MCD में 'नेताजी' की पार्टी की ऐतिहासिक वापसी, कौन हैं चांदनी महल से चुनाव जीतने वाले मोहम्मद इमरान? जानें कैसे रचा इतिहास

दिल्ली नगर निगम (MCD) उपचुनाव 2024 में चांदनी महल वार्ड से ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (AIFB) के उम्मीदवार मोहम्मद इमरान ने बड़ी जीत दर्ज कर सियासी हलचल मचा दी है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को 4,692 वोटों के अंतर से हराया. यह वही पार्टी है जिसकी स्थापना नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 1939 में की थी. 44 वर्षीय इमरान साधारण आर्थिक पृष्ठभूमि से आते हैं और वर्षों से स्थानीय राजनीति में सक्रिय हैं. उनकी जीत यह साबित करती है कि आज भी जमीनी जुड़ाव, स्थानीय मुद्दे और जनता का भरोसा बड़े राजनीतिक दलों पर भारी पड़ सकता है.;

( Image Source:  Sora_ AI )

Who is Mohammad Imran, Chandni Mahal Winning Candidate: दिल्ली नगर निगम (MCD) उपचुनाव 2025 के नतीजों ने राजधानी की राजनीति में बड़ा उलटफेर कर दिया है. जहां बीजेपी ने 12 में से 7 सीटों पर जीत दर्ज कर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर अपनी स्थिति मजबूत की, वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) को 3 सीटों से संतोष करना पड़ा. कांग्रेस केवल 1 सीट जीत पाई, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में रही ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (AIFB) की ऐतिहासिक जीत...

चांदनी महल वार्ड से AIFB के उम्मीदवार मोहम्मद इमरान ने बीजेपी और AAP दोनों के उम्मीदवारों को पीछे छोड़ते हुए बड़ी जीत दर्ज की है. यह वही पार्टी है जिसकी स्थापना 1939 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने की थी. आज़ादी के बाद दिल्ली की राजनीति में यह पार्टी लंबे समय से सक्रिय तो रही, लेकिन इतनी प्रभावशाली जीत वर्षों बाद उसके खाते में आई है.

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चांदनी महल क्यों बना सबसे दिलचस्प उपचुनावी वार्ड?

30 नवंबर को हुए मतदान में चांदनी महल वार्ड में 55.93% मतदान दर्ज किया गया, जो उपचुनाव के लिहाज से सबसे ज्यादा रहा. 2022 के MCD चुनाव में इसी सीट से AAP के आले मोहम्मद इक़बाल विजयी हुए थे, लेकिन इस बार तस्वीर पूरी तरह बदल गई.  AIFB के मोहम्मद इमरान ने AAP के उम्मीदवार मुदस्सर उस्मान को 4,692 वोटों से शिकस्त दी. यह नतीजा इसलिए भी चौंकाने वाला रहा क्योंकि इस इलाके को बीजेपी और AAP दोनों का मजबूत गढ़ माना जाता रहा है.


कौन हैं मोहम्मद इमरान, जो दिल्ली की सियासत में बने चर्चा का केंद्र?

44 वर्षीय मोहम्मद इमरान दिल्ली के ही निवासी हैं और लंबे समय से ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से जुड़े हुए हैं. वे स्थानीय राजनीति में सक्रिय रहे हैं और सालों से चांदनी महल क्षेत्र के सामाजिक और नगर निगम से जुड़े मुद्दों को उठाते रहे हैं.


मोहम्मद इमरान से जुड़ी अहम जानकारियां

  • AIFB के सक्रिय नेता
  • दिल्ली इकाई से लंबे समय से जुड़े
  • चार बच्चों के पिता (दो बेटे, दो बेटियां)
  • हलफनामे के अनुसार दो मामले न्यायिक प्रक्रिया में लंबित
  • बेहद साधारण आर्थिक पृष्ठभूमि
  • स्थानीय समस्याओं पर मजबूत पकड़


कितनी संपत्ति के मालिक हैं मोहम्मद इमरान?

इमरान का चुनावी हलफनामा उनकी सादगी की तस्वीर पेश करता है. उनके पास बड़ी राजनीतिक हस्तियों की तरह करोड़ों की संपत्ति नहीं है.


परिवार के सदस्य 

चल संपत्ति (₹)

मोहम्मद इमरान

 3,04,768

पत्नी 

4,35,000

बेटी 1

 2,55,000

बेटी 2

 1,72,500

इसके अलावा परिवार की आवासीय संपत्ति का बाजार मूल्य लगभग ₹34.10 लाख बताया गया है.


कैसे जीते मोहम्मद इमरान? ये रहे जीत के 5 बड़े कारण

इमरान की यह जीत सिर्फ एक चुनावी सफलता नहीं, बल्कि यह एक बड़ा राजनीतिक संदेश भी है कि आज भी जमीनी जुड़ाव और भरोसा बड़े दलों की रणनीति को मात दे सकता है. उनकी जीत के प्रमुख कारण हैं;

  • स्थानीय मतदाताओं के बीच मजबूत व्यक्तिगत संपर्क
  • वर्षों से क्षेत्रीय समस्याओं पर लगातार सक्रियता
  • AAP और BJP दोनों के प्रति स्थानीय स्तर पर नाराज़गी
  • उपचुनाव में कम वोटिंग का लाभ
  • नेताजी की विचारधारा वाली AIFB पर भरोसा


2022 बनाम 2024: क्या बदला इस बार?

2022 के MCD चुनाव में इस सीट पर 50.47% मतदान हुआ था, जबकि इस बार उपचुनाव में यह घटकर 38.51% रह गया. विशेषज्ञ मानते हैं कि कम वोटिंग प्रतिशत ने स्थानीय और जमीनी उम्मीदवारों के लिए रास्ता आसान कर दिया और इसका सबसे बड़ा फायदा मोहम्मद इमरान को मिला.


AIFB की जीत: सिर्फ एक सीट नहीं, एक बड़ा राजनीतिक संकेत

ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक की यह जीत केवल एक वार्ड की जीत नहीं, बल्कि यह दिल्ली की राजनीति के बदलते मिजाज का संकेत है. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की विचारधारा पर बनी इस पार्टी की केंद्रीय दिल्ली में जीत यह बताती है कि आने वाले समय में स्थानीय मुद्दे, जमीनी नेटवर्क और भरोसे की राजनीति एक बार फिर बड़े दलों को चुनौती दे सकती है. इस जीत से AIFB को नया मनोबल जरूर मिला है और दिल्ली की राजनीति में एक नई तीसरी धारा के उभरने की चर्चा भी तेज हो गई है.

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