इसमें एबीआरएसएम की पूरी विकास यात्रा 31 राज्यों में आयोजित कार्यक्रम और शिक्षक हितों के लिए किए गए प्रयासों को प्रदर्शित किया गया.
साथ ही सामाजिक कार्यों, राष्ट्रीय आपदाओं में योगदान और शिक्षा में राष्ट्रवाद को शामिल करने वाले वीडियो और चित्र भी प्रदर्शनी में दिखाए गए. संगठन की ओर से शुरू हुए सामाजिक समरसता और परिवार जागरूकता कार्यक्रमों की जानकारी भी दी गई.
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एग्बीशन में क्या रहा खास?
एग्बीशन में राजस्थान की कला, संस्कृति और भव्य स्थापत्य कला की झलक दिखाई गई. इसके साथ ही भारत की विभिन्न भाषाओं में लिखी दुर्लभ किताबें और हस्तकला से बनी वस्तुएं भी प्रदर्शित की गईं, जिन्हें कार्यकर्ताओं को उपलब्ध कराया गया.
इतने दिन का होगा कार्यक्रम
5 अक्टूबर को सुबह 11 बजे अधिवेशन का उद्घाटन सत्र राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति और देश के प्रमुख शिक्षक शामिल होंगे.