दिल्ली की पूर्व सीएम आतिशी चुनी गई विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, पहली बार सत्ता-विपक्ष में होंगी महिलाएं
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया जाएगा. उनके नाम की आधिकारिक घोषणा जल्द होगी. आम आदमी पार्टी की विधायक दल बैठक में यह फैसला लिया गया, जिसमें अरविंद केजरीवाल समेत कई बड़े नेता शामिल थे. बैठक में विधानसभा सत्र के एजेंडे पर भी चर्चा हुई.;
आम आदमी पार्टी ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में विधायक दल की बैठक आयोजित की, जिसमें नेता प्रतिपक्ष के नाम पर औपचारिक मुहर लगा दी गई. बैठक के दौरान आम आदमी पार्टी ने घोषणा की कि पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता होंगी. इस अहम बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए.
बैठक में मौजूद सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से आतिशी को विधायक दल का नेता चुना. इस फैसले के बाद अब यह स्पष्ट हो गया है कि वह विधानसभा में विपक्ष की भूमिका निभाएंगी और सरकार को घेरने की जिम्मेदारी संभालेंगी.
कल शुरू होगा विधानसभा सत्र
दिल्ली विधानसभा का सत्र 24 फरवरी से शुरू होगा, जिसमें सुबह 11 बजे से विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. इसके बाद दोपहर में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. 25 फरवरी को उपराज्यपाल का अभिभाषण होगा, जबकि 27 फरवरी को अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया जाएगा. इसके बाद विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव होगा. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि होने के कारण सत्र आयोजित नहीं किया जाएगा.
पक्ष और विपक्ष के बीच होगी बहस
विधानसभा सत्र के दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस होने की संभावना है. विशेष रूप से 27 फरवरी को जब उपराज्यपाल वीके सक्सेना के अभिभाषण पर बहस होगी, तो सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ सकते हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सदन में जवाब देंगी. माना जा रहा है कि सत्ता पक्ष सीएजी रिपोर्ट के आधार पर विपक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाएगा और विभिन्न विभागों में वित्तीय अनियमितताओं का मुद्दा उठाएगा. वहीं, आम आदमी पार्टी के नेताओं के अनुसार, वे भाजपा को चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करने के लिए मजबूर करेंगे और इस पर सदन में सवाल उठाएंगे.
अफ़वाह फैला रही बीजेपी
दिल्ली विधानसभा में पेश होने वाली सीएजी रिपोर्ट पर आप नेता आतिशी ने कहा कि सीएम रहते हुए मैंने सीएजी रिपोर्ट दिल्ली विधानसभा स्पीकर को भेजी थी. इन सीएजी रिपोर्ट को चुनाव से पहले सीलबंद लिफाफे में विधानसभा भेजा गया था. बीजेपी यह अफ़वाह फैलाने की कोशिश कर रही है कि सीएजी रिपोर्ट उनके द्वारा पेश की जा रही है. दिल्ली के लोगों के बीच फैलाई जा रही गलतफहमी को जनता के सामने लाया जाना चाहिए.