क्या AAP का खेल बिगाड़ेगी कांग्रेस, दिल्ली चुनाव में भाजपा की B- टीम कौन? अब इंडिया गठबंधन का क्या

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच एक राजनीतिक टकराव उभर रहा है, जो भाजपा के साथ मुकाबले से अलग है. कुछ समय पहले दोनों दल लोकसभा चुनाव में एक साथ प्रचार कर रहे थे, लेकिन अब उनके बीच तल्खी बढ़ गई है. AAP ने कांग्रेस पर बीजेपी के साथ मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए और यह चुनौती दी कि कांग्रेस को इंडिया गठबंधन से बाहर कर दिया जाए.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 26 Dec 2024 8:46 PM IST

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले एक दिलचस्प राजनीतिक टकराव देखने को मिल रहा है. यह टकराव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच उभर रहा है. कुछ समय पहले लोकसभा चुनाव के दौरान दोनों दल एक साथ दिल्ली की गलियों में चुनाव प्रचार करते नजर आए थे, लेकिन अब हालात बदल गए हैं.

दिल्ली चुनाव से पहले दोनों पार्टियों के बीच तल्खी बढ़ने से ऐसा माना जा रहा है कि इसका असर विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन पर भी पड़ सकता है. गुरुवार को आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कांग्रेस पर न केवल बीजेपी के साथ मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए, बल्कि यह चुनौती भी दी कि कांग्रेस को इंडिया गठबंधन से बाहर कर दिया जाए. इसी के साथ आज आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों की साठगाठ हैं ये दोनों मिलकर आप आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव से हराना चाहती हैं.

AAP ने कांग्रेस को दे दी ये धमकी

संजय सिंह ने कहा, 'हमने हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोशिश की थी, लेकिन यह संभव नहीं हो सका. हमने अलग-अलग चुनाव लड़े. बावजूद इसके, पूरे चुनाव अभियान के दौरान हमने कांग्रेस के किसी भी नेता के खिलाफ एक शब्द नहीं कहा. लेकिन अब कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची देखकर ऐसा लगता है जैसे यह सूची बीजेपी मुख्यालय में तैयार की गई हो.'

उन्होंने आगे कहा, 'मैं कांग्रेस से अपील करता हूं कि वह 24 घंटे के भीतर अजय माकन के खिलाफ कार्रवाई करे. यदि ऐसा नहीं किया गया, तो हम 'इंडिया' गठबंधन के अन्य दलों से कांग्रेस को गठबंधन से बाहर निकालने की मांग करेंगे.'संजय सिंह के इस बयान ने दोनों दलों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है और 'इंडिया' गठबंधन की एकता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.'

दिल्ली की सीएम आतिशी ने कहा कि 'कांग्रेस की कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि पार्टी ने दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा के साथ कुछ समझौता किया है. कल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल देशद्रोही हैं. मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहती हूं कि क्या उन्होंने कभी किसी भाजपा नेता पर यही आरोप लगाए हैं? नहीं. लेकिन आज कांग्रेस अरविंद केजरीवाल पर देशद्रोही होने का आरोप लगा रही है. कांग्रेस ने कल मेरे और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. क्यों? क्या कांग्रेस ने कभी किसी भाजपा नेता के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज कराई है?

आगे कहा कि, 'हमें विश्वसनीय स्रोतों से पता चला है कि कांग्रेस उम्मीदवारों का चुनावी खर्च भाजपा से आ रहा है. भाजपा कांग्रेस उम्मीदवारों को फंड दे रही है. हमने सुना है कि संदीप दीक्षित को भाजपा से फंड मिल रहा है. अगर कांग्रेस को लगता है कि हम (आप) देशद्रोही हैं, तो उन्होंने हमारे साथ गठबंधन करके लोकसभा चुनाव क्यों लड़ा? यह स्पष्ट है कि कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के साथ आप को हराने और दिल्ली में भाजपा को जिताने के लिए कुछ आपसी समझौता किया है...अगर कांग्रेस और भाजपा के बीच कोई समझौता नहीं हुआ है, तो उन्हें 24 घंटे के भीतर अजय माकन के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.'

दिल्ली- पंजाब के बाद इंडिया गठबंधन से कांग्रेस को बाहर का रास्ता दिखा रही आप

अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) ने लोकसभा चुनाव में गठबंधन का हिस्सा रहते हुए चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, गोवा और गुजरात में कांग्रेस के साथ तालमेल किया. लेकिन पंजाब और दिल्ली जैसे राज्यों में दोनों पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला. पंजाब में AAP ने कांग्रेस को हराकर 2022 में सत्ता हासिल की, जबकि दिल्ली विधानसभा में भी कांग्रेस के खिलाफ निर्णायक बढ़त बनाते हुए AAP ने 2015 और 2020 में भारी बहुमत से सरकार बनाई.

दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने के बाद अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक बार फिर AAP कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती के रूप में खड़ी है. इससे यह स्पष्ट होता है कि राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन के बावजूद, क्षेत्रीय राजनीति में AAP और कांग्रेस के बीच सियासी टकराव जारी है.

क्या कांग्रेस का होगा इंडिया गठबंधन से निकाला? ममता खुश

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंडिया गठबंधन का नेतृत्व अब कांग्रेस के हाथों से ममता बनर्जी को सौंपे जाने की संभावना जताई जा रही है, जो उनके लिए एक सकारात्मक खबर हो सकती है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पहले ही गठबंधन की कमान ममता बनर्जी को सौंपने की मांग की है. वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) ने कांग्रेस को गठबंधन से बाहर करने की मांग कर के ममता बनर्जी के लिए रास्ता आसान कर दिया है.

इस राजनीतिक घमासान से यह स्पष्ट हो रहा है कि इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर बगावत और संघर्ष तेज हो सकता है, जिससे ममता बनर्जी को फायदा हो सकता है. AAP द्वारा कांग्रेस के खिलाफ उठाए गए कदमों ने टीएमसी के लिए एक नई दिशा में बढ़ने के अवसर प्रदान किए हैं.

Similar News