तीसरी पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर पति को उतारा मौत के घाट, दूसरी पत्नी ने कुएं में देखा शव; पुलिस ने महज 36 घंटे में सुलझाई गुत्थी

मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के सकरिया गांव में 60 वर्षीय भैयालाल राजक की हत्या उसकी तीसरी पत्नी मुन्नी उर्फ विमला, उसके प्रेमी नारायण दास कुशवाहा और सहयोगी धीरज कोल ने मिलकर की. आरोपियों ने 30 अगस्त की रात लोहे की रॉड से हमला कर उसकी हत्या की और शव को बोरी व कंबल में बांधकर कुएं में फेंक दिया. अगले दिन दूसरी पत्नी गुड्डी बाई ने कुएं में लाश देख पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने 36 घंटे में केस सुलझाते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.;

( Image Source:  Sora )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 7 Sept 2025 6:30 PM IST

Anuppur Sakaria Village Murder Case: यह घटना फिल्मी पटकथा जैसी लगती है लेकिन सच है. मध्यप्रदेश के अनूपपुर ज़िले के सकरिया गांव में 60 वर्षीय भैयालाल राजक की बेरहमी से हत्या कर दी गई. यह मामला सिर्फ़ एक खून नहीं बल्कि प्यार, धोखे और साजिश की काली कहानी है.

भैयालाल की ज़िंदगी उतनी ही उलझी हुई थी जितनी उसकी मौत. उनकी पहली पत्नी उन्हें छोड़कर चली गई थी. दूसरी पत्नी गुड्डी बाई से संतान न होने पर उन्होंने गुड्डी की छोटी बहन मुन्‍नी उर्फ विमला से शादी की. विमला से उन्हें दो बच्चे भी हुए, लेकिन इस रिश्ते की नींव में ही छिपा था एक ज़हरीला राज- मुन्‍नी का नजदीकी रिश्ता स्थानीय प्रॉपर्टी डीलर नारायण दास कुशवाहा उर्फ लल्लू से हो गया.

30 अगस्त की रात भैयालाल को उतारा मौत के घाट

पुलिस के मुताबिक़, मुन्‍नी और लल्लू का रिश्ता इतना गहरा हो चुका था कि दोनों ने मिलकर भैयालाल को रास्ते से हटाने की साज़िश रच डाली. योजना में उन्होंने 25 वर्षीय मज़दूर धीरज कोल को शामिल कर लिया. 30 अगस्त की रात, जब भैयालाल अपने अधनिर्मित मकान में चारपाई पर सो रहे थे, उसी समय लल्लू और धीरज ने उन पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया. उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इसके बाद शव को बोरे, चादरों और रस्सियों में लपेटकर गांव के कुएं में फेंक दिया गया.

दूसरी पत्नी ने देखा शव

लेकिन किस्मत ने अलग मोड़ लिया. अगले ही दिन सुबह, दूसरी पत्नी गुड्डी बाई ने कुएं में कुछ अजीब तैरता देखा. जब लोगों ने कुआं खाली कराया तो भैयालाल की लाश और उनका मोबाइल फ़ोन बरामद हुआ. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह सिर पर गहरी चोटें बताई गईं.

36 घंटे में पुलिस ने सुलझाया केस

सिर्फ़ 36 घंटे में पुलिस ने केस सुलझा लिया. एसपी मोती उर रहमान ने खुलासा किया कि तीसरी पत्नी मुन्‍नी, उसके प्रेमी लल्लू और साथी धीरज ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया था. तीनों को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. यह मामला सिर्फ़ हत्या नहीं, बल्कि धोखे, हवस और रिश्तों की त्रासदी की दास्तान है, जिसने पूरे गांव को दहला दिया.

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