छत्तीसगढ़ में अभी भी जारी है नक्सलियों का आतंक! 3 ग्रामीणों को अगवा कर उतारा मौत के घाट
Bijapur News: बीजापुर जिल में माओवादियों ने 3 ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी. माओवादियों ने मृतकों को पहले अगवा किया और फिर जंगल में ले जाकर रस्सी से गला दबाकर मार डाला. तीनों मृतक एक ही गांव के रहने वाले थे.

Bijapur News: छत्तीसगढ़ सरकार राज्य को नक्सल मुक्त बनाने के लिए लगातार अभियान चला रही है. पिछले एक साल में 100 से ज्यादा नक्सलियों के खिलाफ एक्शन लिया गया है. कई बड़े माओवादी नेताओं को मार गिराया है. सरकार की यह मुहिम काम भी आ रही है, लेकिन कुछ इलाके में अभी भी नक्सली अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे.
बीजापुर जिल में एक बार फिर माओवादियों ने लोगों को हमला किया है. आरोपियों ने 3 ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी. घटना के बाद इलाके में तनाव देखने को मिल रहा है. यह मामला मंगलवार (17 जून) का बताया जा रहा है. ग्राम पेद्दाकोरमा के साथ तीनों को मौत के घाट उतार दिया गया.
3 ग्रामीणों की हत्या
जानकारी के अनुसार, माओवादियों ने मृतकों को पहले अगवा किया और फिर जंगल में ले जाकर रस्सी से गला दबाकर मार डाला. तीनों मृतक एक ही गांव के रहने वाले थे, जिनका राजनीति या सरकारी कामकाज और पुलिस से कोई संबंध नहीं था, फिर भी उन्हें निशाना बनाया गया.
कुछ का कहना है कि नक्सली ग्रामीणों में डर फैलाना चाहते थे इसलिए तीन युवकों को मार डाला. घटना का खुलासा होते ही पूरे गांव में हल्ला हो गया. सभी मृतकों के शव के पास पहुंचे और पुलिस को सूचित किया. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.
गांव में बढ़ाई गई सुरक्षा
इस मामले में पुलिस ने बताया कि हमें ग्राम पेद्दाकोरमा से 3 निवासियों की हत्या की जानकारी मिली. यह घटना बेहद दुखद है और हमें जांच शुरू कर दी है. बता दें कि बीजापुर में यह कोई पहला मामला नहीं है. कई बार माओवादी ग्रामीणों को शिकार बना चुके हैं, लेकिन फिर भी इन पर रोक नहीं लगी है. नक्सलियों के हौसले अभी भी बुलंद नजर आ रहे हैं. गांव वालों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है.
छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश सीमा पर मुठभेड़
सीमा पर नक्सली और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ की जानकारी सामने आई है. मारेडपल्ली के जंगल में जवानों और नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी मेंबर समेत कई बड़े नक्सलियों के नेताओं के मारे जाने की सूचना मिली है. नक्सली राज को खत्म करने के लिए छत्तीसगढ़ से लगे राज्यों की सीमा पर रोजाना अभियान चलाया जा रहा है. जंगल एरिया में अभी भी नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है