पति पर खौलता तेल,आंखों में मिर्च पाउडर...फिल्म Provoked से कितना मिलता है साधना का यह केस? जिसे दिल्ली की अदालत ने बताया सबसे क्रूर
दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को गर्भवती महिला साधना की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी. साधना पर 3 अक्टूबर 2025 की रात करीब 3:15 बजे अपने पति दिनेश कुमार पर सोते समय गर्म खौलता हुआ तेल डालने और फिर चेहरे पर लाल मिर्च पाउडर फेंकने का गंभीर आरोप है. लेकिन यह मामला एक फिल्म से मिलता जुलता है.
दिल्ली की एक कोर्ट ने एक गर्भवती महिला साधना की अग्रिम जमानत (यानी गिरफ्तारी से पहले की जमानत) खारिज कर दी है. साधना पर बहुत गंभीर आरोप है कि उसने अपने पति दिनेश कुमार पर रात में सोते वक्त गर्म तेल डाल दिया और फिर उसकी आंखों-मुंह पर लाल मिर्च पाउडर फेंक दिया. यह घटना 3 अक्टूबर 2025 की सुबह करीब 3:15 बजे की है. उस वक्त दिनेश अपनी छोटी बेटी के पास सो रहा था. अचानक उसे जलन हुई और वह चीखते हुए उठा. उसने देखा कि उसकी पत्नी साधना ने पहले तेल गर्म किया और फिर सोते हुए उस पर उड़ेल दिया. इसके तुरंत बाद साधना ने मिर्च पाउडर उसके चेहरे पर फेंक दिया और धमकाया भी कि 'अगर चिल्लाया तो और बुरा करूंगी.'
दिनेश चीखा तो मकान मालिक जाग गया फिर दिनेश के जीजा आए और उसे पहले मदन मोहन मालवीय अस्पताल ले गए, फिर हालत गंभीर होने पर सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. दिनेश एक दवा कंपनी में काम करता है. कोर्ट ने इसपर सुनवाई करते हुए कहा कि यह हमला पूरी तरह प्लान किया हुआ लगता है क्योंकि रात के 3 बजे का वक्त चुना गया जब आदमी गहरी नींद में होता है, पहले तेल गर्म किया फिर डाला, फिर मिर्च पाउडर डाला यह सब सोच-समझकर किया गया लगता है, यह बहुत खतरनाक और क्रूर तरीका है. इसलिए जज ने कहा कि इतना गंभीर और प्लान किया हुआ अपराध होने की वजह से अभी जमानत नहीं दी जा सकती. मामला भारतीय न्याय संहिता की गंभीर धाराओं (खतरनाक हथियारों से हमला और जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाना) के तहत दर्ज है.
क्यों उठाया था ऐसा कदम?
साधना जो अब अपने गर्भावस्था में जमानत चाहती है ऐसा कदम उठाने के पीछे एक लंबा विवाद रहा है. जानकारी के मुताबिक दोनों की शादी को आठ साल हो चुके थे लेकिन आए दिन पति-पत्नी के बीच विवाद होता रहता था. दो साल पहले साधना ने अपने पति के खिलाफ क्राइम अगेंस्ट वूमेन में घरेलू हिंसा का मामला दर्ज करवाया था. हालांकि दोनों के बीच समझौता करा दिया गया था. वहीं साधना का यह जुर्म बॉलीवुड की फिल्म 'प्रोवोक्ड' की याद दिलाता है. जिसमें ऐश्वर्या राय उर्फ़ किरणजीत अपने पति से घरेलू हिंसा सहते-सहते ठीक साधना जैसा कदम उठाती है. दोनों समानता सिर्फ इतनी है कि दोनों में पति सोते हुए था. जहां साधना ने गर्म तेल डाला वहीं किरणजीत ने पेट्रोल डाला और आगा लगा दी.
ऐश्वर्या राय की फिल्म 'Provoked' से तुलना
2006 में आई फिल्म Provoked: A True Story में ऐश्वर्या राय ने किरणजीत आहलूवालिया नाम की महिला का किरदार निभाया था. किरणजीत पंजाबन थी जो लंदन में अपने पति दीपक आहलूवालिया के साथ रहती थी. पति 10 साल तक रोज उस पर बहुत बुरी घरेलू हिंसा करता था मारता-पीटता था, जलाता था, मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से टॉर्चर करता था. किरणजीत ने कई बार पुलिस से मदद मांगी लेकिन कोई मदद नहीं मिली. एक रात जब पति फिर मारने वाला था, तो किरणजीत ने डर और गुस्से में सोते हुए पति पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. पति बुरी तरह जल गया और कुछ दिन बाद मर गया. किरणजीत को हत्या का दोषी ठहराया गया और उम्रकैद की सजा हुई. बाद में ब्रिटिश कोर्ट में अपील हुई और यह साबित हुआ कि किरणजीत सालों की घरेलू हिंसा की शिकार थी और उस रात वह 'provoked' (उकसाए जाने) की हालत में थी, यानी उसका दिमाग इतना टूट चुका था कि वह सेल्फ-डिफेन्स में कुछ भी कर सकती थी. कोर्ट ने उसकी सजा कम कर दी और बाद में वह रिहा हो गई. इस केस की वजह से ब्रिटेन में घरेलू हिंसा के कानून में बदलाव भी आया.
क्या कहना है कोर्ट का?
दिल्ली की इस घटना में अभी तक पुलिस और कोर्ट के कागजात में कोई सबूत नहीं आया कि पति दिनेश ने साधना पर पहले कभी हिंसा की हो या मारपीट की हो.उल्टा, कोर्ट ने इसे पूरी तरह प्लान किया हुआ क्रूर हमला माना है. साधना प्रेग्नेंट भी है, लेकिन कोर्ट ने कहा कि अपराध की गंभीरता इतनी ज्यादा है कि जमानत नहीं दी जा सकती.





