बस्तर रेड कॉरिडोर में फिर गरजी गोलियां, अबुझमाड़ में सुरक्षाबलों-माओवादियों के बीच भीषण मुठभेड़; 5-6 नक्सली ढेर

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-नारायणपुर सीमा से लगे अबुझमाड़ के जंगलों में शुक्रवार को सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में 5-6 नक्सली मारे गए, जबकि इलाके में रुक-रुक कर फायरिंग जारी है. जिला रिजर्व गार्ड (DRG) की संयुक्त टीम पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया, जिसके बाद जवानों ने जवाबी कार्रवाई की. यह मुठभेड़ बस्तर क्षेत्र में हाल ही में चले बड़े एंटी-नक्सल अभियानों की कड़ी है, जिसमें बसवा राजू समेत कई शीर्ष नक्सली कमांडर ढेर किए गए थे.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 5 Sept 2025 11:38 PM IST

Dantewada Narayanpur Maoist Security Forces clash: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-नारायणपुर बॉर्डर पर फैले अबुझमाड़ के घने जंगलों में शुक्रवार सुबह एक बार फिर गोलियों की गूंज सुनाई दी. सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ में शुरुआती खबरों के मुताबिक 5-6 नक्सली मारे गए हैं. हालांकि इलाके में रुक-रुक कर फायरिंग अभी भी जारी है.

अधिकारियों के मुताबिक, दंतेवाड़ा और नारायणपुर के जिला रिजर्व गार्ड (DRG) की संयुक्त टीम नक्सल प्रभावित ईस्ट बस्तर डिवीजन में सर्च ऑपरेशन पर निकली थी, तभी माओवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया. जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए भारी फायरिंग की, जिससे नक्सली पीछे हटने पर मजबूर हो गए. दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए कहा कि कई नक्सलियों के शव अभी भी जंगल में पड़े हैं.

28 अगस्त को 4 नक्सली हुए थे ढेर

यह मुठभेड़ हाल के महीनों में बस्तर इलाके में चल रहे बड़े एंटी-नक्सल ऑपरेशनों की कड़ी है. 28 अगस्त को महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ बॉर्डर के गढ़चिरौली जिले में हुई मुठभेड़ में C-60 कमांडो ने 4 नक्सलियों को ढेर किया था. इससे पहले मई में बस्तर में सबसे खतरनाक ऑपरेशन में 1.5 करोड़ के इनामी पोलित ब्यूरो सदस्य बसवा राजू समेत कई बड़े नक्सली मारे गए थे. वहीं, कर्रेमगुट्टा अभियान में सुरक्षाबलों ने 24 दिन की घेराबंदी के बाद 31 माओवादियों को खत्म कर दिया था.

31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद होगा पूरी तरह खत्म

गृह मंत्री अमित शाह ने 2024 में रायपुर और जगदलपुर दौरे के दौरान साफ चेतावनी दी थी कि माओवादी या तो आत्मसमर्पण करें या फिर पूरी तरह खत्म कर दिए जाएंगे. उन्होंने 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद की पूरी तरह समाप्ति का लक्ष्य तय किया है. शाह की घोषणा के बाद से बस्तर में ऑपरेशनों की तीव्रता और संख्या दोनों बढ़ी हैं.

एक साल में माओवादी संगठन के कई बड़े चेहरे ढेर

बीते एक साल में सुरक्षा बलों ने माओवादी संगठन के कई बड़े चेहरों को ढेर किया है, जिनमें बसवा राजू (1.5 करोड़ इनामी), जयाराम उर्फ चलपति (1 करोड़ इनामी), रेनूका (45 लाख), सुधाकर उर्फ नरसिंहलम (1 करोड़), गरलाला रवि (40 लाख) और नीरती उर्फ निर्मला (25 लाख) समेत महाराष्ट्र, ओडिशा और तेलंगाना के कई शीर्ष कमांडर शामिल हैं.

4000 वर्ग किलोमीटर में फैला है अबुझमाड़ का इलाका

अबुझमाड़ का इलाका, करीब 4,000 वर्ग किलोमीटर में फैला, लंबे समय से माओवादियों का सबसे सुरक्षित अड्डा माना जाता रहा है. इसे 'रेड कॉरिडोर का हेडक्वार्टर' भी कहा जाता है, जहां से CPI (Maoist) की पूरी रणनीति तैयार होती है. वर्षों तक यह इलाका सरकार और प्रशासन की पहुंच से बाहर रहा, लेकिन अब सुरक्षा बल लगातार गहराई तक धावा बोल रहे हैं, जिससे मुठभेड़ों की आवृत्ति तेज़ हो गई है.

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