कोहली को सेट होने के बाद आउट करना नामुमकिन... साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी का बड़ा बयान, कहा- Plan B और C भी कम पड़ जाते हैं
South Africa के ऑलराउंडर Marco Jansen ने विराट कोहली की बल्लेबाज़ी पर बेबाक टिप्पणी करते हुए कहा कि जब कोहली सेट हो जाते हैं, तो उन्हें रोकना लगभग 'नामुमकिन' हो जाता है. Ranchi में पहले ODI में कोहली ने 135 रन की मैच-विनिंग पारी खेली, जिससे भारत ने 17 रन से जीत दर्ज की. Jansen ने कहा कि दुनिया के टॉप बल्लेबाज़ों को आउट करने का असल मौका शुरुआती 10-15 गेंदों में ही मिलता है, लेकिन कोहली एक बार लय में आ जाएं तो किसी भी योजना को बदलना पड़ता है. उन्होंने याद किया कि 2017–18 में वह 17 साल की उम्र में पहली बार नेट में कोहली को गेंदबाज़ी कर चुके हैं.
Marco Jansen on Virat Kohli: दक्षिण अफ्रीका के स्टार ऑलराउंडर मार्को जानसन ने भारत के दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली की बल्लेबाज़ी को लेकर बेबाक और सटीक टिप्पणी की है. जानसन ने स्वीकार किया कि जब कोहली क्रीज पर सेट हो जाते हैं, तो उन्हें रोकना 'लगभग असंभव' हो जाता है. रांची में खेले गए पहले वनडे में कोहली के शानदार 135 रनों ने जहां भारत को 17 रन से जीत दिलाई और सीरीज़ में 1-0 की बढ़त दिलाई, वहीं इस पारी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में से एक के खिलाफ गेंदबाज़ों की चुनौती कितनी कठिन होती है.
कोहली के खिलाफ मौका सिर्फ शुरुआत में मिलता है- मार्को जानसन
मार्को जानसन ने मैच के बाद कहा कि किसी भी वर्ल्ड-क्लास बल्लेबाज़ को आउट करने का असली मौका उनकी पारी की शुरुआती 10 से 15 गेंदों में ही मिलता है. उन्होंने कहा, “जब आप वर्ल्ड-क्लास प्लेयर्स को गेंदबाज़ी करते हैं, उन्हें आउट करना काफी मुश्किल होता है. मैं हमेशा कोशिश करता हूं कि उनकी शुरुआती 10–15 गेंदों में ही विकेट मिल जाए, जब वे पिच को समझ ही रहे होते हैं. एक बार वो सेट हो जाएं और रन बनाना शुरू कर दें, तो उन्हें रोकना बेहद मुश्किल हो जाता है. तब आपको प्लान B या C पर जाना पड़ता है.”
52वां शतक: कोहली की क्लासिक पारी
रांची ODI में कोहली का 52वां वनडे शतक टेंपो कंट्रोल, जोखिम की समझ और लंबे समय तक टिककर खेलने का बेहतरीन मिश्रण था—ठीक वैसे ही जैसे उनकी महानता की पहचान रही है.
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“17 साल की उम्र में पहली बार कोहली को गेंद फेंकी थी”
जानसन ने यह भी बताया कि वे 2017–18 भारत–दक्षिण अफ्रीका सीरीज़ में महज़ 17 साल की उम्र में नेट्स में पहली बार कोहली को गेंदबाज़ी कर चुके हैं. उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “टीवी पर देखकर बड़ा हुआ और अब उन्हें गेंद फेंकना… यह परेशान करने वाला भी है और मज़ेदार भी. वो ड्राइव करते हैं, पुल करते हैं, कट खेलते हैं, हर शॉट उतनी ही खूबसूरती से खेलते हैं. फर्क बस इतना है कि अब वो बहुत लंबी पारी खेल रहे हैं.”
अपनी फॉर्म पर भी बोले जानसन
जानसन ने कहा कि टीम का मज़बूत टॉप ऑर्डर उन्हें निचले क्रम में खुलकर खेलने की आज़ादी दे रहा है. उन्होंने कहा “मैं बस गेंद को देख रहा हूं और खेल रहा हूं. अभी यह तरीका मेरे लिए काम कर रहा है.” जानसन ने पहले वनडे में तेजतर्रार पारी खेलते हुए 39 गेंद में 70 रन जड़ दिए थे. इस दौरान उन्होंने 3 छक्के और 8 चौके लगाए.
‘0-1 से पीछे हैं, लेकिन निराश नहीं’
जानसन ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका टीम हार के बावजूद हतोत्साहित नहीं है. उन्होंने कहा, “हम सही चीजें कर रहे हैं, बस हमें लंबे समय तक अच्छी गेंदबाज़ी के स्पैल जोड़ने होंगे.” उन्होंने बताया कि टीम को कुछ खिलाड़ियों के चोट अपडेट दूसरे वनडे से पहले मिलेंगे. एडेन मार्करम अगले मैच में भी कप्तानी जारी रखेंगे, क्योंकि टेम्बा बावुमा अभी भी उपलब्ध नहीं हैं. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच अब रायपुर में दूसरा और हाई-स्टेक्स मुकाबला खेला जाएगा.





