दिल्ली में भी जल्द शुरू हो सकता है SIR, EC से फाइनल एलान का इंतजार, मतदाताओं के लिए ये बातें जानना बेहद जरूरी
Delhi SIR: दिल्ली में SIR (Special Summary Revision) की प्रक्रिया किसी भी समय शुरू हो सकती है. दिल्ली चुनाव आयोग के CEO आधिकारिक एलान के इंतजार में हैं. अगर आप दिल्ली के मतदाता हैं या वोट बनवाना चाहते हैं, तो जानिए, क्या बदलाव होंगे, किन दस्तावेजों की जरूरत है और क्यों यह चरण आपके वोट अधिकार के लिए सबसे अहम माना जाता है.
Delhi SIR News: बिहार के बार 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की तरह दिल्ली में भी वोटर लिस्ट की (SIR-Special Summary Revision) प्रक्रिया बहुत जल्द शुरू होने वाली है. चुनाव आयोग के अधिकारी अंतिम घोषणा का इंतजार कर रहे हैं. SIR वह चरण है जिसमें मतदाता अपने नाम जोड़ सकते हैं. पुरानी प्रविष्टि सुधार सकते हैं. पहले की गलतियों को ठीक करवा सकते हैं. आने वाले चुनावों के मद्देनजर यह प्रक्रिया और भी महत्वपूर्ण हो जाती है. दिल्ली के हर मतदाता के लिए जरूरी है कि वे अपने वोटर रिकॉर्ड को सही और अपडेट रखें.
दिल्ली के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर एलिस वाज ने सितंबर में अनाउंस किया था कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन की तैयारी शुरू हो गई है. अब ऑफिशियल अनाउंसमेंट का इंतजार है. इलेक्शन कमीशन (EC) ने 24 जून को ऑर्डर जारी करते समय पूरे देश के लिए SIR कराने के अपने प्लान का अनाउंसमेंट किया था.
द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) को बूथ अवेयरनेस ग्रुप बनाने का ऑर्डर दिया गया है. जबकि इलेक्शन ऑफिसर्स ने लोगों को वोटर लिस्ट में अपना नाम बनाए रखने के प्रोसेस के बारे में अवेयर करने के लिए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWAs) से मिलना शुरू कर दिया है.
सितंबर से जारी है SIR की प्रक्रिया
पता चला है कि ये स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की तैयारियों का हिस्सा हैं, जिसका अनाउंसमेंट दिल्ली में जल्द ही हो सकता है. दिल्ली की चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर (CEO) एलिस वाज ने सितंबर की शुरुआत में अनाउंस किया था कि शहर में SIR की तैयारियां शुरू हो गई हैं.
इलेक्शन कमीशन (EC) ने 24 जून को ऑर्डर जारी करते समय पूरे देश के लिए SIR करने के अपने प्लान की घोषणा की थी. इसकी शुरुआत बिहार से हुई थी. उस समय बिहार में असेंबली इलेक्शन होने वाले थे. इसके बाद EC ने नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के लिए शेड्यूल की घोषणा की, लेकिन दिल्ली के लिए नहीं.
EC के सूत्रों ने कहा कि बाकी राज्यों और UTs में सही समय पर काम किया जाना था. हालांकि, घोषणा तुरंत होने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन पता चला है कि दूसरे राज्यों और UTs में तैयारी चल रही है.
70 विधानसभा सीटों पर बीएलओ नियुक्त
अभी तक, सभी असेंबली चुनाव क्षेत्रों में BLO नियुक्त किए जा चुके हैं. सभी अधिकारियों – डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर, इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर, असिस्टेंट इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर और BLO – को जरूरी ट्रेनिंग दी जा चुकी है. दिल्ली CEO ऑफिस के एक प्रेस नोट में पहले बताया गया था कि मौजूदा चुनाव क्षेत्र की सीमाओं की मैपिंग भी हो चुकी है. 2002 में सीमाओं की मैपिंग की गई थी, जब राजधानी में आखिरी बार SIR किया गया था.
नागरिकों के लिए अहम सवाल
यदि आप 40 साल से ज्यादा उम्र के हैं और 2002 से पहले दिल्ली में रह रहे हैं. यह दिल्ली CEO की वेबसाइट पर मौजूद 2002 की वोटर लिस्ट में उनके नाम चेक करने और 2002 की वोटर लिस्ट में उनकी डिटेल्स नोट करने के लिए किया जा रहा है. अगर वे दूसरे राज्य से हैं और 2002 के बाद दिल्ली में बसे हैं.
अगर आप दूसरे राज्य से आए हैं और 2002 के बाद दिल्ली में बसे हैं, तो आपका नाम दिल्ली की 2002 की वोटर लिस्ट में नहीं दिखेगा बल्कि उस वोटर लिस्ट में दिखेगा जब आपके राज्य में आखिरी बार SR हुआ था. BLO के मैसेज में लिखा है, “उस खास राज्य की CEO वेबसाइट पर जाएं और 2002/2003/2005 (उस खास राज्य में हुए पिछले SIR का साल, जैसा भी हो) की वोटर लिस्ट में अपनी डिटेल्स नोट कर लें.”
इसमें आगे कहा गया है, “यह जानकारी अपने पास रखें और जब आपके इलाके का BLO SIR के दौरान गिनती के फॉर्म बांटने और लेने के दौरान आपके घर आए या तुरंत BLO के जरिए ERO भेजने आए, तो उसे बताएं.”
SIR एक्सरसाइज इस साल की शुरुआत में वोटरों के नाम बड़े पैमाने पर हटाने को लेकर विवादों में आ गई थी और बिहार में इस पर राजनीतिक बवाल मच गया था. एसआईआर की शुरुआत बिहार से हुई थी. इस एक्सरसाइज का दूसरा फेज अभी 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहा है. एसआईआर को लेकर विपक्षी दलों के नेता केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं. इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाओं पर सुनवाई जारी है. कई BLO के सुसाइड भी जांच के दायरे में आए हैं.
त्रिनगर में BLO के तौर पर नियुक्त एक टीचर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'हमने अभी शुरू नहीं किया है.” फील्डवर्क तो है, लेकिन पिछले दो महीनों से काम चल रहा है. हम इलाके में रजिस्टर्ड परिवारों में नए वोटर्स का पता लगा रहे हैं और उन लोगों की वोटर हिस्ट्री भी देख रहे हैं जो 2002-03 में कहीं और रह रहे थे. पिछले दो महीनों में तीन ट्रेनिंग सेशन हो चुके हैं.”
दिल्ली की पार्टियां तैयार
दिल्ली में पॉलिटिकल पार्टियां अपने बूथ-लेवल एजेंट्स (BLAs) को अपॉइंट करने और ट्रेनिंग देने के प्रोसेस में हैं. पॉलिटिकल पार्टियों के हेड्स को डिस्ट्रिक्ट रिप्रेजेंटेटिव अपॉइंट करने के लिए BLA 1 फॉर्म भरना होता है, जो आगे दूसरे BLOs को अपॉइंट करने के लिए BLA 2 फॉर्म का इस्तेमाल करते हैं.
AAP के दिल्ली चीफ सौरभ भारद्वाज ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हमने पहले ही अपने BLA 1s को नियुक्त, ट्रेनिंग और रजिस्टर कर लिया है.
क्या है SIR (Special Summary Revision)?
SIR चुनाव आयोग की वह प्रक्रिया है जिसमें नई वोटर एंट्री होती है. पुराने नामों का सत्यापन किया जाता है. मृत या स्थानांतरित लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जाते हैं. एड्रेस, नाम और अन्य विवरण अपडेट किए जाते हैं.
दिल्ली में SIR क्यों महत्वपूर्ण है?
दिल्ली में हर वर्ष बड़ी संख्या में लोग एक शहर से दूसरे शहर आते-जाते हैं. अपडेटेड वोटर लिस्ट चुनाव के लिए पारदर्शिता और सटीकता सुनिश्चित करती है. युवा मतदाताओं (18+) की संख्या तेजी से बढ़ रही है. SIR इनके लिए नाम जुड़वाने का नया अवसर है.
दिल्ली चुनाव आयोग के CEO का कहना है कि जिला चुनाव कार्यालय SIR की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है. सभी BLO, ERO और चुनाव कार्यालयों को तैयार रहने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं. आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी होते ही दिल्ली में हर वार्ड में प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. जानें, अगर आप मतदाता हैं तो आपको क्या करना है?
फॉर्म 6 भरकर नया नाम जुड़ा सकते हैं. फॉर्म 8 से एड्रेस/नाम/डिटेल्स सुधार सकते हैं. फॉर्म 7 से गलत/डुप्लिकेट प्रविष्टि हटाने का अनुरोध कर सकते हैं. वोटर हेल्पलाइन ऐप या NVSP पोर्टल से पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन भी की जा सकती है.
कौन-कौन से दस्तावेज जरूरी?
आधार (ID proof), एड्रेस प्रूफ (रेंट एग्रीमेंट/इलेक्ट्रिसिटी बिल/पासपोर्ट), आयु प्रमाण (जैसे 10वीं की मार्कशीट या जन्म प्रमाण पत्र), ऑफलाइन आवेदन कहां कर सकते हैं? एरिया के BLO के निकटतम निर्वाचन कार्यालय या फिर विशेष अभियान दिवस में बूथ पर.
मतदाता क्यों न चूकें यह मौका?
वोट आपका अधिकार है, लेकिन बिना सही एंट्री के आप मतदान नहीं कर पाएंगे. गलत एंट्री हटवाना भी उतना ही जरूरी है. अगर आप नया एड्रेस लेकर शिफ्ट हुए हैं तो आपका पुराना मतदान केंद्र बदलना जरूरी है.





